किसान क्रेडिट कार्ड के लाभ एवं उपयोग      Publish Date : 02/08/2025

             किसान क्रेडिट कार्ड के लाभ एवं उपयोग

                                                                                                                                          प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं अन्य

किसान क्रेडिट कार्ड एक ऐसी सुविधा है, जिसके चलते देश के लाखों किसान सूदखोरों के मकड़जाल से बच पा रहे हैं। उन्हें अपनी आवश्यकता के अनुसार सरकारी बैंकों से ही लोन मिल जाता है।

किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में

  • किसान क्रेडिट कार्ड क्या है?
  • किसान क्रेडिट कार्ड के फायदे क्या हैं?
  • किसान क्रेडिट कार्ड की विशेषताएं।
  • कैसे तय होती है किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट।
  • मझोले किसानों के लिए सब-लिमिट तय करन।
  • किसान क्रेडिट कार्ड के लिए पात्रताएं।
  • किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें?
  • किसान क्रेडिट कार्ड के लिए जरूरी दस्तावेज।
  • किसान क्रेडिट कार्ड से पैसा कैसे मिलेगा।
  • किसान क्रेडिट कार्ड से जुड़े अन्य सवाल।

देश का किसान अनाज उगाने के लिए अनगिनत चुनौतियों का सामना करता है। कभी मौसम की मार झेलता है तो कभी फसल के लिए सूदखोरों के कर्ज के जाल में फंस जाता है। किसानों को ऐसे ही जालों से दूर रखने के लिए सरकार किसानों के लिए कई तरह की कल्याणकारी योजनाएं चलाती है। इन योजनाओं में से ही एक है किसान क्रेडिट कार्ड। इस कार्ड के माध्यम से किसान अपनी जरूरतों के हिसाब से लोन ले सकता है और वह भी बहुत ही कम ब्याज दर पर।

इस बार बजट में किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट भी बढ़ा दी गई है। पहले इसकी लिमिट 3 लाख रुपये थी, जिसे बढ़ाकर अब 5 लाख रुपये कर दिया गया है। यही नहीं इस लोन पर लगने वाले ब्याज में भी सरकार ने छूट को भी जारी रखने का फैसला किया है। किसान क्रेडिट कार्ड कैसे बनेगा, कैसे इस कार्ड से लोन मिलेगा, आइए जानते हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड क्या है?

                                                                     

किसानों को सूदखोरों के जंजाल से मुक्त कराने और खेती-बाड़ी के लिए सस्ती ब्याज दर पर पैसा उपलब्ध कराने के लिए वर्ष 1998 में किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत की गई थी। किसान क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके किसान बीज, खाद, यूरिया, कीटनाशक जैसी चीजें खरीद सकता है। साथ ही फसल उगाने के लिए जरूरत के समय नकद भी ले सकता है। इस कार्ड से लिए गए कर्ज पर आमतौर पर बाकी लोन की तुलना में काफी कम ब्याज लगता है। यही नहीं इस पैसे को लौटाने की शर्तें भी बहुत आसान और लचीली हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड के फायदे क्या हैं?

  • फसल बुआई के लिए तुरंत पैसों का इंतजाम।
  • फसल कटाई के बाद के खर्चों के लिए भी परेशान होने की जरूरत नहीं।
  • बाजार में फसल को बेचने के लिए भी केसीसी से पैसा लिया जा सकता है।
  • खेती के अलावा परिवार की अन्य जरूरतों के लिए भी कारगर।

ऽ खेती-बाड़ी के लिए या स्टोरेज के लिए पैसों की जरूरत हो तो भी काम आएगा।

किसान क्रेडिट कार्ड की विशेषताएं

  • 3 लाख रुपये तक के लोन की तुरंत व्यवस्था।
  • सरकार से ब्याज में 1.5 फीसदी की छूट।
  • जल्दी पैसा चुकाने पर भी ब्याज में छूट।
  • 4 फीसदी ब्याज ही देना पड़ता है किसान को।
  • 5 साल तक हर साल 10 प्रतिशत लिमिट बढ़ जाती है।

कैसे तय होती है किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट

पहले साल शॉर्ट टर्म लिमिटः जो किसान साल में एक फसल बोते हैं, यह उनके लिए है। इसके तहत जिला स्तर की तकनीकी कमेटी द्वारा निर्धारित फसल के लिए फाइनेंस को कुल क्षेत्रफल से गुणा किया जाता है। इसके बाद 10 प्रतिशत खर्च फसल कटने के बाद, 20 प्रतिशत खेती से जुड़े उपकरणों के रखरखाव के लिए और फसल बीमा वगैरह को जोड़कर क्रेडिट कार्ड की लिमिट तय होगी।

दूसरे साल के लिए लिमिटः पहले साल की लिमिट के बाद हर साल 10 फीसदी के हिसाब से लिमिट बढ़ती चली जाती है। यह पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें साल तक बढ़ती जाती है।

एक से ज्यादा फसल बुआई वाले किसानः इसके तहत लिमिट पहले साल के पैटर्न के हिसाब से तय होती है और बाद में हर साल 10 फीसदी के हिसाब से बढ़ती जाती है। माना जाता है कि अगले 4 साल तक किसान इसी पैटर्न को फॉलो करेगा।

भूमि विकास, सिंचाई या किसानी के उपकरण खरीदने या निवेश के लिए टर्म लोनः खेती व उससे जुड़ी गतिविधियों को देखते हुए बैंक इसका निर्धारण करता है। इसमें यह भी देखा जाता है कि किसान जिस उपकरण को खरीदना चाहता है, उसकी कीमत कितनी है।

लंबे समय के लिए लोन लिमिटः यह पांच साल के दौरान किए जाने वाले निवेश और किसान के लोन चुकाने की क्षमता को देखकर निर्धारित किया जाता है।

सबसे ज्यादा लिमिटः पांचवें साल में किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट अपने शीर्ष पर रहती है।

मझोले किसानों के लिए सब-लिमिट तय करना

शॉर्ट टर्म लोनः सरकार की ओर से ब्याज पर मिलने वाली रियायत (Interest Subvention Scheme/Prompt Repayment Incentive scheme½ योजना के चलते इसकी ब्याज की दर तय होती है। इसलिए इसमें शॉर्ट टर्म लोन और टर्म लोन में नियम अलग-अलग होते हैं।

पैसा निकालने की लिमिटः शॉर्ट टर्म कैश क्रेडिट फसल के पैटर्न और खेती के लिए खर्च होने वाले पैसों पर निर्भर करता है। किसान अपनी सहूलियत के हिसाब से पैसा निकाल सकता है।

किसान क्रेडिट कार्ड के लिए पात्रता

  • कोई भी ऐसा किसान जो अपनी जमीन पर खेती स्वयं ही कर रहा हो।
  • बटाई पर खेती कराने वाले किसान।
  • किसानों के सेल्फ हेल्प ग्रुप (SHG) या ज्वाइंट लाइबिलिटी ग्रुप (JLG)।

किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें?

STEP-1

  • आपको जिस बैंक से KCC बनवाना है, उस बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं।
  • मान लीजिए आप SBI चुनते हैं तो पोर्टल से कृषि व ग्रामीण चुनें।
  • कृषि बैंकिंग पर क्लिक करते हुए ‘किसान क्रेडिट कार्ड’ का विकल्प दिखेगा।
  • यहां आपको किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी।
  • यहीं पर आपको Application Form डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा।

STEP-2

  • आवेदन फॉर्म को अच्छे से भरें और जरूरी दस्तावेज साथ में अटैच कर दे।
  • बैंक में जाकर संबंधित अधिकारी से मिलें और फॉर्म जमा करा दें।
  • आप चाहें तो सीधे बैंक से जाकर भी यह आवेदन फॉर्म ले सकते हैं।
  • कई बैंक ऑनलाइन आवेदन का विकल्प देते हैं।
  • आवेदन के बाद खुद ही बैंक अधिकारी संपर्क करते हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड के लिए जरूरी दस्तावेज

1. आवेदन फॉर्म

2. दो पासपोर्ट साइज फोटो

3. पहचान पत्र

4. आधार कार्ड

5. एड्रेस प्रूफ

6. रेवेन्यू प्रशासन द्वारा प्रमाणित जमीन के कागज

7. फसल का ब्यौरा

8. 2 या 3 लाख से ज्यादा लोन की स्थिति में सिक्योरिटी डॉक्यूमेंट्स

किसान क्रेडिट कार्ड से पैसा कैसे मिलेगा

  • बैंक के आम क्रेडिट कार्ड की तरह ही किसान क्रेडिट कार्ड होता है।
  • आपको PIN नंबर जनरेट करना होगा। किसी भी बैंक एटीएम या माइक्रो ATM से पैसा निकाल सकते हैं।
  • किसान मंडी में अपनी फसल बेचने का पैसा भी सीधे अकाउंट में पा सकते हैं।
  • PoS Machine के द्वारा भी पैसा निकाला जा सकता है।
  • IMPS/IVR मोबाइल बैंकिंग की सुविधा

किसान क्रेडिट कार्ड से जुड़े अन्य सवाल

1. किसान क्रेडिट कार्ड की वैलिडिटी कितने साल की होती है?

किसान क्रेडिट कार्ड की वैलिडिटी पांच साल तक के लिए होती है। हालांकि यह इस पर भी निर्भर करता है कि आप कैसी योजना बना रहे हैं।

2. किसान क्रेडिट कार्ड के लिए कितनी उम्र होनी चाहिए?

किसान क्रेडिट कार्ड के लिए न्यनूतम उम्र 18 साल और अधिकतम आयु 75 साल रखी गई है। अगर आप सीनियर सिटीजन हैं तो आपको अपने वारिस को संयुक्त आवेदक बनाना होगा।

3. किसान क्रेडिट कार्ड पर कितना ब्याज देना होता है?

किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज की दर बैंक पर निर्भर होता है। हालांकि 3 लाख रुपये तक के लोन पर 7 फीसदी सालाना ब्याज दर होती है।

4. किसान क्रेडिट कार्ड का फॉर्म कहां से मिलेगा?

किसान क्रेडिट कार्ड का फॉर्म लगभग सभी मान्यता प्राप्त बैंक की साइट से डाउनलोड कयिा जा सकता है। www.agricoop.gov.in www.agricoop.gov.in और www.pmkisan.gov.in से भी फॉर्म डाउनलोड किया जा सकता है। चाहें तो सीधे बैंक जाकर भी फॉर्म लिया जा सकता है।

5. किसान क्रेडिट कार्ड पर सरकार की ओर से ब्याज में कितनी छूट मिलती है?

केंद्र सरकार की ओर से किसान क्रेडिट कार्ड पर लिए लोन में 1.5 फीसदी की रियायत मिलती है। इसके अलावा टाइम पर पैसा चुकाने पर भी 3 फीसदी तक ब्याज में छूट मिल जाती है। मतलब किसान को करीब 4 फीसदी ब्याज ही देना पड़ता है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।