
कॅरिअर में ठहराव महसूस कर रहे हैं Publish Date : 03/10/2025
कॅरिअर में ठहराव महसूस कर रहे हैं
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
कॅरिअर में कहीं खुद को अटका हुआ पाएं, तो घबराएं नहीं। इस मानसिक स्थिति से बाहर आने के उपाय सोचें-
अपने कॅरिअर के शुरुआती या मध्य पड़ाव पर कभी-कभी हमें महसूस होता है कि हम अटक से गए हैं। अगर आपके साथ भी कुछ ऐसी ही स्थिति है, तो परेशान न हों। आप अकेले नहीं हैं। इस समस्या का सामना आजकल कई पेशेवर कर रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि 60 फीसदी कर्मचारी अपनी नौकरी से भावनात्मक रूप से कट चुके हैं और जेन जेड (1996 और 2010 के बीच जन्मे लोग) के 40 प्रतिशत युवा महज दो साल में ही नौकरी बदलने का मन बना लेते हैं।
बेशक यह आम बात हो, लेकिन जब यह आपके साथ होता है, तो इसे झेलना आसान नहीं होता। ऐसे में, यह ध्यान रखें कि यह महज एक मानसिक स्थिति भर है। इसलिए घबराएं नहीं। सही सोच, समझ व रणनीति से आप आसानी से इससे उबर सकते हैं।
खुद की पीठ थपथपाएं
आपने अपने कॅरिअर के लिए समय, मेहनत, पैसा और शिक्षा में भारी निवेश किया है। आपने नेटवर्क और अपनी साख भी बनाई है। इसके लिए सबसे पहले खुद की पीठ थपथपाएं। फिर सोचें, क्या आप सही दिशा में जा रहे हैं? अगर आपका जवाब ‘नहीं’ है और आप सिर्फ सुरक्षा के लिए वर्तमान भूमिका में हैं, तो याद रखें कि नौकरी में गारंटी जैसी कोई चीज कभी भी नहीं होती है। आपको असली संतुष्टि तभी मिलेगी, जब आप वह काम करेंगे जो आप सच में करना चाहते हैं। इसलिए, बगैर चिंता किए नए विकल्प तलाशें।
बदलाव लाने का जुनून
अगर आप स्टार्टअप या इनोवेशन के क्षेत्र में कदम रखना चाहते हैं, तो नौकरी बदलने का यही सही समय होगा। चूंकि आप युवा हैं, ऐसे में आपकी सबसे बड़ी ताकत आपकी जोखिम उठाने की क्षमता, नवाचार और उत्साह है। आपके भीतर बदलाव लाने का जज्बा होना चाहिए। कंपनियां भी ऐसे हुनर तलाशती हैं, जिनके पास नए कौशल व बदलाव लाने का जुनून हो। आप चाहें तो अपना स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं या नए कौशल सीखने पर जोर दे सकते हैं।
फायदे और नुकसान का आकलन करें
नौकरी में ठहराव महसूस होने पर नया कदम उठाने से पहले डरना स्वाभाविक है, खासकर जब माहौल आपके पक्ष में न हो। ऐसे में, कॅरिअर विकल्पों पर अपने भरोसेमंद लोगों से खुलकर चर्चा करें। साथ ही, इसके नफे नुकसान, दोनों का विश्लेषण करके ही कदम आगे बढ़ाएं। चाहें तो वर्तमान भूमिका से जुड़ी समस्या की चर्चा अपने बॉस से भी स्पष्ट और सकारात्मक तरीके से कर सकते हैं।
खुद को कमतर न आंके
अगर आपके पास अनुभव है, तो यह आपकी सबसे बड़ी ताकत है। अगर आप किसी नई भूमिका में नहीं जाना चाहते हैं, तो ऐसे विकल्पों की ओर रुख करें जहां आप अपने अनुभव का सीधा इस्तेमाल कर सकें। यह भी विचार करें कि आर्थिक व व्यक्तिगत जीवन में इस बदलाव का कितना असर होगा।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।