
सैनिको के लिए आयोजित व्यवसायिक मुर्गीपालन प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन Publish Date : 03/09/2025
सैनिको के लिए आयोजित व्यवसायिक मुर्गीपालन प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन
कृषि विश्वविद्यालय, मेरठ के कुक्कुट अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र पर चल रहे 21 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन आज दिनांक 09/09/25 को हुआ। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में रक्षा मंत्रालय स्तर से नामित किए गए 34 सैनिकों को व्यवसायिक मुर्गीपालन से सम्बन्घित तकनीकि ज्ञान तथा प्रयोगात्मक प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय कुलपति डॉ0 के. के. सिंह के द्वारा की गई एवं कुलपति महोदय ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को अपने प्राप्त तकनीकि ज्ञान के माध्यम से मुर्गीपालन व्यवसाय को स्वरोजगार हेतु अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि वर्तमान प्ररिवेश में मुर्गीपालन व्यवसाय आय का एक अच्छा स्त्रोत हो सकता है।
इस अवसर पर कुलपति महोदय के द्वारा प्रशिक्षाणर्थियों को सफल प्रशिक्षण पूर्ण करने के उपरान्त प्रमाण पत्र भी वितरित किये। विश्वविद्यालय के प्रसार निदेशक डॉ0 पी. के. सिंह तथा निदेशक शोध डॉ0 कमल खिलाड़ी के द्वारा भी प्रशिक्षण के सम्बन्ध में अपने विचार प्रकट किये।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के निदेशक डा0 डी. के. सिंह द्वारा बताया गया कि इस कार्यक्रम में मुर्गीपालन विषय मुर्गियों की उन्नत नस्लें- आवास व्यवस्था, पोषण सम्बन्धी तकनीकी जानकारियां, मुर्गियों में होने वाली मुख्य बीमारियों के लक्ष्ण व उनका उपचार, जैव सुरक्षा, विपणन और मुल्यवर्धित कुक्कुट उत्पाद आदि के सहित प्रमुख ऋणों स्रोतों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करायी गई।
इस अवसर पर डॉ0 टी. के. सरकार प्रतिनिधि अधिष्ठाता के द्वारा कार्यक्रम के समापन पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया गया मुर्गीपालन कम समय में अधिक लाभ अर्जित करने का उत्तम साधन है।
समापन समारोह का संचालन डॉ0 प्रमिला उमाराउ तथा डॉ0 सोनिका ग्रेवॉल के द्वारा किया गया। इस समापन समारोह में डॉ0 अमित कुमार, डॉ0 कुलदीप त्यागी, डॉ0 देवाशीष रॉय, डॉ0 अरविन्द कुमार, डॉ0 मनोज कुमार, डॉ0 अहमद फहीम, डॉ0 श्रेया रावत, डॉ0 विपुल ठाकुर और डॉ0 कोशलेश रंजन भी उपस्थित रहे।