
चित्रों के जरिये कम शब्दों में रखें अपनी बात Publish Date : 16/07/2025
चित्रों के जरिये कम शब्दों में रखें अपनी बात
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
ऑफिस प्रेजेंटेशन के दौरान स्लाइड का उपयोग कम करें और आवाज की पिच में बदलाव करते रहें-
अगर आप कॉरपोरेट में नौकरी कर रहे हैं, तो आपके पास अच्छी योग्यता और बेहतर संवाद कौशल से ज्यादा अपनी बात को दिलचस्प अंदाज में कहने का हुनर होना चाहिए। दुनिया में आज कई सारे वक्ता हैं, जो अपनी बोलने की कला से ऑफिस प्रेजेंटेशन को प्रभावशाली बना देते हैं। अगर आप उन अच्छे वक्ताओं में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं, तो आपको अपने तरीकों में कुछ बदलाव लाने की आवश्यकता है। प्रेजेंटेशन किसी भी ऑफिस में काफी आम बात है और अगर आप भी अपने ऑफिस के प्रेजेंटेशन का नेतृत्व करने जा रहे हैं, तो कुछ बातों को ध्यान में रखकर आप अपने प्रेजेंटेशन को आकर्षक और रुचिकर बना सकते हैं।
कम शब्दों के साथ कम स्लाइड
आप अच्छे वक्ता तब नहीं बनते, जब आप अपने समग्र ज्ञान को प्रेजेंटेशन में बैठे लोगों के समक्ष उड़ेल देते हैं, बल्कि आप अच्छे वक्ता से संपादक तब बनते हैं, जब आप कम शब्दों में और कम स्लाइड का उपयोग करते हुए अपने प्रेजेंटेशन को बेहतर बनाते हैं। दरअसल बहुत अधिक स्लाइड और ज्यादा लंबे भाषण प्रेजेंटेशन को उबाऊ बना सकते हैं। इसलिए प्रेजेंटेशन में सीमित शब्दों के साथ कम स्लाइड का प्रयोग करें।
बुलेट पॉइंट का उपयोग न करें
स्मृति और संचार पर किए गए एक शोध से पता चलता है कि चित्रों द्वारा दी गई जानकारी को शब्दों की तुलना में याद रखना सबसे सरल होता है, जिसे वैज्ञानिक 'पिक्टोरियल सुपीरियॉरिटी' कहते हैं। मॉलिक्यूलर बायोलॉजिस्ट जॉन मदीना के अनुसार, चित्रों के माध्यम से याद रखने की हमारी क्षमता अधिक है। वह कहते हैं, किसी भी जानकारी को ध्यान से सुनें, वह आपको तीन दिन बाद केवल दस प्रतिशत ही याद रहेगी, लेकिन तस्वीरें आपको तीन दिन बाद भी 65 प्रतिशत तक याद रहेंगी। इसलिए किसी भी प्रेजेंटेशन को फोटो और वीडियो के साथ अधिक आकर्षक और दिलचस्प बनाया जा सकता है।
अपनी आवाज की पिच बदलें
एक अच्छा प्रस्तुतकर्ता प्रेजेंटेशन देते समय अपनी आवाज की गति और पिच में बार-बार बदलाव लाता है। यह जरूरी नहीं कि प्रेजेंटेशन की शुरुआत आपने जिस लहजे में की हो, अंत भी उसी लहजे में हो। यदि प्रेजेंटेशन के दौरान आप कोई संदेश दे रहे हैं, तो अपनी आवाज को ऊंचा रखें और महत्वपूर्ण बात कहने के बाद थोड़ा रुकें। एक सफल वक्ता वही है, जो अपनी आवाज को नियंत्रित करके बातचीत को अधिक तर्कपूर्ण बनाता है।
प्रेजेंटेशन से पहले करें अभ्यास
अधिकांश पेशेवर प्रेजेंटेशन से पहले उतना अभ्यास नहीं करते, जितना उन्हें करना चाहिए। वह प्रेजेंटेशन में उपयोग की जाने वाली स्लाइड्स की केवल समीक्षा भर करते हैं और घंटों पहले सुनियोजित तरीके से इसकी तैयारी नहीं करते हैं। इसलिए किसी भी प्रेजेंटेशन में शामिल होने से पहले अभ्यास जरूर करें और इसके लिए कुछ डायलॉग पहले से ही तैयार कर लें।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।