कृषि क्षेत्र में भी नहीं है अवसरों की कमी      Publish Date : 01/07/2025

                कृषि क्षेत्र में भी नहीं है अवसरों की कमी

                                                                                                                                                                    प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

डिजिटलीकरण और तकनीक में हो रहे नित नए बदलावों ने युवाओं को कृषि क्षेत्र की ओर अधिक आकर्षित किया है, जिसके कारण आज कई युवा कृषि क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। अगर आप भी 12वीं उत्तीर्ण हैं और कृषि के इस क्षेत्र में कॅरियर बनाना चाहते हैं, तो आपको स्नातक में प्रवेश के लिए इस क्षेत्र से संबंधित कोर्स का चयन करना होगा। इस क्षेत्र में न केवल तकनीकी और विज्ञान के छात्रों के लिए कॅरियर के बेहतर विकल्प मौजूद हैं, बल्कि यह क्षेत्र इतना अधिक व्यापक है कि चिकित्सा से लेकर कला तक के छात्र सरकारी व निजी क्षेत्रों में अपना कॅरियर बना सकते हैं।

कृषि सेक्टर से जुड़े कोर्स

यदि आपने 12वीं कक्षा विज्ञान विषय के साथ उत्तीर्ण की है, तो आप बीएससी कृषि, फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी, हॉर्टिकल्चर, बायोटेक्नोलॉजी, लैंडस्केप आर्किटेक्चर, जलवायु विज्ञान, एप्लाइड क्लाइमेटोलॉजी, कृषि प्रौद्योगिकी और कृषि इंजीनियरिंग, कृषि जैव प्रौद्योगिकी जैसे कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा आप फूड प्रोसेसिंग, पशुपालन, फूड ऐंड एग्रो-प्रोसेसिंग में डिप्लोमा भी कर सकते हैं। लेकिन अगर आप आर्ट्स और कॉमर्स के छात्र हैं, तो कृषि ऑनर्स, फूड प्रोसेसिंग ऐंड टेक्नोलॉजी, फूड ऐंड डेयरी तकनीक, खाद्य और प्रौद्योगिकी, पशुपालन और डेयरी फार्मिंग, कृषि अर्थशास्त्र आदि से बीए और कृषि विपणन में बीबीए आदि कोर्स कर सकते हैं।

प्रमुख शैक्षणिक संस्थान

भारत में ऐसे कई प्रमुख संस्थान और विश्वविद्यालय हैं, जो कृषि में उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए छात्रों का मार्गदर्शन करते हैं, जैसे- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी, केंद्रीय विश्वविद्यालय, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, राष्ट्रीय कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान परिषद, सैम हिगिनबॉटम कृषि प्रौद्योगिकी और विज्ञान विश्वविद्यालय आदि। इस क्षेत्र में रूचि रखने वाले छात्र इन संस्थानों की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर कोर्स और प्रवेश प्रक्रिया से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

स्कॉलरशिप प्राप्त करने के भी अवसर

आप बारहवीं के बाद सरकारी व निजी स्कॉलरशिप का भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। आईसीएआर, पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति आदि सरकारी स्कॉलरशिप हैं। वहीं इंडिया एग्री फेलोशिप, विश्वविद्यालय की छात्रवृत्तियों के साथ-साथ कॉरपोरेट कंपनियों द्वारा भी समय-समय पर छात्रों के लिए स्कॉलरशिप प्रदान की जाती रहती हैं।

कोर्स करने के बाद यहां मिलेंगे अवसर

कृषि के क्षेत्र में आपके लिए सरकारी व निजी दोनों ही क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों की कोई कमी नहीं है। आप सरकारी क्षेत्र में कृषि अधिकारी, वैज्ञानिक और अनुसंधान सहायक के पदों पर काम कर सकते हैं। वहीं निजी क्षेत्र में कृषि सलाहकार, फार्म मैनेजर, बीज तकनीशियन और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों में भी विकल्प मौजूद हैं। आप चाहें, तो टेक्नोलॉजिस्ट, कृषि संगठनात्मक प्रबंधक, कृषि प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ, कृषि संस्थानाधीन कार्यकर्ता, कृषि बाजार विश्लेषक, कृषि अर्थशास्त्री, कृषि उत्पादन प्रबंधक, कृषि सलाहकार, कृषि उत्पाद विक्रेता और कृषि विज्ञानी आदि के रूप में अपनी सेवा प्रदान कर सकते हैं।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।