
अच्छे करियर के लिए जरूरी है प्लानिंग Publish Date : 31/12/2024
अच्छे करियर के लिए जरूरी है प्लानिंग
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
अगर आप भी अपने करियर को लेकर अभी तक कंफ्यूज हैं, तो आप इस लेख में दिए गए इन टिप्स के माध्यम से आप अपने करियर की बेहतर प्लानिंग कर सकते हैं।
प्रत्येक व्यक्ति सफलता के उच्चतम शिखर पर पहुंचना चाहता है, इसके लिए लोग देश-विदेश के अच्छे कॉलेज से एजुकेशन हासिल करने के लिए लाखों रुपए तक खर्च कर देते हैं, लेकिन इसके बाद भी गलत करियर प्लानिंग के चलते कई बार लोग अपने गोल को अचीव नहीं कर पाते हैं। करियर प्लानिंग एक ऐसी व्यवस्थित प्रक्रिया होती है जिसके माध्यम से कोई व्यक्ति अपने करियर गोल के लिए रास्ता तैयार करता है।
क्या है करियर प्लानिंग?
एजुकेशन के बाद लोग अपना करियर किसी संगठन (Organization) कंपनी अथवा अपने द्वारा चुने गए किसी विशेष फील्ड में बनाते हैं। किसी संगठन के भीतर करियर प्लानिंग पर्सनल एडमिनिस्ट्रेशन (Personal Administration) का वह हिस्सा होता है, जिसका उद्देश्य ऐसे रास्तों को विकसित करना है, जो कर्मचारी, समय के साथ संगठन में आगे बढ़ सके। किसी भी कंपनी में करियर पथ प्रत्येक व्यक्ति के लिए डिजाइन नहीं किया जाता, बल्कि उसमें जॉब करने वाले व्यक्तियों के पास स्वयं अपनी आवश्यकताओं, क्षमताओं और रुचियों आदि के आधार पर अपना रास्ता स्वयं ही बनाना पड़ता है।
पिछले 2 सालों में जॉब मार्केट में बहुत बड़े-बड़े बदलाव हुए हैं। आप कह सकते हैं कि इसमें लोगों का करियर ग्राफ रोलर कोस्टर की तरह से ही रहा है।
जॉब सिक्योरिटी, हर साल प्रमोशन और वेतन वृद्धि अब पुरानी बातें हो चुकी हैं। इकोनॉमी की कमजोरी के दौर में जॉब मार्केट में भी अनिश्चितता एक अपरिहार्य (Indisensable) स्थिति हो चुकी है। इसलिए करियर की एक बेहतर प्लानिंग करना भी बहुत आवश्यक होता है।
करियर प्लानिंग
1. सबसे पहले स्वयं को समझें
अपने करियर की प्लानिंग करने से पहले आपको स्वयं को समझना बहुत जरूरी होता है। इसलिए अपने लिए कुछ पर्सनल समय निकालें और उन सभी कामों की सूची बनाइए, जो आप करना चाहते हैं। फिर, उन चीजों की सूची बनाइए, जिन्हें आप नहीं करना चाहते हैं। इस तरह से आप स्वयं को समझकर ही अपने सही जुनून का अंदाजा आसानी से लगा सकते है।
2. मौजूदा जॉब प्रोफाइल का आंकलन करें
इसके बाद आपको अपने करियर का गोल सेट करना भी जरूरी होता है। इसके लिए आप अपने मौजूदा जॉब प्रोफाइल का आंकलन कर सकते हैं। जब आप किसी फाइनेंशियल प्लानर के पास जाते हैं तो वह सबसे पहले आपके वित्तीय लक्ष्य (Financial Goal) के बारे में जानना चाहता है। इसी तर्ज पर आप अपने मौजूदा रोल और उसके भविष्य पर गम्भीरता से विचार करें। आपकी कंपनी जरूर तिमाही या छमाही समीक्षा (Quarterly or Half Yearly) करती होगी, अतः आप भी इसमें आप अपने लिए चुनौतियों की जल्द से जल्द समीक्षा करें।
3. लंबी अवधि के करियर प्लान पर करें फोकस
जिस किसी भी संस्थान में आप फिलहाल कार्य कर रहे हैं, अगर वहां आप अगले 4-5 साल में लीडरशिप रोल में आना चाहते हैं तो इस पर अपना फोकस करें। एक बार उद्देश्य चुन लेने के बाद उस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए क्या कुशलता होनी चाहिए, इसकी पहचान करें। इसके साथ ही आप यह भी जानने की कोशिश करें कि जो व्यक्ति इस समय उस पोजीशन पर है उसका रिज्यूम कैसा दिखता है। क्या उसमें कोई ऐसी कुशलता है जिसे आपको सीखना चाहिए।
लंबी अवधि के लक्ष्य को पाने के लिए आपको कई फंक्शन में काम करना आना जरूरी होता है। लंबी अवधि के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए आपको छोटे-छोटे लक्ष्य को पूरा करने की जरूरत है।
4. सीखें और अपनी कुशलता को बढ़ाएं
कोरोना के बाद जिस तरह से जॉब मार्केट में अस्थिरता आई है और वर्क प्लेस की परिस्थितियां भी लगातार बदल रही हैं, उस हिसाब से नई कुशलता सीखना करियर प्लानिंग का सबसे महत्वपूर्ण भाग है। करियर में जीवन भर आपको कुछ ना कुछ सीखना पड़ता है। ऑनलाइन एजुकेशन की मदद से आप यह काम बहुत आसानी से कर सकते हैं।
अगर आप हफ्ते में 5-6 घंटे का समय निकालकर आपने काम के हिसाब से आधुनिक कुशलता सीख सकें तो आप अपनी जॉब जाने के जोखिम को बहुत आसानी से पीछे छोड़ सकते हैं। आसानी से नई चीजें सीखने की आपकी क्षमता भी आपको जॉब मार्केट में बनाये रखने में मददगार साबित होती है।
5. सीखे हुए स्किल का यूज करें
आप जब भी नई चीजें सीखते हैं तो उन्हें यूज करने के मौके तलाशें। आप अपने संस्थान के भावी प्रोजेक्ट में काम करने की संभावना तलाश करें और उसमें अपने स्किल का प्रयोग करें। उदाहरण के लिए आज के समय में डिजिटल अवरोध से हर कंपनी जूझ रही है और इससे निपटने के लिए टीमें बना रही हैं। इस तरह के प्रोजेक्ट पर काम करना बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है क्योंकि कंपनी आपको इसमें हर संभव सहायता भी प्रदान करती है।
6. निर्देश प्राप्त करें
जिस किसी भी कंपनी में भी आप कार्य कर रहे हैं, वहां पर आपके लीडर की आपकी कार्य क्षमता को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ऐसे में अगर आप अपने लीडर के संपर्क में रहेंगे, तो जिस पद पर पहुंचना आपका लक्ष्य है, तो सबसे बेहतर यह है कि उसकी ट्रेनिंग अपने लीडर से ही लें। लीडर की उम्र और अनुभव आदि से आप प्रभावित ना हों और जिस किसी से भी सीखने का मौका मिले, उससे कुछ ना कुछ जरूर सीखें।
नई तकनीक सीखने के लिए आपकी टीम का सबसे छोटा सदस्य भी आपका सबसे अच्छा टीचर हो सकता है। अगर आपका संस्थान मॉनिटरिंग पाने के मौके दे रहा है तो यह भी एक सबसे अच्छा विकल्प आपके पास रहता है।
7. लोगों से कनेक्शन स्थापित करना सीखे, आपका जॉब सेक्टर चाहे कोई भी हो, लोगों से कनेक्शन स्थापित करना हमेशा ही महत्वपूर्ण होता है, इसलिए आप अपने कनेक्शन को मजबूत करते रहें। अपने सोशल सर्कल का दायरा बढ़ाएं और ऐसे लोगों से संपर्क करें, जो करियर में आगे बढ़ने में आपकी मदद कर सकते हैं।
इसके साथ ही अपने स्कूल-कॉलेज के पुराने नेटवर्क से भी जुड़े रहें। इस बात कोई पता नही होता कि क्या पता, कब कौन काम आ जाए।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।