“कृषि विश्वविद्यालय: किसानों के द्वार” - प्रदेश की प्रथम व अनूठी पहल      Publish Date : 11/10/2025

“कृषि विश्वविद्यालय: किसानों के द्वार” - प्रदेश की प्रथम व अनूठी पहल

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मेरठ के द्वारा उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल एवं माननीया कुलाधिपति श्रीमती आनन्दीबेन पटेल जी से प्राप्त दिशा-निर्देशों के क्रम में विश्वविद्यालय द्वारा “कृषि विश्वविद्यालय: किसानों के द्वार” नामक योजना के अंतर्गत एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम प्रदेश में किसानों तक विश्वविद्यालय द्वारा वैज्ञानिक तकनीकों एवं उपयोगी जानकारी पहुँचाने की दिशा में प्रदेश की प्रथम व अनूठी पहल है।

                                                            

कार्यक्रम का आयोजन 10, 13 एवं 17 अक्टूबर 2025 को जनपद मेरठ के दौराला, सुरानी, अलीपुर, मामेपुर, ललसाना, मीठेपुर, वलीदपुर, दशरथपुर एवं लोइया ग्रामों में किया जा रहा है।

प्रथम दिन इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों के कुल 21 कृषि वैज्ञानिकों एवं 21 छात्रों द्वारा सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम के तीन दलों का नेतृत्व क्रमशः डॉ0 लालबहादुर सिंह, डॉ0 रामचन्द्र एवं डॉ0 शिशुपाल सिंह के द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में कृषि महाविद्यालय, जैव प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, उद्यान महाविद्यालय, खाद्य प्रसंस्करण महाविद्यालय, पशुचिकित्सा महाविद्यालय एवं तकनीकी तथा गन्ना महाविद्यालय के विशेषज्ञ वैज्ञानिकों की सहभागिता सक्रिय रहेगी, जो किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों, जैविक खेती, फसल विविधीकरण, पशुपालन, खाद्य प्रसंस्करण एवं जलवायु अनुकूल कृषि पद्धतियों के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान करेंगे।

                                                     

इस कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय कुलपति डॉ0 के0 के0 सिंह जी द्वारा 10 अक्टूबर 2025 को प्रातः 10:30 बजे विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन से हरी झंडी दिखाकर विश्वविद्यालय की बस को रवाना कर किया गया।

पहले दिन वैज्ञानिकों व छात्रों का विशेषज्ञ दल गॉव दौराला, अलीपुर व सुरानी पहुंच कर ग्राम प्रधान के माध्यम से गॉव के किसानो, महिलाओं व स्कूली बच्चों को कृषकोपयोगी समस्त तकनीकी जानकारी, कृषि योजनाएं, कृषि उपज का न्युनतम समर्थन मूल्य, नवीन  कृषि नीति, जीएसटी की नयी दरें, महिला स्वास्थ्य, महिलाओ की कृषि मे भूमिका व कृषि शिक्षा के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की।

                                                 

गॉव मे इस कार्यक्रम के प्रति विशेष उत्साह देखा गया व कृषको द्वारा बढ चढ कर इस कार्यक्रम मे प्रतिभाग करते हुए इस पहल का लाभ उठाया।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों एवं महिलाओं को कृषि उपयोगी जानकारियाँ, महिला सशक्तिकरण, जनस्वास्थ्य, तथा प्रदेश एवं भारत सरकार की प्रमुख कृषियोजनाओं के प्रति ग्रामीण लोगों को जागरूक करना है।

इस कार्यक्रम की रूपरेखा कुलसचिव डा. रामजी सिंह द्वारा तैयार की गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन को विश्वास है कि यह पहल किसानों के जीवन स्तर को सुधारने, कृषि उत्पादकता बढ़ाने तथा ग्रामीण विकास को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

आगामी 13 व 17 अक्टूबर को यही कार्यक्रम शेष छ: गॉवों मे आयोजित किया जायेगा। कार्यक्रम की सफलता को देखते हुये कुलपति डॉ0 के0 के0 सिंह द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि यह कार्यक्रम रबी व खरीफ प्रत्येक मौसम मे कम से कम दो दो बार आयोजित किये जायेंगे ताकि प्रत्येक फसल की शुरूआत व फसल की बीच की अवस्था मे किसानो को तकनीकी जानकारी उनके द्वार पर ही उपलब्ध कराई जा सके।