होम्योपैथी चिकित्सा में बेहतर कॅरियर      Publish Date : 19/06/2025

                होम्योपैथी चिकित्सा में बेहतर कॅरियर

                                                                         प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार होम्योपैथी दुनिया भर में दूसरी सबसे लोकप्रिय चिकित्सा पद्धति है। चिकित्सा की अलग-अलग पद्धतियों में से एक होम्योपैथी को शरीर के विकारों या रोगों को दूर करने के लिए प्राकृतिक समाधान के तौर पर बड़े पैमाने पर लोगों ने आजमाया है। डॉ. क्रिशियन सैम्युअल हैनमैन द्वारा विकसित होम्योपैथी हीलिंग की ख्याति न केवल सामान्य रोगों बल्कि अनेक असाध्य रोगों को ठीक करने में मिली सफलता की अनगिनत कहानियों से है। होम्योपैथी चिकित्सक के रूप में आज कैरियर की संभावनाएं बेहतर इसलिए हैं कि एंटीबायोटिक दवाओं को लेकर विकसित हो रही प्रतिरोधक क्षमता और खर्चीले ईलाज की तुलना में होम्योपैथिक ईलाज सस्ता, अधिक स्थायी राहत देने वाला और बिना किसी साईड इफेक्ट की थैरेपी माना जाता है।

होम्योपैथी क्या है?

होम्योपैथी एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जिसमें प्रत्येक मरीज के लिए ईलाज का तरीका अलग हो सकता है और मूल रूप से उच्च स्तर पर डायल्यूटेड सब्सटेस यानी तत्वों से तैयार होता है। यानी यह पद्धति शरीर की रोगों के प्रति नैसर्गिक प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का दावा करती है। होम्योपैथी दवाएं डायल्यूशन यानी घुलनशीलता और लगातार हिलाते रहने की प्रग्रोगशाला की प्रक्रियाओं पर तैयार किया जाता है।

होम्योपैथी की संभावनाएं

भारत में होम्योपैथी एक लोकप्रिय चिकित्सा प्रणाली के रूप में चर्चित है और यह विश्व के सबसे बड़े होम्योपैथी बाजार के रूप में भी जाना जाता है। अनुमान के अनुसार भारत में 10-15 करोड़ लोग होम्योपैथी चिकित्सा को आजमाते हैं। यह आश्चर्यजनक है कि एक ओर जहां एलोपैथी में महज 200 के आसपास ड्रग्स हैं वहीं होम्योपैथी में 4000 से अधिक प्रकार के बेसिक ड्रग्स हैं। आज होम्योपैथी की चिकित्सा का भी आधुनिकीकरण हो रहा है जहां उसके चिकित्सक अब अपने मरीजों और उनपर दवाओं के प्रभावों का डाटाबेस तैयार करते हैं जिससे होम्योपैथी और अधिक प्रभावी हो सकती है।

होम्योपैथी में कॅरियर

                                                 

आज भारत सरकार की चिकित्सा नीतियों के अनुसार होम्योपैथी दूसरे अन्य वैकल्पिक चिकित्सा सुविधाओं के साथ, एलोपैथिक ट्रीटमेंट के समानांतर, आयुष मंत्रालय के जरिए देश भर में विस्तार किया जा रहा है। आज प्रशिक्षित होम्योपैथिक प्रैक्टिसनर्स की मेडिकल ऑफिसर या डॉक्टर के रूप में सरकारी और निजी होम्योपैथिक हॉस्पीटलों में नियुक्ति की काफी अच्छी संभावना है। इसके अलावा होम्योपैथी के चिकित्सक के रूस में आप निजी प्रैक्टिस भी कर सकते हैं।
होम्योपैथी के क्षेत्र में लगातार चल रहे रिसर्च और उनमें से अनेकों बेहतरीन रिसर्च सेंटर्स के भारत में होने के कारण होम्योपैथी में रिसर्च करने का भी बेहतर अवसर आपके लिए उपलब्ध हो सकता है। सेंट्रल काऊंसिल फॉर रिसर्च इन होम्योपैथी जैसे संगठन में आप रिसर्च फैलो के रूप में काम कर सकते हैं। आज बहुत से एनजीओ होम्योपैथी चिकित्सा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।

होम्योपैथी कोर्स डिटेल

                                                     

होम्योपैथी चिकित्सा की शिक्षा व प्रशिक्षण को चौचलर वे पोस्टग्रैजुएट स्तरों पर उपलब्ध है। यानी शुरुआती डिग्री वैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन ऐंड सर्जरी यानी बीएचएमएस है। तमाम विश्वविद्यालयों से मान्यता प्राप्त संस्थान के तहत उपलब्ध सीटों के लिए ऑल इंडिया एंट्रेंस टेस्ट के जरिए दाखिला पाया जा सकता है। भारत में मौजूदा समय में होम्योपैथी के लगभग 200 शिक्षण संस्थान हैं। 
एआईसीईटी परीक्षा के रूप में इसे ऑल इंडिया इंजीनियरिंग ऐंड मेडिकल कॉलेज एसोसिएशन आयोजित करता है। इस टेस्ट में शामिल होने के लिए न्यूनतम योग्यता बारहवीं यानी 10-2 स्तर पर फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायोलॉजी के साथ अंग्रेजी विषय का होना और उनमें कम से कम 45 प्रतिशत अंकों के साथ उतीर्ण होना अनिवार्य है। बीएचएमएस कोर्स की समयावधि पांच वर्ष की है जिसमें एक साल के लिए कंपलसरी इंटर्नशिप यानी अनिवार्य प्रशिक्षण शामिल है।
होम्योपैथी में पोस्ट ग्रेजुएशन यानी एमडी होम्योपैथी तीन साल का कोर्स होता है जिसके लिए बीएचएमएस डिग्री का होना अनिवार्य है। भारत में होम्योपैथी के शिक्षण, प्रशिक्षण व रिसर्च के लिए भारत सरकार ने कोलकाता में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथी का गठन किया है।
वीएचएमएस और एमडी होम्योपैथी के अलावा कई दूसरे कोर्सेज भी हैं जो डिप्लोमा इन इलेक्ट्रो होम्योपैथी और डिप्लोमा इन होम्योपैथी मेडिसिन ऐंड सर्जरी हैं।
होम्योपैथी के अंतर्गत शिक्षण व प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आप होम्योपैथिक फार्मेसी, पेडियाट्रिक्स, साइकरेट्री, स्किन स्पेशिएलिस्ट, इंफरटिलिटी ऐंड सेक्स ट्रीटमेंट स्पेशएलिस्ट के रूप में चिकित्सक बनकर ख्याति और सम्मानजनक आय प्राप्त कर सकते हैं।
भारत में होम्योपैथी के शिक्षण संस्थान

                                                          

■ ऑल इंडिया इंस्टीट्‌यूट ऑफ़ होम्योपैथी, दिल्ली।
■ अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, केरल।
■ नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ होम्योपैयी, कोलकाता।
■ युनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस, विजयवाडा।
■राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस, बंगलस।
■ येरेला होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज ऐंड रिसर्च सेंटर, मुंबई।
■ वेनुताई यशवंत राव चौहान होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, चेनगुर्ला।
■ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल, ग्वालियर।
■ स्वामी विवेकानंद होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, भावनगर।
■ स्टेट नेशनल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल, लखनऊ।
■ पंडित जवाहरलाल नेहरू स्टेट होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल, इलाहाबाद।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।