
बिच्छू बूटी, से प्राप्त होने वाले स्वास्थ्य लाभ Publish Date : 20/04/2025
बिच्छू बूटी, से प्राप्त होने वाले स्वास्थ्य लाभ
डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा
बिच्छू बूटी एक पहाड़ी जड़ी बूटी है, जिसका उपयोग विभिन्न बीमारियों का उपचार करने के लिए किया जाता है, यह हमारी स्किन और बालों के लिए भी काफी बहुत लाभकारी सिद्व होती है।
भारत में प्राचीन समय से ही रोगों के उपचार करने के लिए और बीमारियों से बचाव के लिए विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे और जड़ी बूटियों को औषधियों के रूप में उपयोग किया जा रहा है। आज के समय में भी कोरोना महामारी के बाद से लोग आयुर्वेदिक उपचार और जड़ी बूटियों, जिनका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता है, की ओर अपना रुख कर रहे हैं। इन जड़ी बूटियों में ही एक बिच्छू बूटी भी शामिल है, जिसे डंक मारने वाले पौधे के रूप में भी जाना जाता है।
बिच्छू बूटी (Nettle Leaf) पहाड़ी इलाकों पर अपने आप से ही उगने वाला एक पौधा है, जिसे कई गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है। इस बूटी का वैज्ञानिक नाम अर्टिका डाइओका (Urtica dioica) है। बिच्छू बूटी में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होने के साथ कई हीलिंग प्रोपर्टी भी होती है, जो मानव शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद होती है। आज के अपने इस लेख में हम आपको बिच्छू बूटी के फायदे-नुकसान और सेवन के सही तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं। अब अपने आयुर्वेदिक डॉ0 सुशील शर्मा से जानते हैं बिच्छू बूटी के बारे में विस्तार से-
बिच्छू बूटी किन बीमारियों में उपयोग किया जाता है?
- इस बूटी का उपयोग जोड़ों का दर्द और गठिया जैसी समस्या को दूर करने में इसके सूजन-रोधी गुण काफी लाभ होते हैं।
- बिच्छू बूटी गुर्दे के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, यूरिन के रास्ते में होने वाले इंफेक्शन (यूटीआई) को कम करने में मदद करता है और यह पानी के प्रतिधारण को भी कम करता है।
- यह बूटी अपने रक्त-शोधक गुणों के लिए जानी जाती है, जो स्किन से जुड़ी समस्याओं जैसे एक्जिमा, मुंहासे और पित्ती जैसी समस्याओं के लिए प्रभावी होती है।
- बिच्छू बूटी एक नेचुरल एंटीहिस्टामाइन के रूप में काम करती है जो एलर्जी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है।
- बिच्छू बूटी आयरन से भरपूर होती है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन के कम स्तर को बढ़ाने और खून की कमी पूरी करने में लाभकारी रहती है।
- इसके अलावा बिच्छू बूटी शरीर को डिटॉक्सिफाइ करने, पीरियड्स, अस्थमा, और बालों आदि से जुड़ी समस्याओं को कम करने या दूर करने में भी काफी लाभकारी होती है।
बिच्छू बूटी की तासीर कैसी होती है?
आयुर्वेद के अनुसार बिच्छू बूटी की तासीर ठंडी होती है और यह स्वाद में थोड़ी कड़वी होती है, जिसके सेवन से पित्त दोष को संतुलित करने में मदद मिलती है। यह कई पोषक तत्वों से भरपूर और हल्का कसैला है, जो कफ को ठीक करता है, लेकिन वात प्रकृति वाले लोगों को इसका सेवन कम या नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह वात दोष को बिगाड़ सकती है।
बिच्छू बूटी का सेवन करने से प्राप्त लाभ
- बिच्छू बूटी विटामिन (ए, सी, के) और मिनरल्स (आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम) जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो आपकी ओवरऑल हेल्थ को बढ़ावा देता है।
- इसके एंटीऑक्सीडेंट और सूजनरोधी गुण मानव के इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं।
- बिच्छू बूटी का सेवन पाचन को बढ़ावा देता है और सूजन, गैस और अन्य पाचन से जुड़ी समस्याओं को कम करने में मदद करता है।
- इस जड़ी बूटी का सेवन आपके शरीर को डिटॉक्स करता है, जिससे स्किन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है।
बिच्छू बूटी का सेवन के तरीके
बिच्छू बूटी की चाय
बिच्छू बूटी का सेवन करने का सबसे अच्छा और आम तरीका है इसकी चाय बनाकर पीना। इस जड़ी बूटी की चाय बनाने के लिए आप इसके पत्तों को साफ पानी से धो लें और फिर एक गिलास पानी में तब तक उबालें, जब तक पानी आधा न रह जाएं और फिर छानकर इस चाय का सेवन करें।
कैप्सूल या सप्लीमेंट
मार्केट में आपको बिच्छू बूटी के कैप्सूल या सप्लीमेंट के रूप में आसानी से मिल जाते हैं। जिससे आप इसका सेवन भी आसानी से कर सकते हैं।
ताजी पत्तियों का सेवन
बिच्छू बूटी की ताजी पत्तियों का सेवन भी आप कर सकते हैं। आप चाहे तो इन पत्तियों को अन्य हरी पत्तेदार सब्जियों की तरह भाप में पकाकर भी खा सकते हैं।
पाउडर के रूप में
बिच्छू बूटी का सेवन आप पाउडर के रूप में भी कर सकते हैं। इसका पाउडर बनाने के लिए आप इसकी ताजी पत्तियों को लेकर धूप में अच्छी तरह से सूखा लें और फिर मिक्सर जार में डालकर महीन पाउडर बना लें। इस पाउडर को आप स्मूदी, छाछ में मिला पी सकते हैं या अपने खाने के ऊपर भी छिड़क कर खा सकते हैं।
बिच्छू बूटी का सेवन किसे नहीं करना चाहिए?
- गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को बिच्छू बूटी का सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल, इसका सेवन आपके गर्भाशय के संकुचन को बढ़ा सकता है, इसलिए गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन न करना ही बेहतर रहता है।
- लो ब्लड प्रेशर से पीड़ित व्यक्तियों को भी इस जड़ी बूटी का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह आपके शरीर के ब्लड प्रेशर को और ज्यादा कम कर सकता है।
- डायबिटीज की समस्या से राहत पाने के लिए अगर आप दवाओं का सेवन करते हैं तो इस जड़ी बूटी को खाने से बचना चाहिए। क्योंकि यह आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल और ज्यादा कम कर सकता है।
आयुर्वेद में बिच्छू बूटी एक शक्तिशाली प्राकृतिक उपचार हो सकता है, जो आपको कई समस्याओं से बचाने में मदद करता है। लेकिन अगर आप इसका सेवन करने जा रहे हैं तो इससे पहले किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से कंसल्ट जरूर कर लें, ताकि किसी भी तरह के साइड इफेक्ट को होने से आप स्वयं को बचा सके।
लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।