
विदेश में नौकरी के लिए पांच कोर्स Publish Date : 14/08/2025
विदेश में नौकरी के लिए पांच कोर्स
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
“छात्रों की रुचि के आधार पर कई पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जिन्हें करके विदेश में नौकरी पाना आसान हो सकता है”-
इस तकनीकी दौर में दुनिया एक संघटित ग्राहक बाजार बन चुकी है, जहां विभिन्न देशों के छात्र अपने कॅरियर की बेहतरीन शुरुआत करने के लिए विदेश में जाकर नौकरी कर सकते हैं। अधिकतर भारतीय छात्रों का सपना होता है कि वह ऐसे कोर्स का चयन करें, कि उनके लिए विदेश में जाकर नौकरी की राह आसान हो सके। इस लेख में हम पांच ऐसे प्रमुख कोर्सेज की चर्चा करेंगे, जो इस अद्भुत यात्रा में भारतीय छात्रों का मार्गदर्शन कर सकते हैं।
डेटा साइंस और मशीन लर्निंग
इस क्षेत्र में एक्सपर्ट्स की मांग निरंतर बढ़ रही है। डेटा साइंस और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में कोर्स करने से छात्र नवीनतम तकनीकी और सांख्यिकीय विश्लेषण कौशल प्राप्त करते हैं, जो उन्हें विदेशी बाजारों में उच्च आय वाली नौकरी दिलाने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा छात्र नवीनतम डेटा साइंस और मशीन लर्निंग तकनीकों से भी अवगत होते हैं, जो उन्हें किसी भी क्षेत्र में अग्रणी बना सकते हैं।
सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और इंजीनियरिंग
विकसित देशों में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट का क्षेत्र एक बड़ा बाजार है। सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में पंढ़ाई करने से छात्र विभिन्न नई और रोचक परियोजनाओं में भाग लेते हैं और उन्हें तकनीकी जानकारियां प्राप्त होती हैं, जिससे छात्रों को अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में आसानी से प्रवेश मिल सकता है।
माइक्रोबायोलॉजी और जेनेटिक्स
बायोटेक्नोलॉजी क्षेत्र में पढ़ाई करने से छात्र विभिन्न स्वास्थ्य सेवा, फार्मा और अन्य बायो-साइंस क्षेत्रों में अपना कॅरियर बना सकते हैं। माइक्रोबायोलॉजी और जेनेटिक्स के क्षेत्र में जानकारी हासिल कर छात्र विदेशी बायोटेक्नोलॉजी कंपनियों में अवसरों की तलाश कर सकते हैं और नए तकनीकी क्षेत्र में योगदान दे सकते हैं।
मानव संबंध और समाजशास्त्र
विदेशी नौकरियों में सफलता प्राप्त करने के लिए सामाजिक कौशल और समाजशास्त्र के कोर्सेज आपको सही दिशा में मार्गदर्शन कर सकते हैं। ये कोर्स छात्रों को समाज में सामाजिक बदलाव, भाषा और सांस्कृतिक अंतर आदि की अच्छी समझ प्रदान करते हैं, जिससे वे विदेशी कंपनियों में आदर्श कर्मचारी बन सकते हैं।
व्यावसायिक प्रबंधन
व्यावसायिक प्रबंधन की मास्टर डिग्री एक महत्वपूर्ण कोर्स है, जो विदेशी नौकरियों के बाजार में उपयोगी हो सकता है। इसके माध्यम से छात्रों को उच्च स्तरीय प्रबंधन कौशल प्राप्त होते हैं, जो किसी भी सेक्टर में अच्छी नौकरी प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं।
विशेषज्ञता पर ध्यान
ये कोर्सेज भारतीय छात्रों को विदेशी नौकरियों के लिए तैयार करते हैं। यह उन्हें न केवल विशेषज्ञ बनाते हैं, बल्कि विश्वभर में मान्यता प्राप्त करने का भी अवसर 'प्रदान करते हैं। इन कोर्सेज की मदद से छात्र विदेशी बाजारों की विशेषज्ञता और आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। इसके साथ ही नौकरी प्राप्त करने के लिए अवेयरनेस, सांस्कृतिक अंतर और अच्छी भाषा कौशल भी महत्वपूर्ण है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।