एक सुपर मशीन जो एक साथ बुवाई, जुताई और सफाई करती है      Publish Date : 26/10/2024

      एक सुपर मशीन जो एक साथ बुवाई, जुताई और सफाई करती है

                                                                                                                                                 प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं अन्य

अब किसानों के लिए मार्केट में एक सुपर मशीन आ गई है जो पैसा और समय दोनों की बचत करती है। जिस रफ्तार से समय बदल रहा है ठीक उसी रफ्तार के साथ चीजें भी बदल रही हैं, खेती किसानी में भी प्रतिदिन नई-नई मशीनें आती जा रही है, जो किसानों के लिए बहुत सहायक सिद्व हो रही है। ऐसी ही एक मशीन है सुपर सीडर मशीन, जो किसानों के लिए एक सुपर मशीन की तरह से है, क्योंकि यह एक ही मशीन कई कार्य एक साथ करती है। इस मशीन का उपयोग करने से किसानों का न केवल पैसा बचेगा और समय बचेगा, साथ ही साथ खेती भी टाइम से होगी जिससे किसानों को उत्पादन में भी बढ़ेगा।

                                                                    

सुपर सीडर मशीन क्या है?

कृषि वैज्ञानिक प्रोफेसर आर. एस. सेंगर बताते हैं कि ‘सुपर सीडर मशीन’ किसानों के लिए बहुत ही काम की मशीन है क्योंकि यह मशीन एक साथ कई काम कर सकती है। सुपर सीडर मशीन बिल्कुल नई मशीन है और जब भी किसानों को गेहूं, चने या किसी भी फसल बुवाई करनी हो तो अब उसे इसके लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। किसान खरीफ सीजन की अपनी फसल को काटने के जस्ट बाद इस मशीन से दूसरी फसल की बुवाई कर सकते हैं, क्योंकि यह सुपर सीडर मशीन बहुत ही सुपर मशीन है।

जब किसान धान की कटाई कर लेंगे तो उसमें जो पराली बचती है या की किसी दूसरी फसल की जो भी पराली रहती है यह मशीन जब चलेगी तो खेत में जो उसका डंठल रहेगा उसे भी काट देगी और उसे मिट्टी में मिला देगी और इससे खेत की जुताई भी हो जाएगी।

इस मशीन में सीड कम फ़र्टिलाइज़र ड्रिल लगा रहता है, उससे खाद और बीज की बराबर मात्रा में बुवाई हो जाती है। इसके बाद इसके पीछे एक रोलर लगा हुआ होता है, जो मिट्टी को दबा देता है, जिससे पूरी तरह से बुवाई भी हो जाती है मतलब एक साथ में यह सुपर सीडर मशीन तीन काम करती है।

समय और पैसा सबकुछ बचेगा

अक्सर देखा जाता है कि किसान जब कोई भी फसल लगाते हैं और उसके बाद जब दूसरी फसल की बुवाई करनी होती है तो उसके लिए किसानों का काफी समय लगता है क्योंकि जब पहली फसल की कटाई हो जाती है उसके बाद खेत की सफाई भी करनी होती है और फिर उसके बाद दूसरी फसल के लिए जुताई करना और बुवाई करने में समय लगता है या यूं कहें की एक बड़ा गैप बन जाता है। ऐसे में सुपर सीडर मशीन से जब किसान खेतों की बुवाई करेंगे तो इससे आपका समय भी बचेगा क्योंकि अब खेत की सफाई भी यही मशीन करेगी और बीज की बुवाई भी एक साथ करेगी।

इससे किसानों का समय पैसा और सब कुछ बचेगा। समय से जब फसल की बुवाई होगी तो उसका उत्पादन भी अच्छा होगा कुल मिलाकर किसानों के लिए ये मशीन एक बड़ा वरदान साबित हो सकती है।

एक बार में करती है तीन काम

सुपर सीडर मशीन आखिर इतनी शानदार मशीन क्यों है। इसे लेकर कृषि वैज्ञानिक प्रोफेसर आर. एस. सेंगर बताते हैं सुपर सीडर मशीन किसानों के लिए बहुत ही अच्छी मशीन है। इस मशीन का जो मुख्य भाग होता है इसमें एक रोटावेटर लगा होता है जो फसल के अवशेष को पहले काटता है और काटने के बाद उसे मिट्टी में मिलाता है इस मशीन में जो दूसरा भाग लगा होता है वह सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल होता है, जिससे खाद और बीज एक साथ जमीन के अंदर डाला जाता है और फिर उसी के पीछे एक रोलर लगा रहता है। जब खेत की जुताई होती है तो यह रोलर खाद, बीज और मिट्टी को बराबर मात्रा में दबाता जाता है जिससे फसल की अच्छे से बुवाई भी हो जाती है।

क्या कीमत है इस मशीन की

कृषि वैज्ञानिक प्रोफेसर आर. एस. सेंगर बताते हैं कि यह मशीन अलग-अलग कंपनी की अलग-अलग रेंज में आती है। लगभग ढाई से 3 लाख तक की रेंज में यह मिल जाती है और शासन द्वारा देश के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग तरह से इस मशीन पर अनुदान भी दिया जा रहा है जो 50 प्रतिशत से लेकर 80 प्रतिशत तक होता है जिससे किसान इसे आसानी से खरीद भी सकते हैं।

किसानों में भी है उत्सुकता

इस मशीन को लेकर किसानों में भी बड़ी उत्सुकता है क्योंकि अभी हाल ही में शहडोल जिले में चने की फसल की बुवाई कराकर इस मशीन का ट्रायल किया गया था जिसमें आसपास के क्षेत्र के काफी संख्या में किसान इस मशीन को सिर्फ देखने के लिए ही आए थे, कि आखिर ये सुपर सीडर मशीन खेत में काम कैसे करती है और इसके बाद किसानों का रिएक्शन भी काफी अच्छा आया। इन किसानों का मानना था यह बड़े काम की मशीन है क्योंकि एक साथ ही सारे काम कर सकती है।

ऐसे ट्रेक्टर पर ही काम करेगी ये मशीन

कृषि वैज्ञानिक प्रोफसर आर. एस. सेंगर कहते हैं कि ‘सुपर सीडर मशीन जिसमें अलग-अलग तरह की मशीनें लगी होती है, एक भारी भरकम मशीन है जो एक साथ तीन काम करती है। इसलिए यह मशीन सामान्य ट्रैक्टर में नहीं चलेगी बल्कि आपका जो ट्रैक्टर है वह 55 एचपी का हो या फिर उसके ऊपर का हो तभी यह मशीन काम कर पाएगी।

एक घंटे में कितनी बुवाई

सबसे बड़ा सवाल यह आता है की इस मशीन में पेट्रोल डीजल कितना लगता है। इसे लेकर कृषि वैज्ञानिक प्रोफेसर आर. एस. सेगर बताते हैं कि यह 1 घंटे में 6 से 7 लीटर डीजल तक मशीन कंज्यूम करती है और इसकी कार्य क्षमता की बात करें तो 1 घंटे में एक से डेढ़ एकड़ तक के क्षेत्र की बुवाई भी कर सकती है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।