
'आईटीआई कोर्स' से सीखें पेशेवर कौशल Publish Date : 24/07/2025
'आईटीआई कोर्स' से सीखें पेशेवर कौशल
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
“शॉर्ट-टर्म और सर्टिफिकेशन कोर्स न केवल कॉर्पोरेट में टिकने योग्य बनाएंगे, बल्कि एंटरप्रेन्योरशिप के गुण भी सिखाएंगे”
आज प्रत्येक युवा अपने भविष्य को लेकर जागरूक है। वह ऐसे क्षेत्रों के चयन को अधिक तवज्जो दे रहे हैं, जिसमें कॅरियर ग्रोथ के साथ अच्छा वेतन भी हो। इसीलिए स्कूली शिक्षा खत्म करके नौकरी करने की चाह रखने वाले युवाओं के लिए आईटीआई कोर्स अधिक उपयोगी माना जाता है, क्योंकि ये कोर्स ज्ञान के अलावा जरूरी पेशेवर कौशल भी प्रदान करते हैं। आईटीआई का मतलब है औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, जिनकी स्थापना भारतीय छात्रों को पेशेवर प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है।
आईटीआई द्वारा प्रदान किए जाने वाले कोर्सेज को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद छात्रों को राष्ट्रीय व्यापार प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है। कोर्स की अवधि 6 महीने से लेकर 2 वर्ष तक की होती है।
कोर्स के बारे में
10वीं या 12वीं के बाद छात्र भारत के शीर्ष संस्थानों से आईटीआई कोर्स कर सकते हैं। कला, विज्ञान और वाणिज्य में आईटीआई पाठ्यक्रमों को छात्र की क्षमता के आधार पर दो समूहों, इंजीनियरिंग कोर्स और गैर- इंजीनियरिंग कोर्स में वर्गीकृत किया गया है। प्लंबर, टूल ऐंड डाई मेकर, कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रोग्रामिंग असिस्टेंट, फिटर, इलेक्ट्रीशियन, मशीनिस्ट और कारपेंटर जैसे कुछ ट्रेंडिंग कोर्स कॅरियर के लिहाज से अच्छे माने जाते हैं।
एंटरप्रेन्योरशिप की ट्रेनिंग भी
आईटीआई करने के बाद छात्र एंटरप्रेन्योरशिप भी कर सकते हैं। यह एक दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली है, जिसमें छात्रों को ऑन-द-जॉब प्रशिक्षण और कक्षा संबंधित निर्देश, दोनों के बारे में ज्ञान दिया जाता है। यह एक या डेढ़ साल की कुशलता और योग्यता की ट्रेनिंग होती है।
कौशल आधारित नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट
आईटीआई कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों के पास ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट (एआईटीटी) में शामिल होने का विकल्प होता है। इसका आयोजन एनसीवीटी द्वारा किया जाता है। यह एक तरह का स्किल टेस्ट होता है, जो आईटीआई छात्रों के कौशल को प्रमाणित करता है। एआईटीटी पास करने के बाद छात्रों को संबंधित ट्रेड में नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट (एनटीसी) मिलता है।
ग्रेजुएशन का भी है विकल्प
छात्रों के मन में यह प्रश्न जरूर बना रहता है कि आईटीआई करने के बाद वे स्नातक कोर्स में प्रवेश लेने के लिए पात्र हैं या नहीं? आईटीआई के बाद छात्र बेशक स्नातक या उससे उच्च शिक्षा प्राप्त करके बेहतर कॅरियर बना सकते हैं। हालांकि, ग्रेजुएशन एक डिग्री कोर्स है, जिसके लिए उम्मीदवारों को 12वीं उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। बी.टेक में प्रवेश लेने के लिए रास्ता भी यहीं से बनता है।
आईटीआई में सर्टिफिकेशन
आप स्नातक करते हुए भी आईटीआई में कुछ अन्य कोर्स भी कर सकते हैं। इसके लिए ऐंडवांस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स (एटीआई) विशिष्ट विशेषज्ञता से संबंधित विशेष अल्पकालिक कोर्स भी प्रदान करते हैं। राष्ट्रीय स्तर पर एनसीवीटी, जबकि राज्य स्तर पर एससीवीटी सर्टिफिकेट और शॉर्ट टर्म कोर्स प्रदान करते हैं।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।