
स्वाद और सेहत का खजाना है आम कलाकंद Publish Date : 25/06/2025
स्वाद और सेहत का खजाना है आम कलाकंद
श्रीमति सरिता सेंगर एवं शीतल शर्मा
आम केवल बातों में ही फलों का राजा नही होता है, बल्कि इसकी विशेषताएं अलग-अलग प्रकार के रंग, रूप और इसका लाजवाब स्वाद इसको फलों का राजा बनाता है। आमतौर पर पका हुआ आम मार्च के महीने में बाजारों में आ जाता है, हालांकि मार्च और अप्रैल के महीनों में बाजारों में बिकने वाले आम वह स्वाद नहीं होता है, जिसका कारण होता है कि इस समय मिलने वाला आम पूरी तरह से पक नहीं पाता है। इस समय बाजार में बिकने वाले आम को रसायनों के द्वारा पकाया जाता है, इसीके चलते यह आम स्वाद और सेहत के हिसाब से अच्छा नहीं माना जाता है।
पके हुए आम को खाने में उसी समय स्वाद आता है जब वह पेड़ की डाल पर ही पके या फिर पकने की अवधि पूरी होने के बाद उसे पेड़ से तोड़कर रसायनों का प्रयोग किए बिना ही पकाया गया हो। यदि देखा जाए तो वर्तमान समय में देश में देशी और विदेशी आम की सैंकड़ों किस्मों का व्यवसायिक उत्पादन किया जा रहा है, जो कि अपने बेजोड़ स्वाद, रंग और रूप के चलते लोगों की पहली पसंद होते हैं।
पका हुआ आम जितना अधिक स्वादिष्ट होता है, उतना ही टेस्टी इस बनाए गए विभिन्न उत्पाद जैसे अचार, जैम, आम रस तथा आम पन्ना आदि भी होते हैं। इसी प्रकार से और अन्य विभिन्न प्रकार की रेसीपीज के रूप में भी इसका उपयोग किया जाता है। ठनहीं सब रेसीपीज में से एक ऐसी रेसीपी भी है जो आम और खास सभी लोगों को अपना दीवाना बना लेती है और उस रेसीपी को हम आम कलाकंद के नाम से जानते हैं।
आम कलाकंद एक विशेष प्रकार की मिठाई होती है जिसमें पके हुए आम, इलाइची और दूध के द्वारा एक विशेष प्रकार से तैयार किया जाता है।
आम कलाकंद बनाने की रेसीपी
आम कलाकंद बनाने के लिए सबसे पहले अघपके आम, दूध और चीनी की आवश्यकता होती है। इस मिठाई को बनाने के लिए पहले आपको आम का गूदा निकालना होगा, इसके बाद एक लीटर फ।ृलक्रीम दूध को हल्का गर्म कर इसमें छिलके और गुठली से अलग किए गए आम को डाल कर धीरे-धीरे कलछी से चलाते रहें।
धीरे-धीरे इस प्रक्रिया में दूध फटने लगता है, यदि आम बहुत मीठा है तो यह दूध नहीं फटता है, इसके लिए दूध में थोड़ा सा नींबू डालकर इसे फाड़ सकते हैं। इस प्रकार से कह सकते हैं कि आम कलाकंद बनाने के लिए कुछ खट्टा तथा कुछ मीठा आम ही अधिक कारगर होता है।
आम कलाकंद को बनाते समय यह ध्यान रखना होता है कि इसे निरंतर चलाते रहें, जिससे इसमें व्याप्त पानी भाप बनकर उड़ जाए, जब इसका पानी समाप्त होने लगे और उसकी बहुत कम मात्रा शेष रह जाए तो इस मिश्रण में इलायची और चीनी को डाल कर अच्छी तरह से मिला देना चाहिए।
जब इसका पानी पूरी तरह से उड़ जाए तो समझ लेना चाहिए कि अब आपका आम कलाकंद पूरी तरह से तैयार हो चुका है। इसके बाद इस मिश्रण को किसी प्लेट में घी लगाकर डाल देते हैं। इसके बाद इसके ऊपर कुछ कटा हुआ पिस्ता डाल कर कम से कम दो घंटे के लिए इसे ऐसे ही रख देते हैं। दो घंटे के बाद आप आमकलाकंद के पीस काटकर इन्हें सर्व कर सकते हैं।
लेखकः सरिता सेंगर एक जानी मानी ब्यूटीशियन एवं डायटीशियन हैं।