नीम के लाभ एवं हानियाँ      Publish Date : 30/08/2025

                       नीम के लाभ एवं हानियाँ

                                                                                                                                                  डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा

नीम के पत्तों का सेवन करने के लाभ

वास्तव में नीम, मानव के लिए प्रकृति की एक अनुपम देन हैं, जिसका उपयोग विभिन्न रोगों के उपचार एवं उनकी रोकथाम के लिए किया जाता है। नीम जिसका वानस्पातिक नाम Azadirachta Indica है, यह भारतीय उपमहाक्ष्ीप में विशेष रूप से प्रचलित है और इसका उपयोग हजारों वर्षों से आयुर्वेदिक उपचारों में किया जाता रहा है। नीम के पत्तों का सेवन करने के अनेक लाभ प्राप्त होते हैं, जो नीम को एक अमूल्य औषधीय संसाधन के रूप में प्रस्तुत करते हैं। 

एक प्राकृतिक रोगाणुरोधी

नीम के पत्ते प्राकृतिक रूप से एंटीबेक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर होते हैं। नीम के यह गुण इसे विभिन्न प्रकार के संक्रमणों और रोगेां के उपचार के लिए अत्यंत प्रभावी बनाते हैं। नीम के पत्तों का उपयोग घावों को शीघ्र भरने, संक्रमण को रोकने और इम्यून सिस्टम को सुदृढ़ता प्रदान करने के लिए किया जाता है।

त्वचा के स्वास्थ्य के लिए उत्तम

                                                        

नीम के पत्ते त्वचा के स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक वरदान है। नीम के पत्तों का उपयोग मुँहासे, त्वचा के दाग-धब्बे, त्वचा की खुजली, एक्जिमा और सोरायसिस के जैसी त्वचा से सम्बन्धित समस्याओं के उपचार में किया जाता है। नीम के पत्ते सूजन को कम करने मे मदद करते हैं और यह त्वचा को स्वस्थ बनाए रखते हैं।

रक्त का शुद्विकरण

नीम के पत्ते मारे शरीर में जमा हुए विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायता करते है, जिससे रक्त शुद्व हो जाता और दूषित रक्त के चलते होने वाली परेशानियों का शमन होता है। नीम के पत्ते रक्त के परिसंचरण में भी सुधार करते हैं और रक्तजनित रोगों के खतरे को कम करते हैं।

डेंटल हेल्थ में सुधार

नीम के पत्तों का सेवन करने से मौखिक स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होते हैं। नीम के पत्तों का उपयोग करने से मुँह की दुर्गन्ध, दाँतों की सड़न, मसूढ़ों की सूजन और दाँतों में होने वाली अन्य समस्याओं के उपचार के लिए भी बखूबी किया जाता है। नीम के पत्तों का दातून के रूप में उपयोग करने से दाँत मजबूत और स्वस्थ रहते हैं।

पाचन-तंत्र के लिए उपयोगी

नीम के पत्ते हमारे पाचन तंत्र में आई समस्याओं को सुधारने में सहायता प्रदान करते हैं और पेट से सम्बन्धित समस्त समस्याओं को दूर करने में सहायता करते हैं। नीम के पत्तों का सेवन करने से अपच, गैस और एसिडिटी कम होने लगती हैं।

उपरोक्त वर्णित नीम के लाभों को देखते हुए नीम के पत्तों का सेवन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक लाभकारी सिद्व होता है। इसलिए नीम के पत्तों को नियमित रूप से अपने आहार में शामिल करने से हम अनेक शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

नीम के पत्तों का सेवन करने से सम्भावित हानि

                                                          

नीम के पत्तों का सेवन करने से होने वाले इतने सारे लाभों के बावजूद इनका सेवन करने से कुछ हानि भी सम्भव हो सकती हैं। नीम के पत्तों का सेवन करने से हाने वाली हानियों को कुछ इस प्रकार से समझा जा सकता है-

अधिक मात्रा में सेवन करने के दुष्परिणाम

नीम के पत्तों का अधिक मात्रा में सेवन करने से विभिन्न समस्याएं हो सकती हैं। जैसे अधिक मात्रा में नीम के पत्तों का सेवन करने से पेट की विभिन्न समस्या जैसे कि उलटी, दस्त और पेट की गैस की समस्या बढ़ सकती है। इसके अतिरिक्त त्वचा का सूखापन और खुजली की समस्या भी हो सकती है।

नीम के पत्तों का गर्भावस्था में उपयोग

गर्भवती स्त्री को नीम के पत्तों का सेवन सावधानी से करना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान नीम के पत्तों का अधिक मात्रा करने से कुछ गर्भावस्था सम्बन्धी उल्टी और पेट दर्द आदि की परेशानियां बढ़ सकती हैं। अतः गर्भवती महिलाओं को नीम के पत्तों का सेवन अपने उॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए।

एलर्जी और प्रतिक्रियाएँ

नीम के पत्तों का सेवन करने से कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या भी हो सकती है। इससे प्रभावित व्यक्ति की त्वचा पर चकत्ते, खुजली और त्वचा की लाली जैसी समस्या मुखर हो सकती हैं। यदि किसी व्यक्ति को नीम के पत्तों का सेवन करने के बाद इस प्रकार की समस्याएँ महसूस होती हैं तो उन्हें नीम के पत्तों का सेवन करना तत्काल रूप से बन्द कर किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से बात करनी चाहिए

निष्कर्षः

नीम के पत्तों का संतुलित उपयोग कर हम अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित बनाए रख सकते हैं। इसके साथ ही, नीम के पत्तों का उपयोग कर हम प्राकृतिक और लाभकारी तरीकों से अपने शरीर अनेक समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। नीम के पत्तों में अनेक प्राकृतिक गुण विद्यमान रहते हैं जो हमारे शरीर की अनेक समस्याओं को ठीक करने में हमारी सहायता कर सकते हैं और हम पारम्परिक दवाओं के दुष्प्रभाव से बच सकते हैं। इस प्रकार से नीम के पत्ते हमें एक स्वस्थ जीवनशैली के लिए एक स्वास्थ्यपूर्ण विकल्प भी प्रदान कर सकते हैं।

नीम के पत्तों का सेवन कितनी बार किया जा सकता है

आमतौर पर नीम के पत्तों का सेवन दिन में एक या दो बार किया जा सकता है, क्योंकि अधिक मात्रा में इनका सेवन करने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।    

लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।