
इन उभरते क्षेत्रों में भी हैं इनोवेशन के मौके Publish Date : 09/10/2025
इन उभरते क्षेत्रों में भी हैं इनोवेशन के मौके
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंगः साइंस और तकनीक की दुनिया के इस इमर्जिंग तकनीक की इन दिनों हर तरफ चर्चा है। स्मार्ट मशीने/ सिस्टम बनाने के लिए इस तकनीक के जानकारों की काफी मांग है। कंप्यूटर साइंस में बीटेक डिग्री के बाद एमएल में स्पेशलाइजेशन करके इस फील्ड में एक आकर्षक करियर बनाया जा सकता है।
डाटा एनालिटिक्सः ऑनलाइन लेन-देन सोशल मीडिया, ईमेल आदि माध्यमों से लगातार बढ़ते ऑनलाइन डाटा भडार में से उपयोगी और काम में आने लायक सूचनाएं निकालने के लिए इन दिनों डाटा एनालिटिक्स/डाटा साइंस के जानकारों की भारी मांग है। 12वीं के बाद कम्प्यूटर साइंस में बीटेक बीसीए एवं प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज में अपनी पकड़ बनाकर डाटा एनालिटिक्स में स्पेशलाइजेशन किया जा सकता है।
रोबोटिक्सः नए दौर की यह भी एक उभरती तकनीक है। आज घर और ऑफिसों में बहुत से रोजमर्रा के काम रोबोट द्वारा होने लगे हैं। 12वी में साइंस विषयों की पढ़ाई के बाद मैकेनिकल/इलेक्ट्रॉनिक्स/रोबोटिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करके रोबोटिक इंजीनियर बन सकते हैं।
संतुष्टि के साथ जॉब अपॉच्र्युनिटी और पहचान भी
हाल के वर्षों में इंजीनियरिंग में स्कोप कम होने के कारण स्टूडेंट्स का रुझान बेसिक साइस की तरफ फिर से बढ़ रहा है। आइआइटी जैसे सस्थानी में बच्चे साइस विषयों में रूचि ले रहे है। दरअसल, साइस में आजकल सब कुछ इंटरडिसिप्लिनरी हो गया है, यह पहले जैसा नहीं रहा। बायो इंफॉर्मेटिक्स, जेनेटिक इंजीनियरिंग जैसे नए विषयों में आज बायोलॉजी और मैथेमेटिक्स, दोनों का इस्तेमाल होता है।
इससे युवाओं के लिए इन नए क्षेत्रों में भी स्कोप बढ़ गया है। साइंस के बच्चे आज इकोनॉमिक्स और कॉमर्स फील्ड में भी जा रहे है। बहुत सारी साइंस के यूनिवर्सिटीज और रिसर्च इंस्टीट्यूशस खुल गए है, यहां भी जॉब ऑपरच्यूनिटीज पैदा हुई है। कुल मिलाकर, आज की तारीख में साइस की पढ़ाई में संतुष्ठि और जॉब ऑपरच्यूनिटी दोनों है। फिलहाल, जो बच्चे इस फील्ड में आना चाहते हैं, उन्हें सबसे पहले अपने अंदर वैज्ञानिक सोच विकसित करने पर ध्यान देना चाहिए।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।