
मिट्टियों के प्रकार एवं उनकी संरचना Publish Date : 19/09/2025
मिट्टियों के प्रकार एवं उनकी संरचना
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं अन्य
मिट्टियाँ, चिकनी मिट्टी, पीली मिट्टी, काली मिट्टी, जलोढ़ मिट्टी, भूरी मिट्टी और लाल मिट्टी आदि प्रकार की होती हैं जिनका विवरण अग्रलिखित प्रकार से होता है-
चिकनी मिट्टीः- यह मिट्टी, मिट्टी के महीन कणों से मिलकर बनी होती है और इस प्रकार की मिट्टी में पोषक तत्वों की अधिकता होती है।
पीली मिट्टीः- पीली मिट्टी का रंग लोहे और मैग्नीशियम के कारण पीला होता है और यह मिट्टी अधिकतर पूर्वी भारत में पाई जाती है।
काली मिट्टीः- काली मिट्टी की संरचना इस प्रकार से होती है-
1. नाईट्रोजन (N) – 0.1 – 0.3%
2. फॉस्फोरस (P) – 0.5 – 0.1%
3. पोटेशियम (K) – 1 – 3%
4. कैल्शियम (Ca) – 2 – 6%
5. मैग्नीशियम (Mn) – 1 – 3%
6. लोहा (Fe) – 1 – 3%
उपयुक्त फसलें:- अनाज, दलहन, तिलहन एवं फल और सब्जियाँ।
जलोढ़ मिट्टी- जलोढ़ मिट्टी की संरचना
1. नाईट्रोजन (N) – 0.05 – 0.15%
2. फॉस्फोरस (P) – 0.02 – 0.1%
3. पोटेशियम (K) – 0.5 – 1.5%
4. कैल्शियम (Ca) – 1 – 5%
5. मैग्नीशियम (Mn) – 0.5 – 2%
6. लोहा (Fe) – 0.5 – 2%
उपयुक्त फसलें:- अनाज, दलहन, तिलहन, गन्ना, आडू, कपास एवं फल और सब्जियाँ।
भूरी मिट्टी- भूरी मिट्टी की रचना इस प्रकार की होती है-
1. नाईट्रोजन (N) – 0.01 – 0.05%
2. फॉस्फोरस (P) – 0.02 – 0.05%
3. पोटेशियम (K) – 0.5 – 1.5%
4. कैल्शियम (Ca) – 1 – 3%
5. मैग्नीशियम (Mn) – 0.5 – 1.5%
6. लोहा (Fe) – 0.5 – 1.5%
उपयुक्त फसलें:- अनाज, दलहन, तिलहन, गन्ना, आडू, कपास एवं फल और सब्जियाँ।
लल मिट्टी- लाला मिट्टी इस प्रकार से बनी होती है-
1. नाईट्रोजन (N) – 0.05 – 0.1%
2. फॉस्फोरस (P) – 0.02 – 0.05%
3. पोटेशियम (K) – 0.5 – 1.5%
4. कैल्शियम (Ca) – 1 – 3%
5. मैग्नीशियम (Mn) – 0.5 – 1.5%
6. लोहा (Fe) – 1 – 2%
उपयुक्त फसलें:- अनाज, दलहन, तिलहन, गन्ना, आडू, कपास एवं फल और सब्जियाँ।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।