चिलगोजा का सेवन करने से प्राप्त स्वास्थ्य लाभ      Publish Date : 10/09/2025

               चिलगोजा का सेवन करने से प्राप्त स्वास्थ्य लाभ

                                                                                                                                                                       डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा

“चिलगोजा के बीज की तासीर गर्म होती है। विशेष रूप से सर्दियों के मौसम में चिलगोजा का सेवन करने से शरीर को गर्माहट मिलती है। इसके सेवन से हड्डियां भी मजबूत होती हैं। चिलगोजा के बीज में कैटेचिन, ल्यूटिन, लाइकोपीन, कैरोटीनॉयड, टोकोफेरोल्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो हमें विभिन्न बीमारियों से बचाते हैं।“

                                                          

बादाम, अखरोट, काजू की तरह चिलगोजा भी एक ड्राई फ्रूट होता है। यह चीड़ के पेड़ से निकलने वाले फल के अंदर का बीज होता है। चिलगोजा न्यूट्रिशन से भरपूर है, इसे ‘पाइन नट्स’ और ‘नियोजा’ भी कहते है। आज हमारे इस लेख में हमारे आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आपको बता रहें हैं चिलगोजा का सेवन करने से होने वाले लाभों के बारे में-

चिलगोजा के लाभः

कैंसर से बचाव- कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचने के लिए चिलगोजे का सेवन करना लाभदायक होता है। पाइन नट्स में रेस्वेराट्रोल नामक एंटीऑक्सीडेंट मौजूद है, जो कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद करता है। इसमें पाया जाने वाला फोलिक एसिड डीएनए की क्षति को कम करता है।

हेल्दी हार्ट- चिलगोजा दिल की सेहत के लिए लाभदायक होता है। इसमें कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने के गुण मौजूद हैं। चिलगोजा में मौजूद पॉली अनसैचुरेटेड फैट कोलेस्ट्रॉल को कम कर दिल की बीमारी नहीं होने की स्थिति को कम कर देता है।

कोलेस्ट्रॉल बैलेंस- चिलगोजा में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा न के बराबर है, यही वजह है कि इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल में बढ़ोतरी होने का खतरा कम हो जाता है।

याददाश्त बढ़ाए- चिलगोजा में ओमेगा-3 एसिड पाया जाता है, जो ब्रेन सेल्स को सही तरीके से काम करने में उपयोगी है और इससे याददाश्त तेज होती है।

डायबिटीज में भी लाभदायक- डॉ0 सुशील शर्मा कहते हैं कि चिलगोजे में मौजूद न्यूट्रिशन से डायबिटीज की परेशानी में होने वाले खतरों को कई गुना कम करता है। इसमें पाए जाने वाले कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स डायबिटीज के खतरे को कम करते हैं।

हड्डियां मजबूत- चिलगोजा में ओमेगा-6 फैटी एसिड पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत रखने के साथ-साथ गठिया जैसे रोग में भी आराम पहुंचाता है। इसमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों की मजबूती और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

एंटीऑक्सीडेंट- चिलगोजा एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन ई से भरपूर है। एंटीऑक्सीडेंट्स बॉडी सेल्स को नुकसान पहुंचाने से बचाते हैं।

वजन कंट्रोल करे- चिलगोजे के तेल का सेवन वजन कम करने में लाभकारी है। चिलगोजा में मौजूद लिनोलेनिक एसिड 14 से 19 प्रतिशत फैटी एसिड को प्रदर्शित करता है। यह एसिड भूख को कंट्रोल कर वजन कम करने में मदद करता है।

इम्यूनिटी बढ़ाए- चिलगोजे में जिंक होता है, जो इम्यूनिटी बढ़ाता है।

आंखों की देखभाल- चिलगोजे में मौजूद ओमेगा-3 नाइट विजन और कलर विजन की क्षमता का विकास कर आंखों को फायदा पहुंचाता है। चिलगोजा में विटामिन- ए भी पाया जाता है, जो रेटिना के लिए फायदेमंद है।

स्किन केयर- चिलगोजा का इस्तेमाल स्किन के लिए फायदेमंद है, क्योंकि यह विटामिन-सी का स्रोत होता है। विटामिन सी एक एंटीऑक्सीडेंट है, जो यूवी रेज से रक्षा करता है, स्किन में कोलेजन को बढ़ाता है और एजिंग को कम करता है। यह बायोटिन (बी7) का अच्छा स्रोत है, जो स्किन के लिए फायदेमंद है। चिलगोजे में मौजूद मैंगनीज स्किन को फ्री रेडिकल्स से दूर रखने का काम करता है।

हेयर केयर- बालों के लिए भी चिलगोजा लाभदायक होता है। इसमें पाया जाने वाला ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड बालों को झड़ने से रोकता है और घना बनाता है।

गोंद चिलगोजा खाने से दूर रहती हैं बीमारियां

बारिश का मौसम खत्म होने के बाद, ऐसे कई पेड़ हैं जिनके तनों से कुदरती रस निकलता है। यह रस चिपचिपा होता है और जिस जगह से निकलता है, वहीं पर सूख जाता है। सूखने के बाद यह रस उस जगह पर जम जाता है। इस जमे हुए रस को गोंद कहते हैं।

जिन पुरुष और महिलाओं को बच्चा पैदा करने में परेशानी आती है, उन्हें गोंद चिलगोजा का सेवन करने की सलाह दी जाती है। ऐसे पुरुष या महिलाएं इसबगोल की एक चम्मच भूसी एक गिलास गर्म दूध में मिलाएं और इस दूध में एक चुटकी गोंद चिलगोजा डालकर रात में इसका सेवन करें। गोंद चिलगोजा का पाउडर बनाकर रख लें। इस खुराक को एक दिन में एक ही बार लें।

चिलगोजा का इस्तेमाल कैसे करें

                                                               

चिलगोजा में मौजूद न्यूट्रिशन का लाभ पाने के लिए खाने में चिलगोजा का प्रयोग रोजाना कर सकते हैं। चिलगोजे को कई पकवान में भी शामिल कर सकते हैं, जैसे-

क्रंची टेस्ट- खाने में चिलगोजा का इस्तेमाल क्रंची टेस्ट पाने के लिए भी किया जाता है। चिलगोजे को आप पिज्जा, बिस्कुट, केक में खा सकते हैं। आप इसे आइसक्रीम में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

सलाद की ड्रेसिंग- पाइन नट्स का इस्तेमाल सलाद की ड्रेसिंग के लिए भी कर सकते हैं। फलों की स्मूदी में भी चिलगोजे को शामिल किया जा सकता है। चिलगोजा इम्यूनिटी बढ़ाता है और बीमारियों से बचाव करता है

कैसे चुनें सही चिलगोजे

चिलगोजा फायदेमंद है, लेकिन इसे खरीदते समय और इसके रख-रखाव पर भी ध्यान देने की जरूरत है।

  • बिना छिलके वाला चिलगोजा लेने से बचें।
  • मैन्युफैक्चरिंग डेट ठीक से देख लें।
  • पाइन नट्स खरीदते समय दुर्गंध आ रही है, तो खरीदने से बचें।

चिलगोजा के नुकसान

चिलगोजा खाने में जितना फायदेमंद है, ठीक से प्रयोग न करने पर इसके उतने ही नुकसान भी हो सकते हैं। अगर आपको नट्स खाने से किसी भी तरह की एलर्जी है तो चिलगोजा खाना शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। ऐसा न करने पर यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।

इसमें मौजूद ओमेगा-6 एलर्जी का कारण बन सकता है। चिलगोजे में जिंक भी पाया जाता है और जिंक का बहुत अधिक मात्रा में सेवन मितली, उल्टी, भूख में कमी, पेट में ऐंठन, दस्त और सिरदर्द का कारण बन सकता है। चिलगोजे में विटामिन-ए, विटामिन-ई, विटामिन-के मौजूद हैं, इनका अधिक सेवन शरीर में टॉक्सिन बनने का कारण बन सकता है।

लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।