एक प्रश्न पर दो मिनट से ज्यादा न खर्च करें      Publish Date : 29/04/2025

          एक प्रश्न पर दो मिनट से ज्यादा न खर्च करें

                                                                                                                      प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन 2025 के दूसरे सत्र की परीक्षा शुरू करने जा रही है। यह महज एक परीक्षा नहीं है, बल्कि आईआईटी, एनआईटी और ट्रिपल आईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में सीट हासिल करने का एक सुनहरा अवसर भी है। ऐसे में, लाखों उम्मीदवार टॉप पर्सेटाइल हासिल करने के लिए कमर कस चुके होंगे। अगर आप भी उनमें से एक हैं, तो प्रस्तुत लेख में दिए गए कुछ सुझावों को आजमाकर आप परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।

एलिमिनेशन तकनीक

                                             

यह तकनीक वक्त बचाने के साथ प्रश्न-पत्र में सही विकल्प चुनने की संभावनाएं भी बढ़ाती है। उन उत्तरों को सिरे से खारिज कर दें, जो मौलिक अवधारणाओं या फॉर्मूलों का उल्लंघन करते हों। कई बार, जो विकल्प काल्पनिक लगते हैं या सामान्य तर्क का खंडन करते हैं, वे गलत होते हैं। उदाहरण के लिए यदि गति के किसी प्रश्न के विकल्प में 100 मी/से और 10 मी/से दिए गए हैं, तो ये उत्तर हो ही नहीं सकते, क्योंकि गति ऋणात्मक नहीं होती। ऐसे विकल्पों की पहचान करके आसानी से सही उत्तर तक पहुंचा जा सकता है।

समीकरण से जुड़े सवाल

यदि किसी प्रश्न में समीकरण शामिल है, तो दिए गए विकल्पों को उसमें प्रतिस्थापित करें। गलत संख्याएं समीकरण को संतुष्ट नहीं करेंगी। इसके अलावा, यदि दो विकल्प लगभग समान हैं (जैसे 0.345 और 0.354), तो अधिक संभावना है कि उनमें से ही एक सही उत्तर हो। आप केवल उन दो पर ही ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। यह तरीका गणित और भौतिकी के प्रश्नों में कारगर होता है।

उच्च-वेटेज वाले विषयों को तरजीह

बचे हुए समय में महत्वपूर्ण अंक दिलाने वाले टॉपिक्स पर एक नजर डाल लें। भौतिकी में यांत्रिकी (गति के नियम, कार्य-ऊर्जा), इलेक्ट्रोस्टैटिक्स, ऑप्टिक्स और आधुनिक भौतिकी (फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव, परमाणु संरचना) के सूत्रों और अवधारणाओं को एक बार और देख लें। रसायन में कार्बनिक रसायन (प्रतिक्रिया तंत्र, यौगिक), अकार्बनिक रसायन (आवर्त सारणी, रासायनिक बंधन) और भौतिक रसायन (ऊष्मागतिकी, विद्युत रसायन विज्ञान) अच्छे अंक दिला सकते हैं। गणित में कलन (विभेदन, एकीकरण), बीजगणित (मैट्रिक्स, द्विघात समीकरण) और निर्देशांक ज्यामिति स्कोरिंग टॉपिक्स हैं।

एक ही सवाल पर अड़े न रहें

                                         

एक प्रश्न पर औसतन दो मिनट से ज्यादा न खर्च करें और किसी एक ही प्रश्न पर अड़े न रहें। बचे समय में प्रश्नों की जांच कर लें। भौतिकी में आयामी विश्लेषण, अकार्बनिक रसायन विज्ञान में आवधिक प्रवृत्तियों और गणित में प्रतिस्थापन का उपयोग करके सवालों के जवाब आसानी से और कम समय में दे सकते हैं।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।