
आयुर्वेद में छुपा है सेहत का खजाना, 6 नियम नहीं पड़ेगे बीमार Publish Date : 03/09/2025
आयुर्वेद में छुपा है सेहत का खजाना, 6 नियम नहीं पड़ेगे बीमार
डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा
आयुर्वेद में स्वस्थ जीवन को जीने के लिए कुछ विशेष तरीके बताए गए हैं। सबसे पहले शरीर के दोष की पहचान करें और उसके हिसाब से अपनी दिनचर्या और खाने पीने की आदतें विकसित करे।
आयुर्वेद भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। वेद पुराणों में आयुर्वेद का वर्णन प्राप्त होता है। आयुर्वेद का अर्थ है एक स्वस्थ जीवन जीने की पद्धति। आयुर्वेद में केवल रोगों का इलाज ही नहीं किया जाता बल्कि स्वस्थ जीवन के तरीके भी बताए जाते है। आयुर्वेद में जड़ी-बूटि सहित दूसरी प्राकृतिक चीजों का उपयोग हमारी डेली लाइफ को अच्छा बनाने के लिए किया जाता है, ताकि हम एक सुखी जीवन, तनाव मुक्त और रोग मुक्त जीवन जी सकें। आयुर्वेद रोगों को शरीर से खत्म करने पर काम करता है। आयुर्वेद के अनुसार शरीर में सारी बीमारियों की जड़ वात, पित्त और कफ तीन दोष हैं। आपके शरीर में इसमें से कौन सा दोष है इसकी पहचान करना जरूरी है। इसी के हिसाब से आप अपना खान-पान व्यस्थित रखें।
आयुर्वेदिक में छुपा है सेहत का राज
1. आयुर्वेद के माध्यम से अपने आपको स्वस्थ रखना है तो सबसे पहले अपने इन दोषों को समझना बहुत जरूरी है। आयुर्वेद के अनुसार इन तीन दोष में वात, पित्त और कफ शामिल हैं। हर किसी के शरीर में इनमें से कोई न कोई एक दोष अधिक होता है। आप उस दोष के अनुसार ही अपनी लाइफस्टाइल और खान-पान आदि का चयन करें।
2. आयुर्वेद इस बात पर जोर देता है कि आप क्या और कैसे खाते हैं। आपको शांत वातावरण में भोजन को अच्छी तरह से चबाकर और मन लगाकर करना चाहिए। भोजन करते समय टीवी या फोन का प्रयोग आपको नहीं करना चाहिए।
3. अपने शरीर के मुख्य दोष के अनुसार ही आपको अपनी दैनिक दिनचर्या बनानी चाहिए। जिसमें जल्दी उठना, योग या ध्यान का अभ्यास करना और भोजन करने का नियमित समय जैसी चीजें शामिल हैं।
4. आयुर्वेद में फिट रहने के लिए नियमित फिजिकल एक्टिविटी करने की बात प्रमुखता से कही गई है। इससे आप शरीर में होने वाले दोषों को संतुलित कर सकते हैं। आपको ऐसा व्यायाम करना चाहिए जिससे आपका दोष शांत हो।
5. आपको ध्यान और माइंडफुलनेस चीजों को अपनी डेली लाइफ में शामिल करना चाहिए। इससे मन शांत रहेगा और तनाव के स्तर को कम करने में सहायता प्राप्त होगी।
6. आयुर्वेद में स्वस्थ शरीर के लिए बॉडी को डिटॉक्स करना बेहद जरूरी है। इससे आपके शरीर के समस्त विषाक्त तत्व बाहर निकल जाते हैं। इसके लिए आयुर्वेद में पंचकर्म, उपवास, या अपने खाने में कुछ जड़ी-बूटियों को जरूर शामिल करें।
लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।