स्वास्थ्य के लिए उत्तम है पान      Publish Date : 11/06/2025

                    स्वास्थ्य के लिए उत्तम है पान

                                                                                                                                            डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा

‘‘खाइके पान बनारस वाला’’ पान का नाम लेते ही हरे-हरे चिकने पत्ते आंखों के सामने आ जाते हैं। पान का पान का उपयोग विभिन्न कार्यों के लिए किया जाता है। पान हमारे धार्मिक अनुष्ठानों से लेकर माउथ फ्रेशनर तक के रूप में बहुत समय पहले से इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसके साथ ही स्वास्थ्य के लिहाज से भी पान उत्तम है, इस बात की पुष्टि स्वयं आयुर्वेदाचार्य करते हैं। हालांकि, वह यह भी बताते हैं कि बासी पान स्वास्थ्य के लिए सही नहीं होता है। सर्वप्रथम पूजनीय गणपति का पूजन हो या भगवान सत्य नारायण की कथा, यहां तक कि भगवती माँ को भी पान विशेष रूप से पसंद है। शास्त्रों के अनुसार देवी के एक रूप मां कात्यायनी की आराधना से पहले पान खाने की मान्यता है। आयुर्वेद के विशेषज्ञ ताजे पान को कई लिहाज से उत्तम बताते हैं, तो वहीं बासी पान से परहेज करने की हिदायत भी देते हैं।

                                                              

आप बनारस, कोलकाता या देश के किसी भी हिस्से में चले जाइए, पान के प्रेमी आपको मिल ही जाएंगे। कत्था, चूना, सुपारी के साथ सौंफ और अन्य चीजें मिलाकर पान के साथ खाया जाता है। कई स्थानों पर तो पान को मेहमाननवाजी का प्रतीक भी माना जाता है। सर्वप्रथम पान के औषधीय गुणों की बात करते हैं- पान के पत्तों के कई स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो सकते हैं। पंजाब स्थित श्बाबे के आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डॉ. प्रमोद आनंद तिवारी पान के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं।

डॉ0 तिवारी बताते हैं कि आयुर्वेद में पान का अपना एक विशेष महत्व है। यह घाव को सुखाने में मदद करता है। इसमें कैल्शियम, विटमिन सी, राइबोफ्लेविन, कैरोटीन, नियासिन, क्लोरोफिल के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं। पान का सेवन सही तरीके से किया जाए तो यह शरीर को कई समस्याओं से बचाता है। नियमित रूप से सुबह के समय बासी मुंह पान का पत्ता चबाकर खाने से कई लाभ आपको मिल सकते हैं। उन्होंने बताया कि यदि अपको अपच या कब्ज की शिकायत है तो आपको पान के पत्ते खाने की सलाह दी जाती है। बासी मुंह चबाकर पान का पत्ता खाने से पाचन तंत्र मजबूत बनता है और पाचन संबंधित समस्याएं जैसे डकार, अपच आदि के जैसी अनेक समस्याएं दूर होती है। पान का पत्ता खांसी और सर्दी आदि से भी राहत प्रदान कर सकता है। पान का काढ़ भी सेहत के लिए काफी लाभकारी सिद्व होता है।

                                                      

डॉ0 तिवारी का कहना है कि पान के पत्तों में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो शरीर को कई तरह के संक्रमण से बचाने में सहायता करते हैं। औषधीय गुणों से भरपूर पान खाने से कई फायदे मिलते हैं। पान के पत्ते खाना पचाने में मदद करते हैं। पान जब भी खाएं उसमें चूना के बजाय गुलकंद, सौंफ, सीड्स, मेवे मिला सकते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि दिन भर में पान दो व तीन से अधिक नहीं खाना चाहिए

बासी पान स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं

वहीं, बासी पान में बैक्टीरिया और अन्य सुक्ष्मजीव पनप सकते हैं, जो पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। इस वजह से बासी पान को नहीं खाना चाहिए। यह शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। बासी पान के खाने से पेट खराब होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके साथ ही पान में लगाए जाने वाला चूना भी खाने के लिए नहीं बना है इसलिए शरीर को उसे पचाने में मेहनत करनी पड़ती है।

लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।