चोटी बेधक (टॉप बोरर) की चौथी पीढ़ी का नियन्त्रण Publish Date : 11/09/2024
चोटी बेधक (टॉप बोरर) की चौथी पीढ़ी का नियन्त्रण
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
चोटी बेधक कीट की चौथी पीढ़ी के अनुकूल मौसम (अगस्त-सितंबर) के कारण इस कीट का आक्रमण गन्ने के पौधों पर दिखाई दे रहा है, जिससे आपके गन्ने की पैदावार पर बुरा प्रभाव पड़ेगा ।
कीट से होने वाली हानि
1 यह कीट 80 से 100 कुन्तल प्रति एकड़ उपज की हानि अथवा 30000 से 37000 रुपये तक की आर्थिक हानि पहुँचा सकता है।
कीट की पहचान
1. प्रौढ़ कीट (तितली) का रंग, सफेद चाँदी जैसा
2. सूंडी सफेद रंग की, जिसके मुँह का रंग लाल
3. अंड समूह जो भूरे रंग के रोयें जैसी संरचना से ढका हुआ
कीट से प्रभावित पौधा
1. ऊपरी पत्तियों में एक सीरियल में गोल छिद्रों का दिखाई देना
2. अगोले के नीचे आँखों से कल्ले निकलना और बँचीटॉप का बन जाना
कीट का नियन्त्रण यान्त्रिक विधि से
अंड समूह वाली पत्तियों को तोड़कर खेत से बाहर निकाल देना चाहिए।
कीट का रासायनिक कन्ट्रोल
कार्बाफ्युरान (फ्युराडॉन 3G) का प्रयोग 10 किग्रा प्रति एकड की दर से गन्ने की जड़ों के पास करें।
नोटः कार्बाफ्युरान (फ्युराडॉन) को यूरिया में मिलाकर खेत में कदापि न डालें
फ्युराडॉन के प्रयोग के समय मॉस्क का प्रयोग अवश्य करें
फ्युराडॉन डालने के तुरंत बाद साफ पानी से हाथों एवं मुंह की सफाई करें
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।