क्रिएटिविटी की राह      Publish Date : 18/10/2025

                              क्रिएटिविटी की राह

                                                                                                                                                                                  प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

दिल्ली विश्वविद्यालय का कैंपस ऑफ ओपन लर्निंग अपने छात्रों के लिए वेब डिजाइनिंग and बेसिक एनिमेशन सर्टिफिकेट कोर्स पेश कर रहा है। फिल्म इंडस्ट्री और मीडिया में इसके विशेषज्ञों की बढती माँग को देखते हुए यह कोर्स काफी महत्वपूर्ण और रोजगारपरक है और विश्वविद्यालय के अन्य कोर्सां से इस मायने में भी खास है क्योंकि यह वाया स्कॉटलैंड है।

इस कोर्स को कैंपस ऑफ ओपन लर्निंग में यूकेरी यानी यूके इंडिया एजुकेशन इनिशिएटिव प्रोग्राम के तहत संचालित किया जा रहा है। इसमें दाखिला पाने वाले छात्रों को स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग स्थितटेलफर्ड कॉलेज में जाकर प्रोजेक्ट पूरा करने का मौका मिलेगा। कोर्स में दाखिले के बाद जनवरी के आखिरी सप्ताह से इसकी कक्षाएँ शुरू होंगी।

किस के लिए है यह कोर्स

यह कोर्स दिल्ली विश्वविद्यालय के उन छात्रों के लिए हैं जो रेगुलर कॉलेज, विभाग, स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग या नॉन कॉलेजिएट में पढ़ाई कर रहे हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय से बाहर के छात्रों को इसमें दाखिला नहीं दिया जाएगा। इस कोर्स में प्रवेश के लिए 12वीं पास न्यूनत्तम योग्यता रखी गई है। दाखिले के लिए तय तिथि तक आवेदन के बाद प्रवेश परीक्षा होती है उसके बाद मेरिट लिस्ट के अनुसार दाखिला दिया जाएगा। उसके बाद कैंपस ऑफ ओपन लर्निंग यानी सीओएल के केशवपुरम स्थित सेंटर पर क्लास होती है। कोर्स में दाखिले की फीस 20 हजार रूपए हैं।

कोर्स की रूपरेखा

छह माह की अवधि वाले इस कोर्स में 4 माह क्लास होती है। इसमें 1 माह का प्रोजेक्ट भी शामिल है। इसके बाद छात्रों को दो माह की इंटर्नशिप दी जाती है। यह इंटर्नशिप वेब डिजाइनिंग और एनिमेशन से जुडी संस्था या उद्योग में कराया जाता है। कोर्स के तहत वेबसाइट डिजाइन करना उसे विकसित करने की तरकीबें बताई जाती है।

                                                             

इसी तरह एनिमेशन से जुडे तरह तरह के सॉफ्टवेयर तैयार करने का काम भी सिखाया जाता है। केशवपुरम स्थित सेंटर में इसकी ट्रेनिंग दी जाती है। इस सेंटर पर दोपहर बाद सभी कार्यदिवस में क्लास आयोजित को जाएगी। ऐसा इसलिए ताकि रेगुलर कॉलेज के छात्र अपनी पढ़ाई पूरी करके यहाँ भी क्लास कर सकें। कोर्स पूरा होने पर छात्रों को दिल्ली विश्वविद्यालय का सर्टिफिकेट दिया जाएगा।

विशेषज्ञों की राय

कोर्स से जुडी डॉ. ममता भाटिया कहती हैं, इस कोर्स में 25 सीटें है। इसे एडिनबर्ग के टेलफर्ड कॉलेज के सहयोग से चलाया जा रहा है। कोर्स में दाखिला पाने वाले चार छात्र वहाँ जाकर अपना प्रोजेक्ट करेंगे। इसी तरह टेलफर्ड कॉलेज के छात्र भी यहाँ आकर अपना प्रोजेक्ट पूरा करेंगे। दोनों संस्थानों के छात्रों के बीच परस्पर संवाद भी कायम होगा।

निदेशक सवित्ता एम दत्ता के मुताबिक इस कोर्स के लिए संस्थान ने अलग से लैब और क्लास रूम तैयार किया है। कोर्स पूरा करने वाले छात्रों के लिए वेब डिजाइनिंग और एनिमेशन से जुडे संस्थान खासकर मीडिया और फिल्म जगत में काम करने के ढेरों अवसर हैं।

इसके अलावा एक और बात यह कि आज एनिमेशन के क्षेत्र में कोई स्वरोजगार भी कर सकता है। एनिमेशन का धंधा खुद शुरू कर सकता है। कोर्स में हैंड ऑन ट्रेनिंग पर विशेष जोर दिया गया है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।