मशीन जो खड़े-खड़े 1 घंटे में 3 एकड़ के खेत में कीटनाशक का छिड़काव करने में सक्षम है      Publish Date : 18/09/2024

मशीन जो खड़े-खड़े 1 घंटे में 3 एकड़ के खेत में कीटनाशक का छिड़काव करने में सक्षम है

                                                                                                                                             प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 कृषाणु

झारखंड प्रदेश की राजधानी रांची स्थित बिरसा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में किसानों के लिए एक से बढ़कर एक आधुनिक मशीनों को यहां के कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा तैयार किया जाता रहा है। अब इसी क्रम में किसानों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए इंसेक्टिसाइड कंप्रेसर मशीन बनाई गयी है, जिसकी मदद से किसान एक ही जगह खड़े होकर कीटनाशक का छिड़काव पूरे खेत में कर पाने में सक्षम होंगे।

                                                                                       

बिरसा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी के कृषि टेक्नीशियन दिलीप ने हमारे ब्लॉग किसान जागरण डॉट कॉम को बताया कि कीटनाशक छिड़कने के लिए यह बहुत ही अच्छी मशीन है। मशीन में एक मोटर लगी हुई है और एक टैंक है, इस मशीन में 1000 लीटर कीटनाशक पानी के साथ मिलाकर स्टोर करने की क्षमता है। पहले किसान कीटनाशक पीठ पर उठाकर छिड़काव करते थे. जिससे समय अधिक लगता था और किसान के शरीर को भी तकलीफ होती थी।

तीन एकड़ प्रति घंटे की दर से कर सकेंगे छिड़काव

                                                                     

उन्होंने बताया कि इस मशीन के माण्यम से मशीन के एक जगह खड़े-खड़े किसान अब दो से तीन एकड़ के खेत में आसानी से छिड़काव कर सकेंगे। दरअसल, इस मशीन में एक पाइप लगा हुआ है जो कि 300 मीटर लंबा है। इसके साथ ही इसमें कंप्रेशर मोटर है, जिसके माध्यम एक जगह खड़े-खड़े ही केवल एक घंटे में सारे खेत में कीटनाशक का छिड़काव किया जा सकता हैं। 

यह मशीन किसान को अपने ट्रैक्टर में लगानी होगी और फिर इसे वह खेत के बीच ले जा जाकर खड़ी कर सकते हैं। मशीन को खेत के अंदर ले जाने के लिए इसमें पहिये भी लगे होते हैं और इसमें लगे पाइप की सहायता से किसान आसानी से अपने पूरे खेत में छिड़काव कर सकते हैं।  अब यदि इस मशीन की कीमत की बात करें तो, इस मशीन की कीमत मात्र ₹1 लाख है। इस प्रकार चार-पांच किसान एक साथ मिलकर भी इस मशीन को खरीद सकते हैं और अपने खेतों में इसके द्वारा छिड़काव कर सकते हैं।

मशीन की जानकारी

                                                              

यदि यह मशीन किसी किसान को पसंद आती है और उसके बारे में वह अधिक जानकारी या फिर से खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो इसके लिए किसान भाई रांची की बिरसा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी की टेक्निकल वर्कशॉप में इस मशीन को डेमो के लिए रखा गया है और यहां से ही किसान को इस मशीन को खरीदने की सारी जानकारी मिल जाती है। अतः किसान इस मशीन के बारें में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इसकी अधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।