
मूत्र मार्ग (पेशाब) के संक्रमण के लक्षण, कारण, घरेलू उपचार और परहेज Publish Date : 04/09/2025
मूत्र मार्ग (पेशाब) के संक्रमण के लक्षण, कारण, घरेलू उपचार और परहेज
डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा
क्या आपको पेशाब करते समय जलन और दर्द होता है? पेशाब में खून भी आता है? पेशाब में मवाद आता है? बार-बार पेशाब करने का मन करता है, और जब करते हैं तो पूरा पेशाब नहीं निकल पाता? यह सब पेशाब में संक्रमण के लक्षण होते हैं। छोटे बच्चों में बुखार के साथ उल्टी एवं भूख ना लगना भी मूत्र मार्ग में संक्रमण के लक्षण होते हैं। यूरिन में इंफेक्शन के दौरान कई लोगों को मतली भी आ सकती है। अगर आप ऐसी ही किसी समस्या से ग्रस्त हैं तो इस समस्या का समाधान आप अपने घर पर भी कर सकते हैं।
मूत्र मार्ग का संक्रमण पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक देखा जाता है। प्रत्येक महिला को जीवन में कभी ना कभी यूरिन इंफेक्शन की समस्या होती है तो कई महिलाओं को यह समस्या अनेक बार भी हो सकती है। आज अपने आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से जानते हैं कि आप पेशाब में संक्रमण के लिए कौन-कौन से घरेलू उपायों को अपना सकते हैं।
क्या है मूत्र पथ संक्रमण (यूरिन इंफेक्शन)?
मूत्र मार्ग का संक्रमण बैक्टेरियाजनित संक्रमण होता है। यह संक्रमण मूत्र-पथ (पेशाब करने के रास्ते) के एक हिस्से को संक्रमित करता है। जब यह निचले हिस्से को प्रभावित करता है, तब इसे सामान्य मूत्र संक्रमण या मूत्राशय में होने वाली सूजन कहा जाता है। जब यह ऊपरी मूत्र-पथ को प्रभावित करता है, तो इसे गुर्दे का संक्रमण कहा जाता है।
गर्भवती महिलाओं में भी मूत्र संक्रमण होने का खतरा बना रहता है। इसके लिए प्रसव से पहले ही उनके मूत्र की जाँच कराई जाती है। बैक्टीरिया मूत्र-पथ को दो प्रकार से संक्रमित करते हैं। रक्त से गुर्दों में जाकर मूत्र-पथ को संक्रमित करते हैं, या फिर मूत्र-मार्ग के माध्यम से अंदर घुसकर मूत्र-पथ को संक्रमित करते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, गंदे शौचालयों और शौचालयों की कमी के कारण भारत में लगभग 50 फीसदी महिलाएँ यू.टी.आई. से पीड़ित होती हैं।
मूत्र मार्ग संक्रमण के लक्षण
आप मूत्र पथ में संक्रमण की पहचान इन लक्षणों के द्वारा कर सकते हैं:-
- बुखार लगभग 101 डिग्री से कम रहना और ठण्ड लगना।
- अपने आपको अस्वस्थ महसूस करना।
- छोटे बच्चों में बुखार के साथ उल्टी का आना।
- भूख न लगना।
- कमर दर्द का लगातार बने रहना।
- मितली आना।
- मूत्र त्याग करते समय जलन एवं दर्द होना।
- बार-बार मूत्र त्याग करने की इच्छा का होना।
- मूत्र में रक्त का आना।
- मूत्र में पस/मवाद आना।
- एक बार में मूत्र का पूरी तरह से न आना।
- बार-बार तेज पेशाब आने जैसा महसूस होना, लेकिन परेशानी के साथ थोड़ी-सा पेशाब आना।
- नाभि से नीचे पेट में दर्द एवं भारीपन होना।
- गंदला एवं गहरे रंग का बदबूदार पेशाब आना।
- बुजुर्गों में हाइपोथर्मिया, भूख ना लगना और सुस्ती होना।
मूत्र पथ में संक्रमण के कारण
मूत्र में संक्रमण की समस्या के निम्न कारण हो सकते हैं:-
- महिलाओं में होने वाले संक्रमण का सबसे बड़ा कारण वैस्टर्न स्टाइल के टॉयलेट हैं। इसके साथ ही अस्वच्छ शौचालयों का इस्तेमाल करने से भी यह रोग होता है।
- बहुत देर तक पेशाब रोककर रखने की आदत के कारण।
- यह संक्रमण अधिकतर इ.कोली (E. Coli) बैक्टेरिया के कारण होता है। यह बैक्टेरिया सामान्य रूप से पाचनतंत्र में मौजूद रहता है। क्लेमेडिया और माइकोप्लाज़म बैक्टेरिया के कारण भी मूत्रमार्ग का संक्रमण हो सकता है।
- पथरी के कारण मूत्र का प्रवाह रुकने पर मूत्र मार्ग में संक्रमण होता है।3
- गर्भावस्था के दौरान।
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण।
- कई लोगों के साथ एवं असुरक्षित यौन संबंध बनाने के कारण।
- स्वच्छता की कमी के कारण।
- गर्भनिरोधक का उपयोग करने से।
- डायबिटीज (शुगर) की समस्या के कारण।
- एंटीबायोटिक दवाओं का अधिक प्रयोग।
मूत्र मार्ग के संक्रमण के इलाज के लिए घरेलू उपायः
समस्या से राहत पाने के लिए आप घरेलू इलाज या यूरिन इन्फेक्शन का आयुर्वेदिक इलाज को अपनाते हुए इन उपाय अपना सकते हैं:-
इलायची का उपयोग करने से मूत्र पथ के संक्रमण का इलाजः
5-7 इलायची के दानों को पीस लें। इसमें आधा चम्मच सोंठ पाउडर मिलाएँ। इसमें अनार का रस और सेंधा नमक मिलाएँ। इसे गुनगुने पानी में मिलाकर सेवन करें। यूरिन इन्फेक्शन का आयुर्वेदिक इलाज इलायची के मदद से कर सकती हैं।
नारियल के औषधीय गुण से मूत्र मार्ग संक्रमण का इलाजः
नारियल पानी पिएँ। इससे मूत्रत्याग के समय होने वाली पेशाब में जलन से तत्काल राहत मिलती है। यह पेट को भी ठंडा करने का काम करता है।
फलों के सेवन से मूत्र मार्ग के संक्रमण का उपचारः
साइट्रस फलों का अधिक मात्रा में सेवन करें। इसके लिए आप संतरे, मौसमी आदि का सेवन कर सकते हैं। इनका सेवन करसे शरीर में मौजूद बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं।
चावल के औषधीय गुण से मूत्र पथ के संक्रमण का उपचारः
आधा गिलास चावल के पानी में चीनी मिलाकर सेवन करें। इससे मूत्र त्यागने के समय होने वाली पेशाब में जलन से छुटकारा मिलता है।
बादाम के औषधीय गुण से पेशाब के संक्रमण का उपचारः
बादाम की 5-7 गिरी, छोटी इलायची और मिश्री को पीस लें। इसे पानी में मिलाकर इसका सेवन करें। इससे दर्द एवं पेशाब में जलन की समस्या से राहत मिलती है।
आंवले के औषधीय गुण से पेशाब के संक्रमण का उपचारः
एक चम्मच आँवले के चूर्ण में दो से तीन इलायची के दाने पीसकर मिलाएँ। इसे पानी के साथ सेवन करें। यह लाभ पहुंचाता है। आंवला यूरिन इन्फेक्शन के इलाज में मदद करता है।
पेशाब के संक्रमण की समस्या में गेहूं के लाभः
रात में एक मुट्ठी गेहूँ को पानी में मिलाएँ, और सुबह इस पानी को छानकर इसमें मिश्री मिलाकर सेवन करें। यह लाभ पहुंचाता है। पेशाब संक्रमण या यूरिन इन्फेक्शन की समस्या से राहत प्राप्त होती है।
पेशाब के रास्ते के संक्रमण होने पर चंदन के लाभः
आधा चम्मच चन्दन पाउडर को एक चम्मच पानी में मिलाकर पी लें। बेहतर उपाय करने के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लें।
पेशाब के रास्ते में संक्रमण होने पर अदरक से लाभः
अदरक और काले तिल को मिलाकर बारीक पीस लें। इसमें एक चौथाई हल्दी पाउडर और थोड़ा पानी मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। इसे दिन में 2-3 बार चाट लें।
क्रेनबरी जूस से मूत्र पथ के संक्रमण का इलाजः
क्रेनबैरी जूस का सेवन करें। इसका सेवन करने से दर्द और जलन में राहत मिलती है। यह उपाय भी आपको लाभ प्रदान करता है।
लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।