
सबसे आगे भारतीय सीईओ Publish Date : 19/10/2025
सबसे आगे भारतीय सीईओ
“सैलरी के मामले में दुनिया की दिग्गज कंपनियों के सीईओ से भारतीय सीईओकाफी आगे निकल गए हैं। जी हां, ताजा आंकड़े तो यही कहते हैं”
आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है, लेकिन बात सौ फीसदी सच है। भारतीय सीईओं वेतन के मामले में दुनिया की तमाम दिग्गज कंपनियों के सीईओ को पछाड़कर काफी आगे निकल गए हैं। हालांकि कुछ साल पहले तक इस बारे में सोचा भी नहीं जा सकता था, लेकिन देश का मस्तक गर्व से ऊंचा कर देने वाला यह सच आज सभी के सामने है। भारतीय कंपनी दुनिया की तमाम बड़ी कंपनियों से तुलनात्मक रूप से छोटी जरूर हो सकती हैं, पर अपने सीईओ को वेतन देने के मामले में वह उनके मुकाबले बड़ी हो गई है।
टॉप को भी मात
पटनी कम्प्यूटर देश की ऐसी सबसे पुरानी आईटी कंपनियों में से एक है, जिससे देश और दुनिया के अनेक दिग्गज निकले हैं। पटनी भारत और बाहर की अनेक आईटी कंपनियों की तुलना में आज भी अपेक्षाकृत छोटी कंपनी है,लेकिन यह जानकर सभी को आश्चर्य होगा कि यह अपने सीईओ को सबसे ज्यादा वेतन देने के मामले में देश की पांचवीं सबसे बड़ी कंपनी है। इतना ही नहीं, आपको यह जानकर और हैरानी होगी कि दुनिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में शुमार बहुचर्चित माइक्रासॉफ्ट के सीईओ स्टीव बामर की तुलना में पटनी कम्प्यूटर के सीईओ जेया कुमार की सैलरी दोगुनी से भी अधिक है। जी हां, ऑस्ट्रेलियाई नागरिक 33 साल के कुमार को जहां 12.19 करोड़ रुपये सालाना वेतन के रूप में मिलते हैं, वहीं बामर को इस मद में महज 6 करोड़ रुपये ही मिलते हैं। विप्रो के प्रमुख अजीम प्रेमजी भी इस मामले में बामर से आगे हैं, जिन्हें2009 में सालाना वेतन के रूप में7.8 करोड़ रुपये मिले।
और भी है आगे
जेया कुमार तो महज एक उदाहरण हैं। कई भारतीय कंपनियों के सीईओ तो उनसे भी आगे हैं। देश और दुनिया में सबसे ज्यादा सालाना कमाई करने वाले सीईओ में पहला नाम जेएसपीएल यानी जिंदल स्टील ऐंड पॉवर लिमिटेड के नवीन जिंदल का है, जिन्हें वेतन के रूप में सालाना 49 करोड़ रुपये की आय होती है। इसके बाद नाम आता है हीरो होंडा के सीईओ पवन मुंजाल का, जिन्हें सैलरी के रूप में 30.8 करोड़ रुपये मिलते हैं। मद्रास सीमेंट के सीईओ पीआरआर राज को 27.9 करोड़ रुपये तथा भारती एयरटेल के सुनील मित्तल को 23.48 करोड़ रुपये वार्षिक प्राप्त होते हैं।
पीछे हैं दुनिया के दिग्गज
वैसे तो देश और विदेश की दिग्गज कंपनियों के सीईओ को वेतन के रूप में भारी-भरकम धनराशि और तमाम अन्य सुविधाएं मिलती हैं, लेकिन इस संबंध में भारतीय कंपनियों के सीईओ से उनकी तुलना करने पर यह बहुत कम लगती है। इस क्रम में देखा जाए, तो वोडाफोन के सीईओ वी कोलाओं को सबसे ज्यादा 18.5 करोड़ रुपये मिलते हैं, जो सबसे अधिककमाई करने वाले भारतीय सीईओ नवीन जिंदल के मुकाबले आधे से भी कम है। इसी तरह आर्सेलर मित्तल के भारतीय मूल के सीईओ एलएन मित्तल को 17 करोड़, लाफार्म के ब्रुनो लेफॉन्ट को 11.4 करोड़ तथा जापानी कंपनी होंडा के सीईओ ताकानीबु इतों को महज 6 करोड़ रुपये सालाना मिलते हैं। ये तो सिर्फ चंद उदाहरण हैं। आज ऐसे अनेक भारतीय सीईओ हैं, जिन्हें दुनिया की अधिकांश कंपनियों के सीईओ की तुलना में वेतन के रूप में अधिक पैसे दिए जा रहे हैं।
देसी का डंका
एस्पायर ह्यूमन कैपिटल के सीईओ अमित भाटिया कहते हैं कि,' भारतीय सीईओ को मिलने वाली भारी-भरकम सैलरी का सबसे बड़ा कारण इन कंपनियों का ग्लोबलाइजेशन है। इसी के चलते उनके कारोबार का दायरा तेजी से बढ़ रहा है। इसी के साथ ही ग्लोबल सीईओ और भारतीय चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर को मिलने वाले वेतन का अंतर भी लगातार कम होता जा रहा है।' आमतौर पर तो यही माना जाता रहा है कि भारतीय कंपनियों के वेतन का ढांचा दुनिया की अन्य कंपनियों की तुलना में अलग होता है, लेकिन यह भी सच है कि भारतीय सीईओ को मिलने वाले सैलरी पैकेज में स्टॉक ऑप्शन का प्रमुख हिस्सा होता है। दरअसल, यही वह कारण है, जो भारतीय कंपनियों के सीईओ को वेतन के मामले में ग्लोबल सीईओ से काफी आगे कर देता है।
टॉप सीईओ की कमाई |
||
कंपनी |
सीईओ |
सालाना कमाई (करोड़ रु. में) |
देसी |
|
|
जेएसपीएल |
नवीन जिंदल |
49 |
हीरो होंडा |
पवन मुंजाल |
30.8 |
भारती एयरटेल |
सुनील मित्तल |
23,8 |
मद्रास सीमेंट |
पीआर राजा |
27.9 |
पटनी कम्प्यूटर |
जैया कुमार |
12:19 |
विदेशी |
|
|
वोडाफान |
वी कोलाओ |
18.5 |
आर्सेलर मित्तल |
एलएन मित्तल |
17 |
लाफार्ज |
ब्रुनो लेफॉन्ट |
11.4 |
माइक्रोसॉफ्ट |
स्टीव बामर |
6 |
होंडा |
ताकानीबु इतो |
6 |