
अपने काम के मूल्यांकन के दौरान रखें ध्यान Publish Date : 15/09/2025
अपने काम के मूल्यांकन के दौरान रखें ध्यान
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
"हर ऑफिस में अप्रेजल प्रक्रिया यानी कर्मचारियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन समय-समय पर होता ही रहता है। इसके लिए कुछ बातों का खास खयाल रखें। काम, चुनौतियों और उपलब्धियों के उदाहरण देना भी जरूरी हैं।"
आपका अप्रेजल एक मौका होता है कि आप अपने मैनेजर को बता सकें कि किस तरह आपने कंपनी के काम में अपना योगदान दिया है। इस तरह आने वाले पदों के लिए या किसी नई नियुक्ति की जगह आपके विकल्प की दावेदारी मजबूत बनती है।
रिव्यू प्रक्रिया में जहां पर आपको अपने काम का उल्लेख करना हो, वहां अब तक के सबसे उल्लेखनीय कामों को जरूर बताएं। आपने इन कामों को कैसे अंजाम दिया, इसे भी संक्षेप में नोट करें या पूछा जाए, तो बताएं। इस दौरान ऐसी चुनौतियों का भी विशेष रूप से उल्लेख करें और उन पर आपने कैसे विजय पाई, उन्हें बताएं।
वास्तविक लक्ष्य बताएं
इस दौरान आपसे अगले लक्ष्यों के बारे में भी जरूर पूछा जाता है। लक्ष्य जब भी बताएं तो वह लक्ष्य बताएं जो कि वास्तविकता से जुड़े हों और आपके लिए उन्हें पाना भी संभव हो। इसके लिए अपनी कमजोरियों और मजबूत पक्षों के बारे में गहारई से सोचें। आगे बढ़ने में जो पक्ष कमजोर साबित हो रहा हो, उससे संबंधित सीखने के लक्ष्य बता सकते हैं या अपने मजबूत पक्ष के आधार पर लक्ष्य की योजना पेश करें।
इसके लिए एक व्यावहारिक अवधि भी तय होनी चाहिए। इसमें छोटी अवधि के और लंबी अवधि के लक्ष्यों को बताएं। इस तरह आपके मैनेजर को आपकी प्रेरणाओं और रुचियों का पता चलता है।
नकारात्मक अनुभवों को बताएं सोच- समझकर
जब आपसे काम की चुनौतियों के बारे में पूछा जाए तो काम से संबंधित ऐसी चुनौतियों का उल्लेख करना चाहिए, जो अच्छे प्रदर्शन में संभावित रूप से बाधा बने हों, या आपको बेहतर मार्गदर्शन की जरूरत पर बात करनी चाहिए। अन्य समस्याओं को बताने का यह सही समय नहीं होता है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।