
एग्रीटेक इनोवेशन हब प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन Publish Date : 11/09/2025
एग्रीटेक इनोवेशन हब प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ तथा आईआईटी रोपड़ के मध्य हुए एमओयू के अंतर्गत तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 9 से 11 सितम्बर तक तकनीकी महाविद्यालय स्थित एग्रीटेक इनोवेशन हब लैब में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) के. के. सिंह द्वारा किया गया। इस प्रशिक्षण में कुल 17 संकाय सदस्यों ने भाग लिया, जिनमें से 14 प्रतिभागी तकनीकी महाविद्यालय से तथा 3 प्रतिभागी कटाई उपरांत प्रौद्योगिकी महाविद्यालय से थे।
उद्घाटन समारोह के अवसर पर कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी के डीन डॉ. जयवीर सिंह ने कृषि में सेंसर तकनीक के उपयोग एवं उससे किसानों को होने वाले लाभ पर प्रकाश डालते हुए इस प्रशिक्षण की प्रासंगिकता और महत्ता पर बल दिया। इस अवसर पर डॉ. विवेक कुमार, डॉ. नीलेश चौहान एवं डॉ. पी. के. सिंह भी उपस्थित रहे। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को नवीन प्रौद्योगिकियों को अपनाने हेतु प्रेरित किया तथा कृषि क्षेत्र में नवाचार के महत्व को रेखांकित किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन आईआईटी रोपड़ से आए श्री देशराज एवं उनकी टीम ने किया। उन्होंने प्रतिभागियों को कृषि में सेंसर प्रौद्योगिकी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता एवं मशीन लर्निंग (AI/ML), थ्री-डी प्रिंटिंग के एग्रीटेक इनोवेशन हब प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ तथा आईआईटी रोपड़ के मध्य हुए एमओयू के अंतर्गत तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 9 से 11 सितम्बर तक तकनीकी महाविद्यालय स्थित एग्रीटेक इनोवेशन हब लैब में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) के. के. सिंह द्वारा किया गया। इस प्रशिक्षण में कुल 17 संकाय सदस्यों ने भाग लिया, जिनमें 14 प्रतिभागी तकनीकी महाविद्यालय से तथा 3 प्रतिभागी कटाई उपरांत प्रौद्योगिकी महाविद्यालय से थे।
उद्घाटन समारोह के अवसर पर कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी के डीन डॉ. जयवीर सिंह ने कृषि में सेंसर तकनीक के उपयोग एवं उससे किसानों को होने वाले लाभ पर प्रकाश डालते हुए इस प्रशिक्षण की प्रासंगिकता और महत्ता पर बल दिया। इस अवसर पर डॉ. विवेक कुमार, डॉ. नीलेश चौहान एवं डॉ. पी. के. सिंह भी उपस्थित रहे। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को नवीन प्रौद्योगिकियों को अपनाने हेतु प्रेरित किया तथा कृषि क्षेत्र में नवाचार के महत्व को रेखांकित किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन आईआईटी रोपड़ से आए श्री देशराज एवं उनकी टीम ने किया। उन्होंने प्रतिभागियों को कृषि में सेंसर प्रौद्योगिकी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता एवं मशीन लर्निंग (AI/ML), थ्री-डी प्रिंटिंग के अनुप्रयोगों के साथ-साथ बीएलई किट पर वीएस कोडिंग से संबंधित नवीनतम तकनीकी जानकारियाँ प्रदान कीं।
यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय एवं आईआईटी रोपड़ के बीच अनुसंधान एवं प्रशिक्षण के क्षेत्र में सहयोग को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि सिद्ध होगा।
11 सितम्बर 2025 को हुए समापन सत्र में सीआईए, भोपाल से पधारे डॉ. वी. पी. चौधरी ने भी सम्मिलित होकर प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित किया। इस अवसर पर माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) के. के. सिंह तथा डीन डॉ. जयवीर सिंह भी उपस्थित रहे। डॉ. वी. पी. सिंह ने कृषि में नई तकनीकों के अपनाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया तथा प्रतिभागियों को अपने अनुभव साझा करते हुए शोध और नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। समापन सत्र में प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र भी वितरित किए गए और कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी को बधाई दी गई।