
लचीलेपन का होना लाभकारी हो सकता है Publish Date : 01/10/2025
लचीलेपन का होना लाभकारी हो सकता है
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
ध्यान केंद्रित करने वाले लोग मोनोक्रोनिक एक समय को पूरा होने तक करते हैं, जिससे वह कुशल और गहराई से कम कर पाते हैं। लेकिन कभी-कभी वह अचानक मिलने वाले मोह को नजरअंदाज कर देते हैं तो दूसरी ओर कई काम एक साथ करने वाले लोग पाली क्रॉनिक लचीले होते हैं। वह आसानी से हालात के हिसाब से अपने आपको ढाल लेते हैं और उन्हें बेहतर तरीके से संभाल भी लेते हैं।
इसके कारण वह भावनात्मक रूप से भी कम थकते हैं, हालांकि उनके साथ दिक्कत यह होती है कि वह जल्दी ध्यान से भटक भी सकते हैं और अक्सर काम अधूरा छोड़ने की समस्या में फंस जाते हैं।
समय का सदुपयोग आप पर निर्भर करता है
समय का सही उपयोग करना कोई स्थाई गुण नहीं होता है, बल्कि यह तो प्राथमिकता पर आधारित होता है यानी आप चाहे तो अपनी जरूरत के अनुसार काम करने के तरीके को बदल सकते हैं। अगर रिश्ता बनाना चाहते हैं तो लोगों को समय दें, लेकिन अगर काम पूरा करना जरूरी है तो ध्यान भटकने वाली चीजों से यथासम्भव दूर ही रहें। ऐसे लोग जो बहुत टाइम टेबल से चलते हैं, वह बीच-बीच में थोड़ा अतिरिक्त समय का गैप रखें ताकि देरी से होने पर काम में तनाव न झेलना पड़े।
वहीं जो लोग आसानी से शेड्यूल से भटक जाते हैं वह काम या मीटिंग को तय समय से पहले लिख सकते हैं। समय के पाबंद लोग अगर दूसरों की देरी से चिढ़ते हैं तो इंतजार के समय कोई किताब या काम साथ रखें, ताकि वह समय भी उत्पादक बन सके।
इसलिए हमें यह समझना चाहिए कि हर कोई समय को हमारे जैसे नहीं देखता है बल्कि समय को देखने का सबका अपना नजरिया अलग-अलग होता है। ऐसे में कुछ लोग समय के पाबंद होते हैं तो कुछ लोग बहुत लचीले होते हैं और इसकी वजह यह है कि हर इंसान समय को अलग-अलग तरीके से देखता है और उसी के अनुसार वह चलता भी है। इसलिए आपको यह कोशिश करनी होगी कि समय का प्रबंधन सही ढंग से करे और इसका सदुपयोग करके अपने लक्ष्य की प्राप्त की ओर बढ़ें।
आपको अपने कार्यों में उत्क्षिता प्राप्त करने का लक्ष्य रखना होगा और निरंतर ज्ञान के रास्ते खोजने होंगे। जब आप निरंतर ज्ञान के रास्ते खोजते हुए समय का सदुपयोग करेंगे तो आप आसानी से अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर लेंगे।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।