मेडिकल क्षेत्र में अवसर हैं भरपूर      Publish Date : 14/10/2025

                       मेडिकल क्षेत्र में अवसर हैं भरपूर

                                                                                                                                                                                 प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

जब मेडिकल के क्षेत्र में नौकरी से जुड़े अवसरों की बात आती है, तो डायग्नोस्टिक सेक्टर इस क्षेत्र में एक प्रमुख स्थान रखता है। यह मेडिकल क्षेत्र के सबसे बड़े सेक्टरों में से एक है। अगर आप सफलता की ऊंचाईयों का सपना देख रहे हैं तो यह क्षेत्र आपके लिए उपयुक्त है।

यह इंडस्ट्री अस्पतालों, पैथोलॉजी लैब, मेडिकल पर्यटन और मेडिकल से जुड़े अलग-अलग उपकरणों की सेवाओं से संबंधित क्षेत्र है। पिछले कुछ सालों से डायग्नोस्टिक के क्षेत्र में काफी तेजी देखी जा रही है। समय के साथ इसे और बेहतर करने पर भी फोकस किया जा रहा है। अधिक से अधिक प्राइवेट सेक्टर्स के आने से इस क्षेत्र में आने वाले 5 वर्षों में 25 प्रतिशत तक की भारी वृद्धि होने की आशा की जा रही है। यह क्षेत्र आपके भविष्य के लक्ष्यों को भी पूरा करने में आपकी मदद कर सकता है।

संभावनाओं से भरे इस क्षेत्र में सबसे पहला विकल्प पैथोलॉजी की सेवाओं का है। यह एक प्रकार की नैदानिक सेवाएं हैं जो आपको एक डायग्नोस्टीशियन या एक इन्वेस्टीगेटर बनने का विकल्प प्रदान करती हैं। दूसरा बेहतर क्षेत्र रेडियोलॉजी का है। इस क्षेत्र में बीमारी की जांच और इलाज इमेजिंग मेडिकल तकनीक के के माध्यम से किया जाता है।

                                                                      

रेडियोलॉजिस्ट की बढ़ती डिमांड के चलते यह क्षेत्र एक बेहतर करियर ऑप्शन बन चुका है और किसी भी दूसरे क्षेत्र की तुलना में यह सबसे तेज गति से आगे बढ़ रहा है। भविष्य में इस क्षेत्र के और बढ़ने की उम्मीदें हैं।

रेडियोलॉजी टेक्नीशियन के पास अल्ट्रासाउंड टेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन, एमआरआई टेक्नीशियन, सीटी टेक्नीशियन और मेडीकल प्रोफेशनल के रूप में काम करने जैसे कई विकल्प मौजूद हैं। आज जिस तरह से रेडियोलॉजिस्ट की मांग बढ़ रही है, अस्पतालों, क्लीनिकों और फिजीशियन के ऑफिसों में रेडियोलॉजिस्ट की तत्काल जरूरत है।

भविष्य में रेडियोलॉजी के क्षेत्र में किसी भी अन्य क्षेत्र की तुलना में सबसे ज्यादा नौकरियों के होने की उम्मीदें हैं। इसे एक स्मार्ट करियर ऑप्शन के रूप में देखा जा जा रहा है। रेडियोलॉजिक टेक्नोलॉजी छात्रों के पढ़ने के लिए एक बहुत ही दिलचस्प विषय है। इसके तहत आपके निवास क्षेत्र में ही काम करने का अवसर भी मिलता है, जो लोग नौकरी का लक्ष्य बना चुके हैं, खासकर रेडियोलॉजी के क्षेत्र में उनके लिए जनरल मेडिकल और सर्जिकल अस्पतालों में काम करने के विकल्प खुले हैं।

इस क्षेत्र में नौकरियों के अवसरों की कोई कमी नहीं है। रेडियोलॉजी टेक्नीशियन प्राइवेट ऑफिसों, क्लीनिकों, तत्काल केयर और उपकरणों की सेल में भी काम कर सकते हैं।

                                                                   

इंडियन ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन (आईबीईएफ) के अनुसार, देश में हेल्थ मार्केट करीब 100 बिलियन डॉलर है और 2020 के अंत तक 280 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। डायग्नोस्टिक मैनेजमेंट के क्षेत्र में, आने वाले वर्षों में रोजगार में एक भारी उछाल देखने को मिलेगा।

अनुभव से मिलेगा लाभ

यह इंडस्ट्री पहले से ज्यादा संगठित, प्रोफेशनल और बेहतर हो गई है। रोजगार के अवसरों की बात करें तो, क्लीनिकल मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स को क्लीनिक, अस्पतालों, एनजीओ, आईटी कंपनियों जैसे डेल, एक्सेंचर आदि में सॉफ्टवेयर और इमेजिंग उपकरण शामिल करने की जरूरत होती है। एक फ्रेशर के मामले में, जिसके पास फील्ड में नए होने के कारण कोई अनुभव नहीं होता है, उनको टेक्नीशियन के काम पर रखा जाता है और जल्द ही वे अनुभव के साथ नई ऊंचाइयों को छूने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाते हैं।

योग्य लोगों की है मांग

डायग्नोस्टिक सेक्टर को रिसर्च के लिए कुशल स्टाफ और प्रोफेशनल्स की जरूरत है, जो पूरी तरह से कस्टमर पर ध्यान दे सके। परन्तु अभी भी इस क्षेत्र में टैलेंट की खासी कमी है। आज के युवा, टैलेंट को लंबे समय तक बरकरार रखने के लिए क्वालिटी पर ध्यान देते है। बाजार में एक नई इंडस्ट्री खुलने से युवा टैलेंट को बेहतर तरीके से सीखने का मौका मिलेगा और समय के साथ भविष्य के इन विशेषज्ञों को तैयार किया जा सकेगा।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।