बिजनेस में तलाशें नए रास्ते      Publish Date : 23/05/2025

                   बिजनेस में तलाशें नए रास्ते

                                                                                                                 प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 शालिनी गुप्ता

जब आर्थिक माहौल आपके कारोबार को बढ़ने में दिक्कत दे रहा हो, तब आप क्या करेंगे? जब आपके ऊपर बिक्री बढ़ाने और खर्चे कम करने का दबाव हो, तब प्रबंधन के किन सिद्धांतों को अपनाएंगे? इन हालातों में मैं अक्सर देखता हूं कि कारोबारी नए ग्राहकों की तलाश में लग जाते हैं, ताकि अपनी बिक्री बढ़ा सकें। लेकिन यह सबसे बेहतर तरीका नहीं है। फिर कारोबार आगे बढ़ाने का सही तरीका क्या होना चाहिए। बिजनेस आगे बढ़ाने के लिए नए ग्राहकों को लाना न केवल महंगा होता है, बल्कि यह बहुत समय भी लेता है। ऐसे में जो आपकी नैया पार करवा सकता है, वह है सबसे अहम साथी यानी आपका वर्तमान ग्राहक।

                                                        

बिजनेस में नए ग्राहक को तलाश करना कोई गलत बात नहीं है, लेकिन चुनौती भरे आर्थिक माहौल में यह काम कतई आसान नहीं होता। ऐसे में वर्तमान ग्राहकों से ही अपने कारोबार को स्थिरता देना एक प्रभावी विकल्प है, जो आपको हर हाल में अपनाना चाहिए। मुश्किलों से गुजर रहे आपके ग्राहकों को भी एक सही सलाहकार और भरोसेमंद साथी की तलाश होती है, जो रोल आप भली प्रकार अदा कर सकते हैं।

समझें ग्राहकों की जरूरत

अपनी रणनीतियों में फोकस लाएं, ताकि आप खर्चों में कमी और कुछ खास रास्तों से बिक्री बढ़ा सकें। अपने बड़े और अहम ग्राहकों की एक लिस्ट बनाइए और विश्लेषण कीजिए कि उन्होंने पिछले कुछ अरसे में आपसे क्या और कितना सामान खरीदा है। साथ ही यह भी जानिए कि आपके इन अहम ग्राहकों को आपके किस प्रोडक्ट की सबसे ज्यादा जरूरत है। हो सकता है कि बदलते समय के अनुसार आपके ग्राहक की जरूरत भी बदलती हो, लेकिन शायद उसको नहीं पता कि आप उसकी नई जरूरतों को भी पूरा कर सकते हैं। इसलिए अपने ग्राहकों से निरंतर बातचीत करते रहें और उन्हें सलाह दें। इस तरह आप अपने ग्राहकों की मदद करते हुए बिक्री के नए रास्ते भी तलाश कर सकेंगे।

ईमानदारी से दें सलाह

                                                

पुराने ग्राहक, जिनसे आपके रिश्ते पहले से ही हैं और आप दोनों के बीच एक भरोसा भी है। इसलिए याद रखें, अपने ग्राहक को आप ईमानदारी से सलाह दें, अन्यथा अपनी बिक्री बढ़ाने की होड़ में कहीं आप गलत राय न दे बैठें और अपने ग्राहक को हमेशा के लिए खो दें।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।