
पौधों में प्रकाश संश्लेषण क्रिया Publish Date : 10/10/2025
पौधों में प्रकाश संश्लेषण क्रिया
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 शालिनी गुप्ता
प्रकाश संश्लेषण की क्रियाः पौधे अपना भोजन कैसे बनाते हैं:-
प्रकाश संश्लेषण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे अपनी पत्तियों में सूरज की रोशनी, पानी और हवा में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) और ऑक्सीजन बनाते हैं। यह प्रक्रिया पौधों की वृद्वि और पोषण के लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि यही उनकी ताकत और बढ़ने का आधार है। अब इस क्रिया को आसान शब्दों में इस प्रकार से समझें:
पौधों को प्रकाश संश्लेषण के लिए क्या चाहिए?
- सूरज की रोशनी।
- पानी (जो जड़ों से आता है)।
- कार्बन डाइऑक्साइड (हवा से)।
इससे क्या बनता है?
- ग्लूकोज (पौधे का भोजन, जो पौधों का ऊर्जा प्रदान करता है)।
- ऑक्सीजन (जो हवा में छोड़ा जाता है)।
- इस प्रक्रिया का रासायनिक सूत्र हैः-
’6Co, 6Ho: सूरज की रोशनी → CHO (ग्लूकोज) + 6O (ऑक्सीजन)
यानी, पौधे 6 अणु कार्बन डाइऑक्साइड और 6 अणु पानी को सूरज की रोशनी की मदद से ग्लूकोज और ऑक्सीजन में बदल देते हैं।
पौधे की बनावट और पौधे का कौन-सा हिस्सा क्या करता हैः-
पौधे के अलग-अलग हिस्से अलग-अलग काम करते हैं। इन्हें समझना किसानों के लिए बहुत जरूरी है जिससे कि वह पौधों की देखभाल अच्छे से कर सकें।
पौधों की जड़ें:-
जड़ें पौधे का आधार होती हैं। ये मिट्टी में गहरे जाकर पानी और पोषक तत्व (जैसे नाइट्रोजन, फास्फोरस) आदि को सोख कर पौधों के लिए उपलब्ध कराती हैं। इसके अलावा ये पौधे को जमीन में मजबूती से पकड़कर खड़ा रखती हैं।
पौधों का तनाः-
तना किसी भी पौधे का ढांचा होता है। यह जड़ों से पानी और पोषक तत्वों को पत्तियों तक ले जाता है और पत्तियों के द्वारा बनाए गए भोजन पौधे के बाकी हिस्सों तक पहुंचाता है। तना पौधे को जमीन पर सीधा खड़ा रखता है और पत्तियों को सूरज की रोशनी तक पहुंचने में मदद करता है।
पौधों की पत्तियाँ:-
पत्तियाँ पौधे का रसोईघर होती हैं। यहीं पर प्रकाश संश्लेषण होता है।
पत्तियाँ हवा से कार्बन डाइऑक्साइड लेती हैं और ऑक्सीजन को छोड़ती हैं। इनमें हरा रंग क्लोरोफिल नामक पदार्थ की वजह से होता है, जो सूरज की रोशनी को सोखता है।
पौधों की जाइलम और फ्लोएमः-
ये तने के अंदर की दो खास नलिकाएँ होती हैं।
जइलमः जड़ों से पानी और पोषक तत्वों को पत्तियों तक ले जाता है। इसे आप पौधे की पानी की पाइप लाइन समझ सकते हैं।
फ्लोएमः पत्तियों में बना भोजन (ग्लूकोज) को पौधे के अन्य हिस्सों, जैसे जड़ों, फूलों और फलों तक पहुंचाता है। इसे आप भोजन की पाइप लाइन कह सकते हैं।
किसानों के लिए जानना क्यों जरूरी हैः-
पानी और खादः जड़ें पानी और पोषक तत्व सोखती हैं, इसलिए मिट्टी को नम और पोषक तत्वों से भरपूर बनाए रखें।
सूरज की रोशनीः पत्तियों को पर्याप्त रोशनी मिलनी चाहिए, क्योंकि यही भोजन बनाने का काम करती हैं।
तने की देखभालः पौधों का तना मजबूत होना चाहिए ताकि पौधा टूटे नहीं और पोषक तत्व आसानी से पहुंच सकें।
वायू का प्रवाहः पत्तियों को कार्बन डाइऑक्साइड चाहिए, इसलिए पौधों के आसपास हवा का बहाव अच्छा होना चाहिए।
इस तरह, प्रकाश संश्लेषण और पौधे की बनावट को समझकर किसान अपने पौधों को स्वस्थ और मजबूत रख सकते हैं, जिससे फसल अच्छी होगी और किसान की आमदनी भी बढ़ेगी।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।