यूरिया और अमोनियम नाइट्रेट में अंतर      Publish Date : 26/09/2025

               यूरिया और अमोनियम नाइट्रेट में अंतर

                                                                                                                                                            प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 रेशु चौधरी

नाइट्रोजन पौधों की वृद्धि के लिए सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक है, जो फसल की पैदावार और गुणवत्ता को सीधे प्रभावित करता है। सबसे आम नाइट्रोजन उर्वरकों में यूरिया और अमोनियम नाइट्रेट (AN) शामिल हैं। दोनों अत्यधिक प्रभावी हैं, लेकिन इनकी रासायनिक संरचना, हैंडलिंग सुरक्षा और उपयोग विधियों में अंतर होता है। इन अंतरों को समझना आपके फसल सिस्टम के लिए सही उर्वरक चुनने के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण होता है।

प्रमुख विशेषताएं और गुण

रासायनिक प्रकृति

यूरिया (CO (NH₂)₂): एक कार्बनिक यौगिक है जो मिट्टी में पहले अमोनियम (NH₄⁺) और बाद में नाइट्रेट (NO₃⁻) में परिवर्तित होता है, तभी पौधे इसे अवशोषित कर पाते हैं।

अमोनियम नाइट्रेट (NH₄NO₃): एक अकार्बनिक लवण है जो पहले से ही अमोनियम और नाइट्रेट दोनों रूपों में नाइट्रोजन प्रदान करता है, जिससे पोषक तत्व तेजी से उपलब्ध होते हैं।

नाइट्रोजन के रूप

                                                                

यूरिया: नाइट्रोजन को एमाइड रूप में पौधों को प्रदान करता है, जिसे पौधों द्वारा अवशोषित होने से पहले परिवर्तित होने की आवश्यकता होती है।

अमोनियम नाइट्रेट: यह पौधों के लिए तुरंत उपलब्ध नाइट्रोजन (अमोनियम + नाइट्रेट) प्रदान करता है, जिससे पौधों द्वारा तेजी से अवशोषण किया जाता है।

मिट्टी पर प्रभाव

यूरिया: शुरू में तटस्थ, लेकिन नाइट्रिफिकेशन प्रक्रिया के बाद मिट्टी को अम्लीय बनाता है।

अमोनियम नाइट्रेट: अमोनियम नाइट्रेट स्वाभाविक रूप से ही अम्लीय होता है जो समय के साथ मिट्टी के pH को प्रभावित कर सकता है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।