शिक्षा ही वह नाव है जिस पर आप अपने भविष्य की इमारत खड़ी कर सकते हैं      Publish Date : 17/03/2025

शिक्षा ही वह नाव है जिस पर आप अपने भविष्य की इमारत खड़ी कर सकते हैं

                                                                                                                            प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

‘‘प्रतिदिन नए-नए तरीके अपना कर नए कौशल को सीखने के लिए निरंतर प्रयास करते रहें’’

                                                    

चाहे आप किसी टीम का नेतृत्व करने में आगे बढ़ना चाहते हैं अथवा अपनी वर्तमान भूमिका में प्रासंगिक बने रहना चाहते हैं। सफलता प्राप्त करने के लिए निरंतर सीखते रहना बेहद जरूरी है, क्योंकि ऐसा नही करने से आप प्रतिस्पर्धा की दौड़ में कहीं पीछे छूट जाते हैं। हालांकि कई लोग दिनभर की थकान के कारण समय और ऊर्जा के लिए संघर्ष करते हुए पाए जा सकते हैं। थकावट के चलते उनमें स्वयं के विकास के लिए कुछ नया सीखने की प्रेरणा और चाहत ही नहीं बचती है। अगर आपके साथ भी ऐसा है, तो आपको कुछ रणनीतियों पर फिर से विचार करना चाहिए, जिससे कि आप निरंतर सीखते रहें, फिर भले ही आपको चाहे कितनी भी थकावट क्यों न महसूस हो रही हो, क्योंकि शिक्षा ही वह नाव है जिस पर आप अपने भविष्य की इमारत खड़ी कर सकते हैं।

हमेशा उत्सुक बने रहे

थके होने बाद आप अक्सर यह मानने लगते हैं कि आपके पास नई चीज़ सीखने के लिए पर्याप्त क्षमता उपलब्ध नहीं है। यह महसूस के बिना कि आप सीख नहीं सकते, अपनी थकान का आकलन करें और इस बारे में उत्सुक रहे कि आप थके होने के बाद भी क्या-क्या कर सकते हैं। ऐसा करके आप रचनात्मक रूप से ऐसे किसी भी नकारात्मक विचार पर काबू पा सकते हैं, जो आपको कुछ नया करने में सहायक हो सकें। ऐसी सभी चीजें जो आपको नया करने में पीछे की ओर खींच रही हो ऐसी नेगेटिविटी को सदैव प्रयासों के माध्यम से दूर करें।

नए तरीके सीखें

ऐसे विषयों से शुरुआत करें जो तत्काल ही समस्याओं का समाधान करते हो, जैसे चक्रवृद्धि ब्याज के माध्यम से पैसा तेजी से बढ़ता है ठीक उसी प्रकार से ही सीखने की प्रेरणा तब बढ़ती है जब आप पहले से जो जानते हैं उस पर काम करते हैं। इसके साथ ही ऐसी चीजों पर समय बर्बाद ना करें जो आपके लिए जरूरी नहीं है। कुछ नए तरीके सीखें और फिर उन्हें अपने सहकर्मियों को सीखने इससे विषयों को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और आपको खुद महसूस होगा कि आप में सुधार हो रहा है।

पारंपरिक तौर तरीकों से कुछ हटकर नया सोचें

कई पेशेवर या छात्र मानते हैं की डिग्री या सर्टिफिकेट कोर्स करना ही कौशल सीखने का सबसे अच्छा माध्यम है। ऐसे तरीके नौकरी के लिए हमेशा व्यावहारिक नहीं होते। इसके अलावा भी सीखने के कई अन्य तरीके हैं जैसे अपने सहकारियों से सीखना गुरु या मेंटल से सलाह लेना या अपनी टीम से फीडबैक मांगना आदि। यह तरीका तेज रास्ते और अधिक व्यावहारिक हो सकते हैं।

अपनी भावनाओं को दे प्राथमिकता

सीखने को आसान और अधिक मजेदार बनाने के लिए उसे ऐसी चीजों से जोड़े जिनकी आपको वाकई परवाह है। इसलिए सिर्फ सीखना ही काफी नहीं होता बल्कि आप जो कुछ भी सीख रहे हैं उससे भावनात्मक रूप से जुड़ना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। यदि आप व्यस्त होने के बाद भी कुछ नया सीखने के लिए वक्त निकाल रहे हैं तो दूसरों की बजाय अपनी अपेक्षाओं और मूल्यों की परवाह करें, जिससे आप नए कौशल को आसानी से सीख सकेंगे।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।