
खेत में जिंक का प्रयोग करने के लाभ Publish Date : 02/05/2025
खेत में जिंक का प्रयोग करने के लाभ
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
- जिंक पानी में शत-प्रतिशत घुलनशील होता है।
- फसलों के द्वारा आसानी से अवशोषित किया जा सकता है।
- सल्फर जिंक डीएपी अथवा एनपीके आदि उर्वरकों के साथ बिना किसी प्रतिक्रिया के जिंक की कमी को पूरा करता है।
- सल्फर जिंक का फसलों में उपयोग करने से फलों एवं सब्जियों आदि की गुणवत्ता में सुधार होता है।
- सल्फर जिंक का प्रयोग करने से पौधों के जड़ क्षेत्र का बेहतर विकास होता है।
- सल्फर जिंक के उपयोग से फॉस्फोरस का अवशोषण तेजी से होता है।
- इसका प्रयोग करने से मृदा की संरचना में अपेक्षित सुधार होता है।
- जिंक का प्रयोग करने से फसलें तनाव के प्रति सहनशील बनती हैं।
- जिंक का प्रयोग करने से मोथा और पत्थरचट्टा आदि खरपतवारों का बेहतर नियंत्रण होता है।
- जिंक पौधों की जड़ों को कीटों से सुरक्षा प्रदान करता है।
- मृदा के अंदर रहने वाले कीटों जैसे सफेद ग्रब और दीमक आदि का प्रभावी नियंत्रण होता है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।