फेफड़ों के स्वास्थ्य में आहार की भूमिका      Publish Date : 17/10/2025

                 फेफड़ों के स्वास्थ्य में आहार की भूमिका

                                                                                                                                                                       डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा

फेफड़ों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए संतुलित आहार एवं नियमित रूप से व्यायाम करना अति आवश्यक है। हमारे आयुर्वेदिक विशेषज्ञ बता रहें हैं किस प्रकार से आप अपने आहार एवं व्यायाम को सही दिशा में रखते हुए अपने फेफड़ों का बेहतर ढंग सक ख्याल रख सकते हैं। इसके अतिरिक्त यदि आको फेफड़ों से सम्बन्धित को लेकर कोई समस्या है तो आपको अविलम्ब किसी श्रेष्ठ पल्मोनोलॉजिस्ट से सम्पर्क करके समस्या का उचित उपचार प्राप्त करना चाहिए।

फेफड़ों के स्वास्थ्य के अन्तर्गत आहार की भूमिकाः

                                                                    

हमारी डाइट का सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव सीधा प्रभाव हमारे फेफड़ों के स्वास्थ्य पर देखने को मिलता है। हमारे बजुर्ग हमेशा से ही सलाह देते हुए आए हैं कि संतुलित एवं पोष्टिक आहार ग्रहण करने से न केवल हमारे फेफड़े मजबूत होते हैं बल्कि यह उन्हें विभिन्न प्रकार की बीमारियों से भी बचाता है।

सीओपीडी यानि कि क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज जैसे स्वास्थ्य विकारों का सामना करने वाले रोगियों की जीवनशैली में बदलाव और संतुलित आहार लाभकारी सिद्व हो सकता हैं। इसके लिए हरी सब्जियाँ, होल ग्रेन्स और प्रोटीन से भरपूर खाद्य सामग्री का सेवन करना और अपने आप को हाइड्रेट बनाए रखने के कुछ ऐसी आदते हैं, जो फेफड़ों को स्वस्थ बनाए रखने में हमारी सहायता कर सकती हैं।

फेफड़ों के स्वास्थ्य में व्यायाम की भूमिकाः

एक स्वस्थ आहार के साथ-साथ नियमित रूप से व्यायाम फेफड़ों को स्वस्थ्य रखने के साथ-साथ हमारे समग्र स्वास्थ्य को भी लाभ प्रदान करता है। यह न केवल हमारे सांस लेने की क्षमता में सुधार करता है, बल्कि फेफड़ों को अधिक ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता भी प्रदान करता है।

योग और कार्डियो व्यायाम, जैसे तेज चलना, तैराकी और साइकिल चलाना आदि फेफड़े और दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायता कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, प्रणायाम और मेडिटेशन न केवल फेफड़ों के स्वावस्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं, बल्कि यह मानसिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य को भी संतुलित रखने का कार्य करते हैं।

फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए योग एवं मेडिटेशन

आपके फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए अगलिखित योग एवं मेडिटेशन लाभकारी हो सकते हैं-

एरोबिक व्यायामः तेज चलना, दौड़ना, तैराकी और साइकिल चलाना जैसे ऐरोबिक व्यायाम के कुछ ऐसे प्रकार हैं जिनके माध्यम से फेफड़ों की कार्यक्षमता में आवश्यक रूप से सुधार होता है।

प्राणायामः प्राणायामः नियमित अभ्यास करना फेफड़ों की कार्य क्षमता में वयापक सुधार आता है और इसके साथ ही प्रणायाम फेफड़ों को शुद्व भी बनाए रखता है। प्राणायाम की विभिन्न तकनीक, जैसे कि अनुलोम-विलोम और कपालभाति आदि फेफड़ों को मजबूत बनाए रखने का कार्य करते हैं।

मेडिटेशनः मेडिटेशन या ध्यान की क्रिया करने से व्यक्ति को मानसिक शांति प्राप्त होती है और साथ ही तनाव भी कम होता है। इससे फेफड़ों की कार्य करने की क्षमता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और इसके साथ ही ध्यान से हमारा ह्नदय भी स्वस्थ बना रहता है।    

फेफड़ों के लिए एक्सरसाइजः डायाफ्रामेटिक ब्रीदिंग या बेली ब्रीदिंग फेफड़ों की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करने वाला एक अच्छा व्यायाम है और इसके साथ ही यह व्यायाम सांस लेने की प्रक्रिया को सुगम बनाने का कार्य करता है। फेफड़ों के लिए यह व्यायाम बहुत अधिक प्रभावशाली रहता है, परन्तु बिना किसी चिकित्सक की सलाह के कोई भी व्यायाम करना आरम्भ नहीं करना चाहिए।

फेफड़ों के स्वास्थ्य में सेवन करने योग्य सुपरफूडः

आज की हमारी इस ब्लॉग पोस्ट में हमारे आयुर्वेदिक विशेषज्ञ आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने की जानकारी प्रदान कर रहें हैं जिन्हें अपने डाइट प्लान में शामिल करने से आप अपने फेफड़ों को स्वस्थ्य बनाए रख सकते हैं।

लहसुनः लहसुन अपने आप में एक सम्पूर्ण औषधि है, इसमें सल्फर होता है जिसके माध्यम से आपके फेफड़ों की सफाई हो जाती है और इसके साथ ही फेफड़ों की कार्य क्षमता में भी व्यापक सुधार देखने को मिलता है। लहसुन का सेवन करने से आपके फेफड़ों की शक्ति बढ़ती है और यह फेफड़ों को संक्रमण आदि से भी बचाता है।

नट्स एवं सीड्सः बादाम, अखरोट एवं अलसी के बीज भी आपके फेफड़ों की कार्य क्षमता को बढ़ाने का कार्य करते हैं। इनमें विद्यमान ओमेगा-3 फैटी एसिड फेफड़ों की सूजन को कम करने में आपकी सहायता करते हैं।

पत्तेदार हरी सब्जियाँ: पालक, सरसों और मेथी के जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करने से फेफड़ों के स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलता है। इसके साथ ही हरी सब्जियाँ फेफड़ों को स्वच्छ बनाए रखती हैं और उनकी कार्यक्षमता में भी वृद्वि करती हैं।

बेरीजः ब्लूबेरी, स्ट्रबेरी और रास्पबेरी के जैसे फलों में एंटीऑक्सीडेन्ट्स की अधिकता होती है, जिसके चलते फेफड़ों की कोशिकाओं में होने वाली हानियों की रिकवरी आसानी से हो जाती है।

विटामिन D युक्त आहारः मशरूम, अंडे और मल्टी विटामिन फूड्स विटामिन डी का एक अच्छा स्रोत होते हैं जिसमें फेफड़ों को स्वस्थ्य बनाए रखने में सहायता प्राप्त होती है। विटामिन डी फेफड़ों की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देते हैं जो कि इन्हें संक्रमण आदि से बचाने का कार्य भी करते हैं।

ओमेगा-3 फैटी एसिडः मछली, अखरोट और अलसी के जैसे अनेक खाद्य पदार्थों में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड फेफड़ों की सूजन को कम करता है। हालांकि अधिक सहायता प्राप्त करने के लिए आप किसी डाइटिशियन की सहायता भी ले सकते हैं।

लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।