
बीआर्क कोर्स में दाखिले के लिए मिल रहे हैं तीन मौके Publish Date : 06/04/2025
बीआर्क कोर्स में दाखिले के लिए मिल रहे हैं तीन मौके
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
सवालः मैं इस वर्ष पीसीएम से 10-2 पूरा करूंगा और आगे आर्किटेक्चर के क्षेत्र में करियर बनाना चाहता हूं। कृपया इस क्षेत्र में प्रवेश व करिवर संभावनाओं की जानकारी देने का कष्ट करें।
जवाबः किसी मकान या बिल्डिग को देखकर आपके मन में यह खयाल आता है कि मै इसकी प्लानिंग, डिजाइनिंग और डेवलपमेंट कर कुछ अलग बना सकता था, तो आर्किटेक्चर का क्षेत्र आपके लिए ही है। यदि आपकों गहन रुचि स्केचिंग में है और आप खुद में कल्पना और क्रिएटिविटी पाते हैं, तो आर्किटेक्चर का क्षेत्र आपके लिए है। हालांकि, आजकल स्केचिंग जैसे काम कंप्यूटर सॉफ्टवेयर करते है, परन्तु एक आर्किटेक्ट के तौर पर इसकी समझ का होना भी जरूरी है।
यदि आपने न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ पीसीएम विषयों से 10-2 उत्तीर्ण किया है, तो आप पांच वर्षीय बैचलर इन आर्किटेक्चर अर्थात बीआर्क पाठ्यक्रम में प्रवेश पाने के योग्य हैं। बीआर्क में प्रवेश पाने के लिए आपको नाटा यानी नेशनल एप्टीट्यूड टेस्ट इन आर्किटेक्चर उत्तीर्ण करना होगा। देश में किसी भी सरकारी व निजी संस्थान द्वारा बीआर्क पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए भारत सरकार के शिक्षा विभाग के अंतर्गत स्थापित काउन्सिल ऑफ आर्किटेक्चर से मान्यता प्राप्त करना अनिवार्य है।
नाटा प्रवेश जांच परीक्षा काउन्सिल द्वारा ही आयोजित की जाती है। इस वर्ष नाटा प्रवेश जांच परीक्षा तीन बार देश भर के विभिन्न केन्द्रों पर आयोजित की जाएगी, जिसके लिए ऑनलाइन फॉर्म स्वीकार किये जाते हैं। देश के मान्यता प्राप्त बीआर्क संस्थानों की सूची काउन्सिल की वेबसाइट www.coa.gov.in पर उपलब्ध है, वहीं आप नाटा प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन व परीक्षा केंद्र सहित अन्य तमाम विस्तृत जानकारी वेबसाइट nata.in के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।
सवालः मैं विजनेस मैनेजमेंट विषय से ग्रेजुएट हूं और अभी एक कंपनी में जॉब कर रहा हूं। आगे खुद का स्टार्ट अप प्रारंभ करना चाहता हूं। जॉब करते हुए में उद्यमिता (आंत्रप्रोनर) का कोई कोर्स करना चाहता हूं, ताकि मेरा स्किल और क्वालिफिकेशन दोनों बेहतर हो सकें।
जवाबः बहुत कम लोग ही ऐसे होते हैं, जो प्राइवेट सेक्टर में काम करने के साथ-साथ आगे की पढ़ाई का संतुलन बना पाने में कामयाब हो पाते हैं। यदि आप इस संतुलन को कायम रख पाते हैं, तो इससे अच्छी कोई बात नहीं होगी। आपको मैं इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी द्वारा घोषित 2 वर्षीय एमएईआर यानी मास्टर ऑफ आर्ट्स इन आंत्रप्रोनर करने की सलाह दूंगा। यह एक पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है, जिसे आप न्यूनतम 2 वर्ष और अधिकतम 4 वर्ष तक की अवधि में पूरा कर सकते हैं।
इस प्रोग्राम के अन्तर्गत आपको वीकेंड्स में कुछ क्लासेज मिलेंगी। प्रोग्राम के तहत आपको अध्ययन सामग्री दी जाती है, ताकि आप अपनी सुविधानुसार पढ़ाई जारी रखें। यह कोर्स आपको एक स्वतंत्र उद्यमी बनने का रास्ता दिखा सकता है। कोर्स के विवरण व दाखिले सम्बन्धी तमाम विशेष जानकारी के लिए आप इग्नू की वेवसाइट ignou.ac.in पर जाकर स्कूल ऑफ वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिग को सेलेक्ट कर पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।