
पुरानी कब्ज से छुटकारा पाने के कुछ कारगर आयुर्वेदिक उपाय Publish Date : 10/08/2025
पुरानी कब्ज से छुटकारा पाने के कुछ कारगर आयुर्वेदिक उपाय
डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा
हमारे गलत खान-पान या लाइफ स्टाइल से सम्बन्धित कुछ गलत आदतों के चलते से कभी-कभी हमें कब्ज (Constipation)की समस्या होना एक बेहद आम बात है। लेकिन अगर कई हफ्तों या महीनों से आपकी कब्ज की समस्या ठीक नहीं हो रही है तो इसे अनदेखा तो कभी भी ना करें। लंबे समय तक कब्ज से पीड़ित रहने से पाइल्स या इरीटेबल बॉवेल सिन्ड्रोम (IBD) के जैसे गंभीर रोग से ग्रसित होने की संभावना बढ़ जाती है।
लंबे समय तक रहने वाली कब्ज को ही पुरानी कब्ज या क्रोनिक कब्ज (Cronic Constipation) कहा जाता है। आज के अपने इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि कब्ज होने के मुख्य कारण क्या है और पुरानी कब्ज से छुटकारा पाने के लिए आप किस तरह के आयुर्वेदिक उपाय अपनाकर आप इस समस्या को हल कर सकते हैं।
कब्ज क्या है?
यदि आम भाषा में कहें तो सुबह शौच के समय ठीक से पेट साफ ना होना ही कब्ज की स्थिति होती है। कब्ज के कारण पेट में मल जमा होने लगता है और शौच के दौरान यह पूरी तरह बाहर नहीं निकल पाता है। जिसकी वजह से शौच के दौरान बहुत प्रेशर डालना पड़ता है और इस प्रेशर की वजह से शौच के समय तेज दर्द और जलन महसूस होने लगती है।
एक हफ्ते में तीन या उससे भी कम बार शौच करना ही कब्ज की समस्या मानी जाती है। ऐसे में कब्ज को दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय अपनाकर या अपने नजदीकी डॉक्टर से मिलकर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
कब्ज के मुख्य कारण
कब्ज होने के विभिन्न कारण हो सकते हैं, जिनमें अधिकांश कारण आपके खानपान से ही जुड़े हुए होते हैं। जिनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्न प्रकार से हो सकते हैं-
कम मात्रा में पानी का सेवन करना
कम पानी पीने से मल की गति में रुकावट आती है और इससे पेट में पड़ा मल ठोस या कड़ा होने लगता है, जिससे कब्ज बनने लगता है। ऐसे में अगर आप दिन भर में सिर्फ 2-3 गिलास ही पानी पी रहे हैं तो आपाके कब्ज होना लगभग तय है। इसलिए प्रयास करें कि दिन भर में कम से कम 7-8 गिलास पानी का सेवन अवश्य ही करें।
फाइबर से भरपूर सामग्री का सेवन करना
फाइबर युक्त आहार न कर पाने से पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं कर पाता है, जिससे मल को बाहर निकालने में कठिनाई होने लगती है.। अतः अपनी डाइट में फाइबर से भरपूर फल और सब्जियां शामिल करने से आपको लाभ मिलेगा।
एक निक्रिय जीवन शैली
निक्रिय लाइफस्टाइल भी कब्ज होने की एक प्रमुख वजह होती है। अगर आप ऑफिस या घर में घंटों एक ही जगह बैठकर काम करते हैं या दिन भर में बहुत कम चलते फिरते हैं तो ऐसी लाइफस्टाइल के चलते कब्ज होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
अनियमित खानपान
अक्सर शादियों या पार्टियों में जरूरत से ज्यादा कुछ भी खा लेना, अधिक मात्रा मे शराब का सेवन करना और नाश्ते में या स्नैक में मैदे से बनी चीजें और फास्ट फूड खाने के कारण भी कब्ज की समस्या होने लगती है। इसलिए अपने खानपान पर सबसे अधिक ध्यान दें और हेल्दी चीजों का सेवन अधिक से अधिक मात्रा में करें।
दवाएं और सप्लीमेंट
कई बार कुछ दवाओं या सप्लीमेंट के सेवन से भी कब्ज की समस्या हो सकती है। एक्सपटर्स के अनुसार, जरूरत से ज्यादा पेनकिलर खाने या आयरन और कैल्शियम सप्लीमेंट लेने के कारण भी कब्ज की समस्या हो सकती है।
कब्ज के लक्षण
- सप्ताह में तीन से कम बार मल त्यागना या शौच करना।
- गांठदार या कठोर मल होना।
- मल त्यागने के लिए जोर लगाना।
- ऐसा महसूस होना जैसे आपके मलाशय में कोई रुकावट है जिससे मल आसानी से बाहर नहीं निकल रहा है।
- शौच करने के बाद भी पेट भरा हुआ महसूस होना।
- शौच के दौरान अपने पेट पर दबाव डालने के लिए अपने हाथों का उपयोग करना और मलाशय से मल को निकालने के लिए उंगली का उपयोग करना।
अगर आपने पिछले तीन महीनों में इनमें से दो या अधिक लक्षणों का अनुभव किया है तो यह दर्शाता है कि आप पुरानी या क्रोनिक कब्ज से पीड़ित हैं।
कब्ज दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक इलाज अपनाकर कब्ज की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। अगर आपको कब्ज के लक्षण दिखें तो यहां बताए गए आयुर्वेदिक उपाय अपनाएं-
त्रिफला चूर्ण
त्रिफला एक आयुर्वेदिक औषधि है जो आंवला, हरड़ और बहेड़ा जैसी प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से बनती है। त्रिफला के औषधीय गुणों को देखते हुए ही अधिकांश लोग त्रिफला का इस्तेमाल कब्ज की दवा के रूप में करते हैं। कब्ज दूर करने के लिए रात को सोते समय एक छोटी चम्मच त्रिफला पाउडर को गुनगुने पानी के साथ लें या एक टैबलेट त्रिफला कैप्सूल लें।
इसबगोल
कब्ज से राहत दिलाने में इसबगोल (प्लांटेगो) काफी प्रभावी माना जाता है। यह एक प्राकृतिक फाइबर स्रोत है जो आपकी पाचन प्रक्रिया को सुचारु रूप से काम करने में मदद करता है। आधे से एक चम्मच ईसबगोल को एक गिलास गुनगुने पानी में भिगोकर खाएं। रात में सोने से पहले इसका सेवन ज्यादा लाभदायक माना जाता है।
एलोवेरा जूस
एलोवेरा जूस में फाइबर, एंजाइम्स और एंटीऑक्सिडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो पाचन प्रक्रिया को सुधारते हैं। इसके अलावा यह लैक्सेटिव की तरह असर करता है जिससे कब्ज के मरीजों को शौच के दौरान ज्यादा जोर नहीं लगाना पड़ता है।
तीन से चार छोटी चम्मच एलोवेरा जूस में उतनी ही मात्रा में पानी मिलाएं और सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। कब्ज दूर करने के लिए आप टाटा 1Mg तेजस्या एलोवेरा जूस का उपयोग कर सकते हैं। तेजस्या एलोवेरा जूस में किसी भी तरह के फ्लेवर या शुगर की मिलावट नहीं की गई है।
अभयारिष्ट
अभयारिष्ट कब्ज दूर करने की एक आयुर्वेदिक दवा है जिसका उपयोग पुरानी कब्ज के इलाज के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा किया जाता है। यह दवा प्राकृतिक तरीके से पाचन प्रक्रिया को सुधारने और मल को शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है। इसका सेवन आयुर्वेदिक चिकित्सक द्वारा बतायी गई खुराक के अनुसार ही करें। इसे भी रात में सोने से पहले लेना अधिक लाभकारी माना जाता है।
डाइट और लाइफस्टाइल में करें कुछ अहम बदलाव
सुबह गर्म पानी का सेवन करें
सुबह उठकर शौच जाने से पहले एक गिलास गर्म पानी का सेवन करें. ऐसा नियमित रूप से करने से पेट अच्छे से साफ होता है और कब्ज की समस्या कम होने लगती है।
पानी की मात्रा बढ़ाएं
जैसा कि इस लेख में पहले बताया जा चुका है कि दिन में कम से कम 6-8 गिलास पानी का सेवन करें। इससे पाचन तंत्र सही रहता है और कब्ज की समस्या नहीं होती है।
फल और सब्जियां खाएं
फल और सब्जियों में फाइबर भरपूर मात्रा में मिलता है। फाइबर वाली चीजें खाने से मल कठोर या सख्त नहीं होता है, जिससे शौच के दौरान मल आसानी से बाहर निकल जाता है। इसलिए सभी मौसमी फल और हरी पत्तेदार सब्जियां खूब खाएं।
दूध में घी डालकर पिएं
रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में एक छोटा चम्मच घी मिलाकर पिएं। इससे भोजन भी अच्छी तरह पच जाता है और सुबह शौच के समय कोई कठिनाई भी नहीं होती है।
नारियल पानी
कब्ज दूर करने के लिए रोजाना एक गिलास नारियल पानी पिएं। इसे पीने से शरीर को की जरूरी पोषक तत्व मिल जाते हैं साथ ही पाचन तंत्र भी मजबूत होता है।
एक्सरसाइज करें
रोजाना कम से कम आधे घंटे एक्सरसाइज या योग जरूर करें। एक्सरसाइज करने से भोजन आसानी से पच जाता है और शरीर भी स्वस्थ रहता है। कब्ज दूर करने के लिए आप हालासन, धनुरासन या भुजंगासन जैसे योग कर सकते हैं।
दिन में सोने से बचें
आयुर्वेद के अनुसार कुछ ऋतुओं में दिन में सोने से परहेज करना चाहिए, विशेषरूप से वर्षा ऋतु में। इस ऋतु में सोने से पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है और कब्ज की समस्या बढ़ सकती है।
लेख में बताए गए आयुर्वेदिक उपायों और लाइफस्टाइल को अपनाकर आप जल्द ही पुरानी कब्ज से छुटकारा पा सकते हैं। अगर इन्हें अपनाने के बाद भी कब्ज की समस्या ठीक नहीं हो रही है तो नजदीकी डॉक्टर से मिलें।
लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।