लक्ष्य को प्राप्त कर लेना ही काफी नहीं      Publish Date : 28/08/2025

            लक्ष्य को प्राप्त कर लेना ही काफी नहीं

                                                                                                                                                   प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

"कॅरियर हो या जीवन, लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए छोटे दिखने वाले कार्यों में भी अर्थ को तलाशना चाहिए"

जब हम बड़े होते हैं, तो हमारी जरूरतें और लक्ष्य बदलने लगते हैं और यह जीवन भर बदलते रहते हैं। दुनिया में बेहतर तरीके से जीने के लिए हम अनुभव और ज्ञान प्राप्त करते हैं। इसी तरह, हमारे कॅरियर का जो लक्ष्य होता है, वह भी लगातार बदलता रहता है। जीवन में लक्ष्य का होना तो जरूरी है ही, इसे पाने की राह में छोटे दिखने वाले कार्यों के भी अर्थ तलाशते रहना चाहिए। यदि आपको लगता है कि आपके कॅरियर का कोई लक्ष्य नहीं है, तो चिंता न करें, क्योंकि ‘लक्ष्य’ की अवधारणा एक उद्देश्य पर केंद्रित होती है, जबकि उसका ‘अर्थ’ काम को प्रकृति को जानना होता है। इसलिए आप अपना ध्यान ‘लक्ष्य’ से ‘अर्थ’ की ओर स्थानांतरित करने का प्रयत्न करें।

अपनी पसंद को दें महत्व

                                                      

कॅरियर में लक्ष्य को समझने की लालसा छोड़ें और इस पर विचार करें कि आपको अपनी पिछली नौकरियों या अपना समय व्यतीत करने के अन्य तरीकों में क्या पसंद आया। हो सकता है कि आपको अकेले काम करने की तुलना में समूह में काम करना अधिक पसंद हो, क्योंकि इससे आपको दूसरों द्वारा सराहना मिली हो। इसलिए ऐसी भूमिका की तलाश करें, जिसमें आपको एक टीम के साथ नियमित रूप से काम करने का अवसर मिले। वर्तमान में आपको जो करना पसंद है और जिन कार्यों में आपकी रुचि है, उन बिंदुओं पर भी पर्याप्त ध्यान दें। यह आपकी व्यक्तिगत खुशी का कारण भी बन सकता है।

मैं क्या बेहतर कर सकता हूं?

कॅरियर की शुरुआत में आपके पास कई उभरते कौशल होंगे। ये ऐसे कौशल हैं, जिनमें आप अभी तो अच्छे हैं, लेकिन अधिक अभ्यास के साथ उसमें और अधिक निखार ला सकते हैं। उस चीज के बारे में सोचें, जिसमें आप अधिक बेहतर कर सकते हैं और किसी क्षेत्र में ऐसी भूमिका की तलाश करें, जिसमें आपके विशेष कौशल की मांग हो। जिन कौशलों में आप पहले से ही अच्छे हैं, उनका उपयोग करना और उनमें सुधार करना आपको अधिक ऊर्जावान बनाता है।

अपने विकास पर ध्यान दें

कई कंपनियां ऐसे लोगों की तलाश करती हैं, जिनके पास उनकी कंपनी से संबंधित उपकरणों के संचालन का आवश्यक अनुभव हो और यह अनुभव कौशल के रूप में भी अधिक मायने रखता हो। कौशल के साथ अनुभव अक्सर लाभदायक ही होते हैं। यह अनुभव आपको अगली भूमिका में और भी अधिक विकल्प चुनने में मदद कर सकता है। इससे आप सफल तो होते ही हैं, आपकी क्षमता का भी विकास होता है। क्षमता विकास अपने साथ अधिक खुशी, संतुष्टि और अर्थ प्रदान करती है।

कार्यों में अर्थ की तलाश करें

                                                       

आपको यह समझना होगा कि अपने दैनिक कार्यों को निपटाना ही आपका लक्ष्य नहीं है, बल्कि यह भी ध्यान रखें कि छोटे-छोटे कार्यों से मिलने वाली छोटी-छोटी सफलताएं मिलकर एक बड़ी सफलता का रूप लेती हैं। बशर्ते छोटे कामों को भी आपने पूरी एकाग्रता व जुनून से पूरा किया हो। इसलिए आवश्यक है कि आप अपने कॅरियर के हर कार्य में अर्थ की तलाश करें।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।