
एग्जाम टिप्स: यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2025 Publish Date : 24/05/2025
एग्जाम टिप्स: यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2025
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
‘‘जो भी पढ़ा है, उसका बार-बार करते रहें रिवीजन’’
देश की सबसे प्रतिष्ठित और प्रतिस्पर्धी यूपीएससी सिविल सेवा 2025 की प्रारंभिक परीक्षा आगामी 25 मई को आयोजित होने वाली है। इस परीक्षा के माध्यम से आईएएस, आईपीएस व आईएफएस जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर भर्ती की जाती है। यदि आपका सपना भी आईएएस बनने का है, तो आप भी इस परीक्षा में शामिल होने जा रहे होंगे। हालांकि, इस परीक्षा में समय काफी कम बचा है, ऐसे में बचा हुआ समय सभी विषयों के रिवीजन की दृष्टिकोण से बेहद ही खास है।
यदि आप पहले भी इस परीक्षा में शामिल हो चुके हैं, तो कामयाबी के लिए पिछली गलतियों को दोहराने से बचना होगा और प्रत्येक तथ्य और जानकारी का बारीकी से मूल्यांकन करते हुए आगे बढ़ना होगा।
नई चीजों को पढ़ने से बचें
परीक्षा से 15 दिन पूर्व नए तथ्य और विषय वस्तु को पढ़ने से बचें। पहले से अध्ययन किए गए विभिन्न विषयों, तथ्यों, घटनाओं और बनाए गए शॉर्ट नोट्स का अधिक से अधिक रिवीजन करें, अन्यथा परीक्षा के दौरान भ्रम की स्थिति में तैयार विषय वस्तु से संबंधित प्रश्न गलत भी हो सकते हैं।
अभ्यास करें
विषय वस्तु का अध्ययन करने के साथ-साथ मॉडल पेपर, विगत वर्षों के प्रश्न-पत्रों और प्रैक्टिस सेट को निर्धारित समय-सीमा के अंदर हल करना आपके लिए लाभदायक होगा। इससे परीक्षा के दौरान प्रश्नों को कम समय में पड़कर जल्दी समझने और उत्तर का चयन करने में आसानी होगी। तैयारी का मूल्यांकन करने और अपनी कमजोरियों को सुधारने के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन मॉक टेस्ट का सहारा लेना बेहतर होगा।
गुणात्मक और विश्लेषणात्मक अध्ययन
परीक्षा में सामान्य अध्ययन के प्रश्न अत्यंत जटिल प्रकृति के होते हैं। इसलिए परंपरागत विषयों का गुणात्मक और विश्लेषणात्मक अध्ययन करने के साथ-साथ अन्य संबंधित विषयों और समसामयिक घटनाओं को आपस में जोड़कर एक गहरी समझ विकसित करने पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही प्रत्येक तथ्य का बार-बार रिवीजन करने के साथ ही उससे संबंधित प्रश्नों को हल करें। रिवीजन के दौरान समय प्रबंधन अत्यंत आवश्यक है। परीक्षा का पाठ्यक्रम बहुत विस्तृत होने के कारण समय प्रबंधन के अभाव में तैयारी के दौरान कई विषय छूट जाते हैं। इसलिए परीक्षा में समय प्रबंधन के अभाव में प्रश्नों को समझने और उत्तर चयन करने में गलती करने से बचें।
नकारात्मक अंक की रणनीति
परीक्षा में गलत उत्तर के लिए एक-तिहाई का नकारात्मक अंकन किया जाएगा। इसलिए परीक्षा में तुक्केबाजी करने से बचना चाहिए, हालांकि, जिन प्रश्नों में किन्हीं दो विकल्पों के सही या गलत होने की संभावना हो, वहां तुक्का लगाने से जवाब के सही होने की संभावना अधिक हो जाती है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।