
सेंसरटेक इंडस्ट्री में 'स्मार्ट फ्यूचर’ Publish Date : 10/09/2025
सेंसरटेक इंडस्ट्री में 'स्मार्ट फ्यूचर’
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
एक रिसर्च के मुताबिक 2028 तक ग्लोबल सेंसर मार्केट के लगभग 165.47 अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है और ऑटोमेशन एवं माइक्रो-साइजिंग आदि क्षेत्र इस विकास को बढ़ावा देने वाली प्रमुख ताकतें होंगी। इस लिहाज से सेंसर टेक्नोलॉजी में विशेषज्ञता आपको विनिर्माण, निदान, जलवायु देखभाल आदि क्षेत्रों में असीमित अवसरों के साथ कॅरियर की ऊंचाइयों तक ले जा सकती है।
कौन ले सकता है दाखिला: जिन युवाओं के पास न्यूनतम 50% अंकों के साथ बीई/बीटेक/एमई/एमटेक की डिग्री और छह माह का कार्यानुभव हो, वे इस कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। साथ ही सेंसर टेक्नोलॉजी के डिजाइन और विकास में कॅरियर बनाने के इच्छुक या इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल या इंस्ट्रूमेंटेशन बैकग्राउंड वाले पेशेवर, ऑटोमोटिव पेशेवर, जो सेंसर-पावर्ड ऑटोनोमस सिस्टम बनाना चाहते हैं, वे भी इस कोर्स को करने के योग्य हैं।
कोर्स के बारे में : कोर्स कार्यक्रम इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि आप सेंसरों को प्रभावी ढंग से बनाने, विश्लेषण करने और एकीकृत करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल हासिल कर सकें। यह आपको अत्याधुनिक सेंसर समाधानों को समझने, डिजाइन करने और बनाने में सक्षम बनाता है।
यह छह माह का एग्जीक्यूटिव कोर्स है, जिसमें आईआईएससी फैकल्टी द्वारा 165 घंटे का लाइव इंटरेक्शन सेशन लिया जाएगा। इसके तहत आईआईएससी कैंपस में 60 घंटे के लैब सेशंस होंगे। आठ दिन कैंपस क्लासेज का भी आँयोजन किया जाएगा। प्रोग्राम टैलेंटस्प्रिंट्स के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगे। क्लासेज सप्ताह के अंत में संचालित की जाएगी।
कहां और कैसे करें आवेदन: इस प्रोग्राम में आवेदन करने के लिए आईआईएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
सीखेंगे डिजाइन और तकनीक
- छात्र एमईएमएस प्रौद्योगिकी और उसके अनुप्रयोगों के बारे में जान सकेंगे।
- माइक्रोफैब्रिकेशन और एमईएमएस सेंसर फैब्रिकेशन के सिद्धांतों को सीख सकेंगे।
- एमईएमएस सेंसर डिजाइन में अपने वाली चुनौतियों से अवगत हो सकेंगे।
- पाठ्यक्रम के अंत में, एमईएमएस प्रौद्योगिकी, इसके 35.8 अनुप्रयोगों, डिजाइन और पैकेजिंग तकनीकों में अंतर्दृष्टि प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
चयन प्रक्रिया पर एक नजर : पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों का चयन आईआईएससी द्वारा किया जाएगा, जो अभ्यर्थियों की शिक्षा, कार्यानुभव आदि पर आधारित होगा।
इस सर्टिफिकेशन कोर्स को करने के फायदे: आप सेंसर टेक्नोलॉजी से संबंधित स्मार्ट सिटी, इंडस्ट्री 4.0, ऑटोमोटिव ऐंड ट्रांसपोर्टेशन, हेल्थकेयर, एग्रीकल्चर आदि सेक्टर्स में सेंसर डाटा एनालिस्ट, ऑप्टिकल सेंसर स्पेशलिस्ट, एमईएमएस डिजाइन स्पेशलिस्ट आदि पदों पर काम कर सकते हैं। आप अपने अनुभव एवं योग्यतानुसार 15 लाख से लेकर 54 लाख रुपये तक अर्जित कर सकते हैं।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।