बात कोर्स, कॉलेज और कॅरिअर की      Publish Date : 25/06/2025

              बात कोर्स, कॉलेज और कॅरिअर की

                                                                                                                                      प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

किसी जीत की शुरुआत उस तक पहुंचने की यात्रा शुरू करने के निर्णय से होती है।

संशय की स्थिति में भविष्य से जुड़ा कोई भी फैसला अपनी रुचि और क्षमताओं को ध्यान में रखकर लें सीबीएसई और राज्य सरकारों के बोर्ड्स के दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं के परिणाम घोषित होने के तुरंत बाद अधिकतर छात्र कोर्स, कॉलेज और कॅरिअर के चुनाव को लेकर असमंजस में रहते हैं। यह समस्या तब और गंभीर हो जाती है, जब निर्णय लेने के लिए समय काफी कम बचा होता है।

देखा जाए तो छात्रों के लिए बारहवीं के बाद कॉलेज, कोर्स और कॅरिअर का चयन करना बेहद महत्वपूर्ण कदम होता है। इसमें थोड़ी-सी गड़बड़ी या चूक छात्रों के कॅरिअर की दिशा को काफी हद तक प्रभावित कर सकती है। अगर आप भी ऐसे ही छात्र हैं, जो आगे की योजना को लेकर संशय की स्थिति में हैं, तो आपको खुद का मूल्यांकन करते हुए कुछ बातों पर गौर करना चाहिए।

पहले स्वयं को परखें

कोर्स, कॉलेज और कॅरिअर से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले आपको अपने व्यक्तित्व, गुणों और क्षमताओं की पहचान होनी चाहिए। किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले आपको खुद से विभिन्न प्रश्न पूछने चाहिए, जैसे कि आप अपने नौकरी से कितनी सैलरी पैकेज की उम्मीद करते हैं? भविष्य में आप अपने जॉब से किस प्रकार के ग्रोथ की उम्मीद करते हैं? आपका विदेश में नौकरी करने के अवसर के बारे में क्या विचार है? इन सवालों के जवाबों पर ही आपके कॅरिअर और नौकरी की सफलता काफी हद तक निर्भर करती है।

विभिन्न विकल्पों को देखें

                                                        

जब आप यह निर्णय ले लेते हैं कि आप किस क्षेत्र में कॅरिअर बनाना चाहते हैं, तो उसके बाद उससे जुड़े विभिन्न विकल्पों पर रिसर्च जरूर कर लें। जैसे एजुकेशन के क्षेत्र में कॅरिअर बनाने जा रहे हैं, तो यह विचार अवश्य करें कि आप किस तरह की नौकरी का चुनाव कर रहे हैं। जैसे-टीचिंग की जॉब स्कूल में या कॉलेज में? पब्लिक सेक्टर में या प्राइवेट सेक्टर में? इन प्रश्नों के स्पष्ट उत्तर मिलने से आपके कॅरिअर की राहें आसान हो सकती हैं।

कॉलेज का चयन

जब भी कॉलेज के चयन की बात आए, तो आप संस्थान में शिक्षकों की संख्या से ज्यादा उनकी गुणवक्ता का विशेष ख्याल रखें। कैंपस सिलेक्शन की क्या संभावनाएं है? कैंपस रिक्रूटमेंट में औसतन सैलरी पैकेज क्या होता है? कौन-सी कंपनियां कैंपस रिक्रूटमेंट के लिए आती हैं? कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में भी जरूर खोज कर लेनी चाहिए। आपके लिए यह जानना भी बेहद महत्त्वपूर्ण है कि कॉलेज या इंस्टीट्यूट को रेगुलेटरी बोर्ड से मान्यता प्राप्त है या नहीं।

ऐसे करें सही कोर्स का चयन

यदि आप किसी ऐसे कोर्स का चयन करते हैं, जिसमें आपकी रूचि है, तो अच्छा या मनपसंद कॉलेज न मिलने पर भी आप उसमें बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। अपने मनपसंद कोर्स को चुनने के लिए आपको अपनी क्षमता और प्रतिभा का ईमानदारीपूर्वक मूल्यांकन करना चाहिए।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।