पुरानी कब्ज से छुटकारा के लिए कुछ कारगर आयुर्वेदिक उपाय      Publish Date : 15/10/2025

      पुरानी कब्ज से छुटकारा के लिए कुछ कारगर आयुर्वेदिक उपाय

                                                                                                                                                                              डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा  

गलत खानपान या लाइफस्टाइल से जुड़ी कुछ गलत आदतों के चलते कभी-कभी कब्ज (Constipitation) की समस्या होना एक आम बात है। लेकिन अगर कई हफ्तों या महीनों से आपकी कब्ज की समस्या ठीक नहीं हो रही है तो इसे अधिक अनदेखा ना करें। लंबे समय तक कब्ज से पीड़ित रहने से पाइल्स या इरीटेबल बॉवेल सिन्ड्रोम (IBD) जैसी गंभीर बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है।

लंबे समय तक रहने वाली कब्ज को ही पुरानी कब्ज या क्रोनिक कब्ज (Chronic Constipitation) कहते है। आज के इस लेख में हमारे आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आपको बता रहे हैं कि कब्ज होने के मुख्य कारण क्या है और पुरानी कब्ज से छुटकारा पाने के लिए आप किस तरह के आयुर्वेदिक उपाय अपना सकते हैं।

कब्ज क्या है?

                                                            

आम बोलचाल की भाषा में कहें तो सुबह शौच के बाद ठीक से पेट साफ ना होना ही कब्ज की स्थिति होती है। कब्ज के कारण पेट में मल जमा होने लगता है और शौच के दौरान पूरी तरह बाहर नहीं निकलता है, जिसके कारण शौच के दौरान बहुत प्रेशर लगाना पड़ता है और इस प्रेशर के चलते शौच के समय तेज दर्द और जलन होने लगती है।

चिकित्सीय भाषा में एक हफ्ते में तीन या उससे भी कम बार शौच करना कब्ज की समस्या मानी जाती है। ऐसे में कब्ज दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय अपनाएं या अपने नजदीकी किसी डॉक्टर से मिलें।

कब्ज के मुख्य कारण

कब्ज होने के विभिन्न कारण हो सकते हैं, जिनमें से अधिकांश कारण आपके खानपान से ही जुड़े हुए होते हैं। हालांकि कब्ज के कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार से हो सकते हैं:

कम पानी पीनाः

कम पानी पीने से आंत की गति में रुकावट होती है और इससे पेट में पड़ा मल ठोस या कड़ा होने लगता है, जिससे कब्ज की समस्या होने लगती है। अगर आप दिन भर में सिर्फ 2-3 गिलास ही पानी पी रहे हैं तो आपको कब्ज होना लगभग तय है। इसलिए आपको हिदायत दी जाती है कि आप कोशिश करें कि दिन भर में कम से कम 7-8 गिलास पानी जरूर पिएं।

फाइबर से भरपूर चीजें कम सेवन करनाः

फाइबर युक्त आहार न करने से पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं कर पाता है, जिससे मल को बाहर निकालने में कठिनाई होने लगती है। इसलिए अपनी डाइट में फाइबर से भरपूर फल और सब्जियां आवश्यक रूप से शामिल करें।

सुस्त जीवनशैलीः

एक सुस्त लाइफस्टाइल भी कब्ज होने की एक प्रमुख कारण होती है। इसलिए अगर आप ऑफिस या घर में घंटों एक ही जगह बैठकर काम करते हैं या दिन भर में बहुत कम चलते फिरते हैं तो ऐसी लाइफस्टाइल के चलते कब्ज होने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती है।

अनियमित खानपानः

अक्सर शादियों या पार्टियों में जरूरत से ज्यादा कुछ भी खा लेना, ज्यादा शराब पीना और नाश्ते में या स्नैक में मैदे से बनी चीजें और फास्ट फूड खाने के कारण भी कब्ज की समस्या होने लगती है। इसलिए अपने खानपान पर सबसे ज्यादा ध्यान दें और हेल्दी चीजें अधिक खाएं।

कुछ दवाएं और सप्लीमेंट्सः

कई बार कुछ दवाओं या सप्लीमेंट्स के सेवन के कारण भी कब्ज की समस्या हो सकती है। एक्सपर्ट के अनुसार, जरूरत से ज्यादा पेनकिलर खाने या आयरन और कैल्शियम सप्लीमेंट लेने की वजह से कब्ज की समस्या हो सकती है।

कब्ज के लक्षण

  • सप्ताह में तीन से कम बार मल त्यागना या शौच करना।
  • गांठदार या कठोर मल होना।
  • मल त्यागने के लिए जोर लगाना।
  • ऐसा महसूस होना जैसे आपके मलाशय में कोई रुकावट है, जिससे मल आसानी से बाहर नहीं निकल पा रहा है।
  • शौच करने के बाद भी पेट भरा हुआ महसूस होना।
  • शौच के दौरान अपने पेट पर दबाव डालने के लिए अपने हाथों का उपयोग करना और मलाशय से मल को निकालने के लिए उंगली आदि का उपयोग करना।

अगर आपने पिछले तीन महीनों में इनमें से दो या अधिक लक्षणों का अनुभव किया है तो यह दर्शाता है कि आप पुरानी या क्रोनिक कब्ज से पीड़ित हैं।

कब्ज दूर करने के लिए कुछ आयुर्वेदिक उपाय:

आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक उपचार अपनाकर कब्ज की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। अगर आपको कब्ज के लक्षण दिखें तो लेख में बताए गए आयुर्वेदिक उपाय अपनाकर आप इस समस्या से छुटकार पा सकते हैं:

त्रिफला चूर्णः

त्रिफला एक आयुर्वेदिक औषधि है जो आंवला, हरड़  और बहेड़ा जैसी प्राकृतिक जड़ी-बूटियों को मिलाकर बनाई जाती है। त्रिफला के औषधीय गुणों को देखते हुए ही अधिकांश लोग त्रिफला का उपयोग कब्ज की दवा के रूप में करते हैं। कब्ज दूर करने के लिए रात को सोते समय एक छोटी चम्मच त्रिफला पाउडर को गुनगुने पानी के साथ लें या एक टैबलेट त्रिफला कैप्सूल लें।

इसबगोल की भूसी

कब्ज से राहत दिलाने में इसबगोल (प्लांटेगो) को भी काफी प्रभावी माना जाता है। यह एक प्राकृतिक फाइबर स्रोत है जो आपकी पाचन प्रक्रिया को सुचारु रूप से काम करने में मदद करता है। आधे से एक चम्मच ईसबगोल को एक गिलास गुनगुने पानी में भिगोकर रात को खाएं क्योंकि रात में सोने से पहले इसका सेवन अधिक लाभकारी माना जाता है।

एलोवेरा जूसः

एलोवेरा जूस में फाइबर, एंजाइम्स और एंटीऑक्सिडेंट्स भरपूर मात्रा में उपलब्ध होते हैं, जो पाचन प्रक्रिया में सुधार करते हैं। इसके अलावा यह लैक्सेटिव की तरह काम करता है जिससे कब्ज के मरीजों को शौच के दौरान मल को त्यागने के लिए अधिक जोर नहीं लगाना पड़ता है।

तीन से चार छोटी चम्मच एलोवेरा जूस में उतनी ही मात्रा में पानी मिलाएं और सुबह खाली पेट इसका सेवन करना चाहिए। कब्ज दूर करने के लिए आप राहत नहीं मिलने तक इसका सेवन कर सकते हैं।

अभयारिष्टः

अभयारिष्ट कब्ज दूर करने की एक आयुर्वेदिक दवा है, जिसका उपयोग पुरानी कब्ज के उपचार के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा किया जाता है। यह दवा प्राकृतिक तरीके से पाचन प्रक्रिया को सुधारने और मल को शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है। इसका सेवन आयुर्वेदिक चिकित्सक द्वारा बतायी गई खुराक के अनुसार ही करें और इसको भी रात में सोने से पहले लेना ही अधिक लाभकारी माना जाता है।  

डाइट और लाइफस्टाइल में करें कुछ जरूरी बदलावः

सुबह गर्म पानी पिएं:

सुबह उठकर शौच जाने से पहले एक गिलास गर्म पानी पिएं। ऐसा नियमित रूप से करने से पेट अच्छे से साफ होता है और कब्ज की समस्या अपने आप ही कम होने लगती है। 

पानी की मात्रा बढ़ाएं:

जैसा कि हमने अपने इस लेख में पहले भी बताया है कि दिन में कम से कम 6-8 गिलास पानी जरूर पिएं। इससे आपका पाचन तंत्र सही बना रहता है और कब्ज की समस्या नहीं होती है। 

अधिक से अधिक फल और सब्जियां खाएं:

फल और सब्जियों में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। फाइबर वाली चीजें खाने से मल कठोर या सख्त नहीं होता है, जिससे शौच के दौरान मल आसानी से बाहर निकल जाता है। इसलिए सभी मौसमी फल और हरी पत्तेदार सब्जियां खूब खाएं। 

दूध में घी डालकर पिएं: 

रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में एक छोटा चम्मच घी मिलाकर पिएं। इससे भोजन भी अच्छी तरह पच जाता है और सुबह शौच करते समय कोई कठिनाई भी नहीं होती है।

नारियल पानीः

कब्ज दूर करने के लिए रोजाना एक गिलास नारियल पानी पिएं। इसे पीने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिल जाते हैं साथ ही आपका पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। 

नियमित रूप से एक्सरसाइज करें:

रोजाना कम से कम आधे घंटे एक्सरसाइज या योग जरूर करें। एक्सरसाइज करने से भोजन आसानी से पच जाता है और शरीर भी स्वस्थ बना रहता है। कब्ज दूर करने के लिए आप हालासन, धनुरासन या भुजंगासन जैसे योगासन भी कर सकते हैं।

दिन में सोने से बचें:

आयुर्वेद के अनुसार कुछ ऋतुओं में दिन में सोने से परहेज करना चाहिए। विशेष तौर पर वर्षा ऋतु में। इस ऋतु में सोने से पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है और इससे कब्ज की समस्या बढ़ सकती है।

लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।