
पार्क और लैब के जरिये दूर किया गणित का डर, बनाया रुचिकर विषय Publish Date : 03/10/2025
पार्क और लैब के जरिये दूर किया गणित का डर, बनाया रुचिकर विषय
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
दुर्ग जिले की शिक्षिका डा. प्रज्ञा दुर्गा सिंह का मानना है कि गणित केवल विषय नहीं, बल्कि एक सोच है, जिसे हर बच्चे तक सरल रूप में पहुंचाना शिक्षक की जिम्मेदारी है। इस वर्ष राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित डा. प्रज्ञा ने स्वयं ऐसा किया भी है।
हनोदा के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय में अध्यापन के दौरान डा. प्रज्ञा नें गणित को रुचिकर बनाने के लिए एक अभिनव पहल की। इसके लिए उन्होने गणित पार्क और सुसज्जित मैथ लैब की स्थापना की है। उनके इस प्रयास से विद्यार्थियों में गणित के प्रति भय दूर हुआ। गणित पार्क में वर्ग, घन, बेलन, पाइथागोरस प्रमेय से संबंधित माडल बनाए गए, जिससे बच्चे गणित को महसूस कर समझ सकें। मैथ लैब में 500 से अधिक टीएलएम (शैक्षणिक सहायक सामग्री) शामिल हैं।
यह लैब कक्षा छठी से आठवीं तक के छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी है और उनके सीखने की प्रक्रिया को प्रभावशाली बनाती है। डा. प्रज्ञा ने स्मार्ट क्लासरूम की दिशा में भी काफी कार्य किए। ब्लैक बोर्ड की जगह ग्रीन बोर्ड की व्यवस्था की है। उन्होंने विद्यालय को 30 हजार रुपये की पुस्तकें व अलमारी देकर कर पुस्तकालय की नींव रखी। उन्होंने प्रज्ञा युवा शक्ति संगठन के माध्यम से पूर्व छात्राओं को जोड़कर सामाजिक और शैक्षणिक गतिविधियों को गति दी। उन्हें मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण, राज्य शिक्षक सम्मान, उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान, ग्राम गौरव सम्मान सहित कई पुरस्कार मिल चुके हैं।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।