
कैसा हो मनसून के मौसम में हमारा खान-पान Publish Date : 04/08/2025
कैसा हो मनसून के मौसम में हमारा खान-पान
डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा
मानसून के मौसम की बारिश जहां सूखी धरती को हरी-भरी रखने में सहायता करती है, वहीं हमें भी ताजगी और खुशी का एहसास कराती है। हालांकि, हम इस तथ्य को भी अनदेखा नहीं कर सकते कि इस मौसम में हमारा इम्यून सिस्टम भी सबसे अधिक प्रभावित होता है। संक्रमण और बीमारियों के आम होने के साथ, एक मजबूत इम्यून सिस्टम की जरुरत भी बढ़ रही है, लेकिन आप अपने शरीर की नेचुरल डिफेन्स सिस्टम को कैसे मजबूत बना सकते हैं? इसका राज बारिश के मौसम में हेल्थी खाना खाने में छिपा है।
इस लेख का उद्देश्य आपको मानसून के खाद्य पदार्थों की पूरी जानकारी प्रदान करना और आपको ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बताना है जो मानसून के दौरान आपकी इम्यूनिटी को बढ़ा सकते हैं।
हल्दीः- लगभग प्रत्येक घर में काम आने वाली हल्दी को अक्सर इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने वाले खाद्य पदार्थों की सूची में सबसे ऊपर रखा जाता है, विशेषरूप से मानसून के मौसम में। यह गोल्डन स्पाइस करक्यूमिन का समृद्ध स्रोत है, जिसमें शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
अपने मानसून के भोजन में हल्दी का सेवन शामिल करने से आपको इस मौसम में होने वाले अनेक संक्रमणों और बीमारियों से लड़ने में मदद मिल सकती है। आप अपने भोजन में एक चुटकी हल्दी मिला सकते हैं या सोने से पहले एक गिलास हल्दी वाला दूध का सेवन भी कर सकते हैं।
प्रोबायोटिक्स और फर्मेंटेड फूड्सः- प्रोबायोटिक्स हमारी आंतों के स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने में एक आवश्यक भूमिका निभाते हैं, जो सीधे हमारी मजबूत इम्यूनिटी से सम्बन्धित होता है। दही जैसे फर्मेंटेड फूड्स प्रोबायोटिक्स से भरपूर होते हैं और इन्हें बारिश के मौसम का एक बेहतरीन हेल्दी फूड माना जाता है। आप अचार और पोहा ब्रेड भी खा सकते हैं क्योंकि वे भी फर्मेंटेड होते हैं और आंत में गुड़ बैक्टीरियाज के विकास को बढावा देते हैं।
सूप और स्टूः- बरसात के दिनों में एक कटोरी गर्म सूप या स्टू से ज्यादा आरामदायक कुछ नहीं हो सकता। गाजर, बीन्स और टमाटर जैसी ताज़ी सब्जियों से बने सूप और स्टू न केवल स्वादिष्ट होते हैं बल्कि आवश्यक विटामिन और खनिजों से भी भरपूर होते हैं। ये स्वस्थ इम्यून सिस्टम का समर्थन करते हैं, जिससे वे इम्यूनिटी को बढ़ावा देने के लिए एक उत्कृष्ट बरसात के मौसम के खाद्य पदार्थ बन जाते हैं।
नींबूः- नींबू विटामिन सी का एक समृद्व स्रोत होता है। इसके साथ ही एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व, जो शरीर की संक्रमण से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है। सलाद पर निचोड़ा हुआ हो या गर्म पानी में मिलाया गया हो, नींबू आसानी से इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आपके बरसात के मौसम के भोजन की सूची में शामिल किया जा सकता है।
मसाला चायः- मसाला चाय भारत में एक लोकप्रिय मानसून पेय है। मसाला चाय में प्रयोग किए जाने वाले मसाले, जैसे अदरक, इलायची और दालचीनी आदि में इम्यूनिटी बढ़ाने वाले गुण होते हैं। बरसात के दिन एक कप गर्म मसाला चाय का आनंद लेने से न केवल आपका मूड अच्छा होता है बल्कि आपका इम्यून सिस्टम को भी मजबूती मिलती है।
लहसुनः- लहसुन अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसमें एलिसिन होता है, जो वायरस का सामना करने पर शरीर में कुछ विशेष प्रकार की श्वेत रक्त कोशिकाओं की रोग-लड़ने की शक्ति को बढ़ाता है। अतः आपका अपने दैनिक आहार में लहसुन को शामिल करना, मानसून के दौरान इम्यूनिटी बढ़ाने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है।
अदरकः- अदरक का गर्म तासीर इसे मानसून के दौरान सेवन के लिए एकदम सही बनाता है। इसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं जो गले की खराश को दूर करने और फ्लू के लक्षणों से लड़ने में मदद करते हैं। मानसून की बीमारियों से बचाव और अतिरिक्त आंतरिक ताकत के लिए अपनी चाय या भोजन में अदरक मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं।
मेवे और सूखे मेवेः- बादाम और अखरोट जैसे मेवे और सूखे मेवे आवश्यक विटामिन और फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, जो हमारे इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाते हैं। अपनी बरसात के मौसम की खाद्य सूची में इन्हें शामिल कर आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को काफी हद तक बढ़ा सकते हैं।
करेलाः- करेला, इसके कड़वे स्वाद के कारण शायद हर किसी की पसंदीदा सब्जी भले ही न हो, लेकिन मानसून के दौरान इसका सेवन करना बहुत लाभकारी सिद्व होता है। विभिन्न विटामिन्स का एक समृद्ध स्रोत होने के चलते, यह हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है और इसलिए मानसून के दौरान इसका सेवन करना बहुत ज़रूरी है।
मानसून के दौरान किन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए
मानसून के मौसम में, स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए अपने द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों के प्रति आपको सावधान रहना चाहिए। प्रस्तुत लेख में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ दिए गए हैं जिनका सेवन करने से आपको बचना चाहिएः
पत्तेदार सब्जियाँ- अधिक नमी के कारण यह गंदगी और बैक्टीरिया के संपर्क में आ जाती हैं, जिससे पेट में संक्रमण होने की संभावना बढ़ सकती है।
सीफूड- प्रजनन काल के दौरान संदूषण के प्रति अधिक संवेदनशील, फूड पॉयजनिंग का खतरा भी बढ़ सकता है।
फ्राइड और ऑयली फूड्स- आर्द्र (ह्यूमिड) मौसम के चलते इन्हें पचाने में कठिनाई, अपच और पेट फूलने आदि का कारण बन सकते हैं।
स्ट्रीट फूड- स्ट्रीट फूड्स में उचित स्वच्छता का आतौर पर अभाव होता है, जिसके चलते टाइफाइड और दस्त जैसी जल जनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
पहले से कटे हुए फल और सलाद- इनका बैक्टीरिया से आसानी से संदूषित होने की संभावना रहती है, जबकि घर पर ताजा कटे हुए संस्करण का सेवन करना अधिक सुरक्षित रहता है।
विभिन्न डेयरी उत्पाद- आर्द्र (ह्यूमिड) परिस्थितियों के कारण यह खाद्य उत्पाद जल्दी खराब हो सकते हैं, खराब होने पर इनका सेवन करने से पेट में संक्रमण हो सकता है।
कच्चा भोजन- कच्चे या अधपके भोजन में बैक्टीरिया और रोगजनक विद्यमान हो सकते हैं, इसलिए भोजन को अच्छी तरह से पकाना भी बहुत आवश्यक होता है।
मशरुम- मशरूम, मानसून सीजन के दौरान हानिकारक बैक्टीरिया के लिए प्रजनन भूमि बना सकते हैं जो एलर्जी या भोजन विषाक्तता का कारण भी बन सकते हैं।
मसालेदार भोजन- अधिक मसाले वाला भोजन आपके शरीर की गर्मी और पाचन समस्याओं को बढ़ा सकता है, इसलिए हल्के मसाले वाले खाने का चुनाव करना ही बेहतर है।
सौर फूड्स- पानी के जमाव और इन्फ्लेमेशन का कारण बन सकता है, जो अर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द जैसी स्थितियों को बढ़ावा दे सकता है।
एक मजबूत इम्यून सिस्टम बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण है, विशेषरूप से मानसून के मौसम के दौरान जब हमारा शरीर संक्रमणों के प्रति अधिक संवेदनशील रहता है। बरसात के मौसम में खाने के लिए स्वस्थ भोजन को शामिल करके, आप अपने शरीर को बीमारियों से लड़ने के लिए बेहतर तरीके से तैयार कर सकते हैं। हालाँकि, यदि आपको लगातार लक्षण या लंबे समय तक बुखार दिखाई देता है, तो यह संक्रमण की संभावना का संकेत हो सकता है। ऐसे मामलों में, आपको तुरंत ही डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।