
एआई तकनीक आपका स्थान नहीं ले सकती Publish Date : 19/04/2025
एआई तकनीक आपका स्थान नहीं ले सकती
प्रोफेसर आर एस. सेंगर एवं इं0 कर्तिकेय
आज भले ही जमाना एआई का है, लेकिन फिर भी कुछ ऐसे कौशल हैं, जिनमें यह आपकी बराबरी नहीं कर सकता है। पेशेवर दुनिया में एआई का तेजी से चलन बढ़ रहा है और इसके माध्यम से लोग अपने कामों को अधिक उत्पादक भी बना रहे हैं। कई पेशेवर यह भी महसूस करते हैं कि कहीं एआई की वजह से उन्हें अपनी नौकरी ही न गंवानी पड़े। हालांकि, कई ऐसे भावनात्मक पहलू भी हैं, जिनमें एआई इन्सानों की जगह कभी नहीं ले सकता।
अगर आपको भी ऐसा लगता है कि एआई के इस दौर में आपकी नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है, तो घबराएं नहीं। अगर आपके अंदर काम करने की लालसा और साथियों के प्रति करुणा रखने जैसी बहुत सी खूबियां हैं, तो यकीन मानिए एआई आपको कभी भी नहीं पछाड़ पाएगा।
मानवीय गुणों को वरीयता देना
एक अच्छा लीडर बनने के लिए यह पता होना चाहिए कि एआई का अधिकतम लाभ कैसे उठाया जाए और किन स्थितियों में मानवीय गुणों को वरीयता दी जानी चाहिए। किसी प्रोजेक्ट पर शोध करने और डाटा का विश्लेषण करने के लिए बिलकुल एआई की सहायता प्राप्त करें, लेकिन जब बात टीम के सहयोग करने व उनके विकास के लिए हो तो उस समय आप अपने मानवीय गुणों को ही प्राथमिकता दें। आप निर्णय लेने के लिए एआई के साथ-साथ टीम के अन्य सदस्यों की राय लेकर भी खुद को एक अच्छे लीडर के रूप में पेश कर सकते हैं।
खुद को जागरूक बनाएं
जागरूकता आपकी मानसिक स्थिति और भावनाओं के साथ-साथ आस-पास की दुनिया तथा लोगों के बारे में जागरूक करती है। यदि आपको इन सभी चीजों की जानकारी है, तो आप एआई की तुलना में दूसरे व्यक्ति की भावनाओं और उनके विचारों को तरजीह दे पाएंगे। जागरूकता एक ऐसा जरूरी मानवीय गुण है, जिसकी जगह एआई कभी नहीं ले सकता है। एक अच्छे लीडर के रूप अपनी जागरूकता के स्तर को बढ़ाने का प्रयास करें, इससे आप टीम के सामने अपनी एक मजबूत पहचान बना पाएंगे।
लोगों की देखभाल करना
किसी व्यक्ति के प्रति दया-भावना रखना, खुद के साथ-साथ दूसरों की देखभाल करने के लिए प्रेरित करता है। जब आप किसी टीम का नेतृत्व करने के लिए करुणा जैसी खूबियों का इस्तेमाल करते हैं, तो आपके अंदर दूसरे व्यक्ति के लिए देखभाल करने का कौशल भी विकसित होगा। यह एक ऐसा गुण है, जो आपकी टीम का आपके प्रति विश्वास बढ़ा सकता है। इससे आपको अपने नेतृत्व गुणों को विकसित करने का अवसर भी मिलता है।
अपने विवेक से निर्णय लेना
हालांकि एआई अधिक डाटा और शोध से जुड़े क्षेत्रों की जानकारी पल भर में दे सकता है, लेकिन संगठन को समझदारी भरे निर्णय लेने के लिए एक अच्छे लीडर की जरूरत होती है। एआई के इस दौर में आज भी ऐसे लोगों को ही तवज्जो दी जा रही है, जिनके पास लोगों को समझने, नवाचारों को अपनाने और अपने विवेक से निर्णय लेने की क्षमता होती है।
लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।