एसएमएल लिमिटेड के एवीपी–फील्ड मार्केटिंग, श्री विवेक रस्तोगी ने किसानों को संबोधित किया-      Publish Date : 14/10/2025

एसएमएल लिमिटेड के एवीपी–फील्ड मार्केटिंग, श्री विवेक रस्तोगी ने किसानों को संबोधित किया-

“किसान मेला, मेरठ में श्री विवेक रस्तोगी ने मिट्टी, फसल और मानव स्वास्थ्य के लिए संतुलित पोषण के महत्व पर दिया जोर”

एसएमएल लिमिटेड के एवीपी–फील्ड मार्केटिंग, श्री विवेक रस्तोगी ने सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा आयोजित किसान मेले में किसानों को संबोधित किया।

“संतुलित पोषण से संतुलित आहार तक” विषय पर बोलते हुए उन्होंने बताया कि कैसे मिट्टी का संतुलित पोषण, स्वस्थ फसल और मानव स्वास्थ्य तीनों एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हुए हैं।

श्री रस्तोगी ने “मिट्टी → फसल → भोजन → मानव” पोषक चक्र की व्याख्या करते हुए बताया कि हमारे भोजन में मौजूद प्रोटीन, आयरन, जिंक, कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन्स जैसे आवश्यक तत्व मूल रूप से मिट्टी से ही फसलों के माध्यम से आते हैं।

                                                       

उन्होंने भारतीय चिकित्सा संघ (Medical Association of India) की रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए बताया कि पोषक तत्वों की कमी के कारण जनस्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहे हैं, जैसे –

    •    आयरन की कमी से एनीमिया,

    •    जिंक की कमी से रोग प्रतिरोधक क्षमता और मानसिक स्वास्थ्य में गिरावट तथा प्रजनन संबंधी समस्याएँ,

    •    प्रोटीन की कमी से मांसपेशियाँ कमजोर होना,

    •    कैल्शियम की कमी से अस्थि विकास में रुकावट।

श्री रस्तोगी ने कहा कि फसल की उपज और पोषक गुणवत्ता दोनों प्राप्त करने के लिए मिट्टी में 17 आवश्यक तत्वों की संतुलित आपूर्ति जरूरी है। लेकिन उर्वरकों, विशेषकर यूरिया और डीएपी का अत्यधिक प्रयोग मिट्टी के स्वास्थ्य को बिगाड़ रहा है, जिससे पोषक तत्वों की कमी, भू-जल प्रदूषण और नाइट्रस ऑक्साइड जैसे ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन बढ़ रहा है।

उन्होंने बताया कि वर्तमान में 60–70% भारतीय मिट्टी सल्फर की कमी से, 50–60% जिंक की कमी से और लगभग 70% मिट्टी मध्यम रूप से क्षारीय (alkaline) हैं, जिससे पौधों को पोषक तत्वों का अवशोषण कठिन हो जाता है।

                                                        

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मिट्टी का pH मान पोषक तत्वों की उपलब्धता में अहम भूमिका निभाता है और डीएपी तथा जिंक सल्फेट के बीच होने वाली रासायनिक क्रिया के कारण दोनों का प्रभाव कम हो जाता है।

उन्होंने ऐसे नवाचार आधारित समाधानों की आवश्यकता बताई जो मिट्टी के स्वास्थ्य को पुनर्स्थापित करें, pH कम करें, पोषक उपलब्धता बढ़ाएँ और भू-जल प्रदूषण से बचाएँ।

श्री रस्तोगी ने बताया कि एसएमएल लिमिटेड, जो कि वर्ष 1971 से किसानों की सेवा में अनुसंधान-आधारित संगठन के रूप में कार्यरत है, तकनीकी रूप से उन्नत और पर्यावरण के अनुकूल फसल पोषण एवं संरक्षण उत्पादों के विकास में अग्रणी रहा है।

उन्होंने कंपनी की प्रमुख नवाचारों की जानकारी दी:

    •    फ़र्टिस (FERTIS)– 90% सल्फर तत्व वाला WDG फॉर्मुलेशन, जिसमें लीचिंग नहीं होती, पोषक दक्षता अधिक होती है, और यह मिट्टी की सूक्ष्मजीव गतिविधि व pH संतुलन सुधारने में सहायक है।

    •    टेक्नो-Z (TECHNO-Z) – 14% जिंक ऑक्साइड और 67% सल्फर WDG फॉर्मुलेशन; यह जल-अघुलनशील, पर्यावरण के लिए सुरक्षित तथा फॉस्फेटिक उर्वरकों के साथ अनुकूल है।

    •    सलानेक्स (SULANEX) – 70% सल्फर और 8% जिंक ऑक्साइड युक्त DG फॉर्मुलेशन, जो सस्टेनेबल रिलीज टेक्नोलॉजी (SRT) पर आधारित है और सीड ड्रिल व बुरकाव बिधि दोनों के लिए उपयुक्त है।

    •    इमारा (IMARA) – विश्व का पहला पेटेंटेड कीटनाशक जिसमें पोषण लाभ भी हैं यह धान और गन्ना फसलों के लिए द्विगुण सुरक्षा और मिट्टी स्वास्थ्य सुधार प्रदान करता है। यह नीले त्रिभुज वाला उत्पाद हैँ जो पर्यावरण के लिए सुरक्षित है।

    •    यू - सेव (U-SAVE) – एक नया पेटेंटेड स्पर्श एवं प्अंतरप्रवाही फफूंदनाशी (fungicide) जो फसलों को अनेक रोगों से व्यापक सुरक्षा देता है।

अपने उद्बोधन के अंत में श्री रस्तोगी ने कहा —

“संतुलित पोषण केवल स्वस्थ फसल की नींव नहीं है, यह स्वस्थ राष्ट्र की नींव है।

मिट्टी से लेकर मानव तक संतुलन की शुरुआत, हमारी भूमि की देखभाल से होती है।”

कार्यक्रम के अंतर्गत एसएमएल लिमिटेड ने किसान मेले में एक आकर्षक स्टॉल भी लगाया, जहाँ

श्री दिलीप जादोन और श्री अश्विन ने किसानों को कंपनी के नवीनतम फसल पोषण एवं संरक्षण उत्पादों की जानकारी दी।

उन्होंने किसानों से संवाद करते हुए मिट्टी स्वास्थ्य प्रबंधन, संतुलित पोषण और टिकाऊ कृषि समाधानों के बारे में उपयोगी जानकारी साझा की।

                                                      

एसएमएल लिमिटेड ने किसान मेले, मेरठ में प्रदर्शित किए नवाचारपूर्ण कृषि समाधान।

एसएमएल लिमिटेड ने सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा आयोजित किसान मेले में भाग लेकर टिकाऊ कृषि और किसान कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।

एसएमएल के स्टॉल का विषय “संतुलित पोषण से संतुलित आहार तक” रहा, जो संतुलित फसल पोषण और मानव पोषण के बीच के गहरे संबंध को रेखांकित करता है।

मेले में एसएमएल लिमिटेड ने रबी फसलों — जैसे आलू, गन्ना, मिर्च, मेंथा, गेहूं, सरसों और आम आदि के लिए अपने नवाचारपूर्ण और टिकाऊ उत्पादों की श्रृंखला प्रदर्शित की। कंपनी ने किसानों और आगंतुकों को फसल पोषण एवं फसल संरक्षण के आधुनिक समाधानों की जानकारी दी, जो उत्पादकता बढ़ाने के साथ-साथ मिट्टी के स्वास्थ्य को भी बनाए रखते हैं।

एसएमएल के मार्केटिंग मैनेजर श्री दिलीप जादोन और श्री अश्विन ने कंपनी के डब्ल्यूडीजी आधारित उत्पादों का लाइव डिस्पर्शन टेस्ट कर किसानों को उनकी उत्कृष्ट गुणवत्ता और प्रभावशीलता से अवगत कराया। उन्होंने डीएपी और जिंक सल्फेट के बीच होने वाली रासायनिक प्रतिक्रिया का भी वैज्ञानिक प्रदर्शन किया, जिससे यह समझाया गया कि इन दोनों के बीच प्रतिक्रिया होने पर फॉस्फोरस और जिंक दोनों की उपलब्धता फसलों में कम हो जाती है।

इस चुनौती के समाधान के रूप में उन्होंने एसएमएल का अभिनव उत्पाद टेक्नो-ज़ेड (Techno-Z) सुझाया — जो फॉस्फेटिक उर्वरकों के साथ प्रतिक्रिया नहीं करता और पौधों को बेहतर पोषक तत्व उपलब्ध कराता है।

एसएमएल के स्टॉल का उद्घाटन डॉ. सेंगर, निदेशक (प्रशिक्षण एवं नियोजन), एसवीपीयूएटी, मेरठ द्वारा किया गया। उन्होंने एसएमएल लिमिटेड के सतत कृषि और मिट्टी स्वास्थ्य सुधार के प्रयासों की सराहना की।

मेले के दौरान एसएमएल लिमिटेड ने चार नए उत्पाद भी लॉन्च किए, जो कृषि क्षेत्र में उन्नत समाधान प्रदान करने की दिशा में एक और कदम हैं:

    •    सलानेक्स-ज़ेड (Sulanex-Z): 70% सल्फर और 8% जिंक ऑक्साइड युक्त एसआरटी (SRT) आधारित डीजी फॉर्मुलेशन, जो बीज ड्रिल और प्रसारण दोनों विधियों के लिए उपयुक्त है।

    •    वामोस-एस (Vamos-S): पौष्टिक लाभों वाला पेटेंटेड कीटनाशक, जो धान में स्टेम बोरर व गन्ने में अर्ली शूट बोरर से सुरक्षा प्रदान करता है तथा मिट्टी के स्वास्थ्य को भी सुधारता है।

    •    यू-सेव (U-Save): नया पेटेंटेड कांटेक्ट एवं सिस्टमिक फफूंदनाशक, जो प्रमुख फसलों में विभिन्न बीमारियों के विरुद्ध व्यापक सुरक्षा प्रदान करता है।

    •    मेटराइट++ (Meterite++): गन्ना और आलू में प्रभावी खरपतवार नियंत्रण के लिए विकसित उन्नत फॉर्मुलेशन।

अपनी उपस्थिति के माध्यम से एसएमएल लिमिटेड ने टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देने, संतुलित फसल पोषण के महत्व को स्थापित करने और किसानों को नवाचारपूर्ण समाधान उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता को पुनः दृढ़ किया जिससे किसान अधिक उत्पादकता, बेहतर लाभ और पर्यावरणीय संतुलन के साथ आगे बढ़ सकें।