
बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के समाधान के लिए सुरक्षित आयुर्वेदिक उपाय Publish Date : 06/10/2025
बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के समाधान के लिए सुरक्षित आयुर्वेदिक उपाय
डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा
कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार का फैटी एसिड होता है, जिसका निर्माण लिवर में होता है। कोलेस्ट्रॉल विटामिन डी, पित्त व अम्लों के संश्लेषण के साथ-साथ कई हार्माेन्स व कोशिका झिल्लियों के निर्माण और शरीर के बहुत से अन्य कार्यों में उपयोगी भूमिका निभाता है और इसीलिए, इसके असंतुलन से मानव के शरीर में बीमारियाँ बढ़ने लगती हैं।
एक खराब भोजनशैली, मोटापा, धूम्रपान, मधुमेह और व्यायाम की कमी आदि कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लिए उत्तरदायी कुछ कारक होते हैं।
आयुर्वेद कोलेस्ट्रॉल को शरीर के विभिन्न परिसंचरण स्रोतों (सर्कुलेटरी चैनलों) के लुब्रिकेटर के रूप में देखता है। चूँकि यह स्रोत शरीर में संवाहक का काम करते हैं, शरीर को स्वस्थ और क्रियाशील रखने के लिए इनका लचीला और नम होना बहुत आवश्यक होता है।
आयुर्वेद कोलेस्ट्रॉल को खराब नहीं मानता, परन्तु जब शरीर में आंव मौजूद हो तो यह खतरनाक हो सकता है। ‘‘आंव’’ एक चिपचिपा द्रव्य होता है जो शरीर में प्रवेश कर रही अशुद्धियों के कारण निर्मित होता है। यदि इसके स्तर को कम ना किया जाए तो यह वसा संचित करने वाली कोशिकाओं में मिलकर ‘‘अमाविष’’ बनाता है और अन्य स्रोतों को हानि पहुचाता है। इसके कारण कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है और साथ ही, आघात और उच्च रक्त चाप आदि की शिकायत होने की सम्भावना भी रहती है।
कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के आयुर्वेदिक उपायः
कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम करने के लिए यह जरूरी नहीं है कि आप कम कोलेस्ट्रॉल वाला भोजन ही करें। ऐसा आहार लें, जो पूरे शरीर में वसा को नियंत्रित रखे। प्रस्तुत लेख में नीचे दिए गए तरीकों से आप कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर सकते हैं -
गुग्गुलुः
यह आयुर्वेदिक बूटी कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में बेहद कारगर मानी जाती है। गुग्गुलु मोटापे को काम करता है, रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और पाचन तंत्र को भी दुरुस्त करता है। लेकिन गर्भावस्था में इसका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
अर्जुनः
दिल से सम्बंधित समस्याओं में अर्जुन को बहुत अधिक गुणकारी माना जाता है। यह अवरुद्ध रक्त कोशिकाओं को खोलता है और कोलेस्ट्रॉल से होने वाली परेशानियों को भी कम करता है।
धनिये के बीजः
प्रतिदिन प्रातः काल उबले हुए पानी के साथ धनिये के बीज का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। यह आपके पाचनतंत्र को भी अच्छा बनाए रखता है और शरीर से विषैले पदार्थ निकालते हुए समग्र स्वास्थ्य को अच्छा बनाता है।
व्यायामः
नित्य समय से व्यायाम करना शरीर के लिए बहुत आवश्यक होता है। यह वजन कम करता है और पाचन क्रिया को भी अच्छा बनाता है। व्यायाम वसा और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने में पूर्णतया सक्षम होता है। ऐसे में जो लोग मोटापे से ग्रस्त होते हैं, उनका कोलेस्ट्रॉल स्तर भी अधिक ही होता है। नित्य व्यायाम करने से उनका शरीर सुडौल बनता है और कोलेस्ट्रॉल भी कम हो जाता है।
पानीः
प्रतिदिन 8-10 गिलास पानी का सेवन करने से समग्र स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है। यह शरीर में से सारे विषैले पदार्थ निकालने में और आपको तंदरुस्त बनाए रखने में सहायक होता है।
चूँकि आयुर्वेद के सभी उपाय प्राकृतिक होते हैं और इनके दुष्परिणाम नहीं होते, इसलिए सबको इसे अपनाकर अपने दिल के साथ ही सम्पूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।