आरम्भ करे कम बजट में डेयरी उद्योग      Publish Date : 08/09/2024

                     कम बजट में आरम्भ करे डेयरी उद्योग

                                                            

यह अपने आप सत्य है कि आज भी हमारे देश के ज्यादातर लोग दुधारू पशुओं से ही अपनी आजीविका की शुरुआत करना चाहते हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं जो दुधारू पशु पालन कर कमाई तो करना चाहते हैं लेकिन उनका बजट थोड़ा कम होता है। इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि कम बजट और छोटे स्तर से डेयरी फार्मिंग कर कैसे अधिक इनकम प्राप्त की जा सकती है।

पशुपालन का काम तो हमारे देश में पुराने समय से ही किया जाता रहा है, लेकिन बीते कुछ सालों से तो पशुपालन कमाई का एक बेहतर माण्यम बन चुका है। अब अधिकांश लोग अपनी अच्छी-खासी नौकरी छोड़ कर भी पशुपालन के कारोबार से जुड़ रहे हैं और अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं। पशुपालन की बात आए तो आज भी हमारे देश की ज्यादातर आबादी दुधारू पशुओं से ही शुरुआत करना चाहती है। दुधारू पशुओं का खान-पान और रखरखाव आसान होने के साथ ही इनसे कमाई भी खूब होती है। वहीं कुछ ऐसे भी लोग होते हैं कि जो दुधारू पशुपालन कर कमाई तो करना चाहते हैं लेकिन उनका बजट थोड़ा कम होता है।

ऐसे में कम बजट वाले लोगों को भी निराश होने की जरूरत नहीं है। एक सीमित पूंजी वाला व्यक्ति भी डेयरी फार्मिंग कर अच्छी कमाई कर सकता है लेकिन रूार्त यह है कि उसे बेसिक चीजों की जानकारी होनी चाहिए। अपनी इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि छोटे स्तर पर डेयरी फार्मिंग शुरू करने वाले लोगों को किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-

कैसे करें कम बजट से डेयरी फार्मिंग की शुरुआत

                                                                        

अधिकांश लोग सोचते हैं कि डेयरी शुरू करने के लिए बहुत सारी गाय या भैंस पालने की जरूरत होती है लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। आप दो-चार पशुओं से भी धांधे की शुरुआत कर सकते हैं। इस काम को करने के लिए सबसे पहले आपको पशुओं के रहने के लिए साफ-सुथरा,, प्रकाश और हवादार शेड बनवाना होगा। इसके बाद आपको अच्छी नस्ल के कुछ स्वस्थ एवं दुधारू पशु, जितना कि आपका बजट है खरीदने होंगे।

पशु खरीदते समय किन बातों का रखें ध्यान

कुछ लोग दुधारू पशु खरीदते समय हमेशा ऐसी नस्ल के पीछे भागते हैं जो अधिक दूध देने के लिए फेमस होती है। आपको यह गलती नहीं करनी है। पशु खरीदते समय हमेशा उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता और उनके स्वभाव को जांचना आवश्यक होता है। कुछ पशु दूध दुहते समय लात मारते हैं, इसलिए खरीदने से पहले आप स्वयं ही पशु की दुह कर अच्छी तरह से जांच कर ले।

दुधारू पशु खरीदते समय हमेशा दूसरे या तीसरे ब्यांत वाले पशु को ही खरीदने में प्राथमिकता दें। पहले ब्यांत में कुछ पशु मन मुताबिक दूध नहीं देते हैं जिससे पशु पालक को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसके अलावा यह ध्यान रखना भी जरूरी है कि पशु किसी तरह की बीमारी, संक्रमण या शारीरिक घाव का सामना तो नहीं कर रहा है।

कम बजट रखने वाले लोग इस नस्ल के पशु का करें चुनाव

                                                                  

अगर आपके पास डेयरी शुरू करने के लिए पर्याप्त पूंजी की व्यवस्था नहीं है तो आप पहले गाय ही पालें। गायों का रखरखाव और खान-पान आदि भैंसों के मुकाबले थोड़ा कम होता है। अगर आप चार-पांच गाय पाल सकते हैं तो फिर गिर नस्ल की गाय पालना आपके लिए लाभकारी रहेग, क्योंकि. गिर नस्ल देसी गायों में बहुत ही विशेष मानी जाती है।

गिर नस्ल की गाय की पहचान

                                                              

गहरे लाल, भूरी या चॉकलेटी रंग की दिखने वाली गिर गाय बहुत ही खास देसी नस्ल मानी जाती है। इसका माथा उथला होता है और इसके कान थोड़े लंबे होते हैं जो नीचे की ओर लटकते रहते हैं। गिर गाय की सींग मुड़ी हुई होती है और पीठ पर कूबड़ जैसा होता है। वजन की बात करें तो 350 किलो से 400 किलोग्राम और इसकी ऊंचाई औसतन 130 सेमी तक होती है।

गिर नस्ल की गाय की विशेषताएं

गिर नस्ल की गाय को स्वभाव से काफी शांत माना जाता है। लगभग दो से ढाई साल में ही यह पहला बच्चा देने के लिए तैयार हो जाती है। अपने पूरे जीवन काल में इस नस्ल की गाय 12 बच्चे तक दे सकती है। गिर गाय एक दिन में लगभग 10-12 लीटर दूध दे सकती है। इनके दूध में प्रोलाइन मिलता है जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है और बाजार में इसके दूध की काफी डिमांड रहती है।

गिर गाय को पालने का खर्च

आप चार गिर गायों के साथ डेयरी फार्मिंग की शुरुआत कर रहे हैं तो कम से कम 10’30 फीट का शेड बनवाएं। यदि इन गायों के खान पान की बात करें तो रोजाना प्रति पशु दो किलो अनाज देना जरूरी होता है। इस हिसाब से एक महीने में लगभग आठ हजार रुपये अनाज का खर्च आता है। इसके अलावा आपको सरसों या मूंगफली की खली देनी होगी। इसमें भी प्रति महीने आठ से दस हजार रुपये का खर्च आ जाएगा। अनाज और खली के अलावा हरा चारा, सूखा चारा, भूसा, चूनी और कभी कभी सरसों का तेल भी पिलाना होता है।

गिर नस्ल की गाय से होती है कितनी कमाई

                                                             

अगर आपकी चारों गाय एक साथ दूध दे रही हैं तो आपको कम से कम 50 लीटर दूध प्रतिदिन के हिसाब से मिल सकता है। अगर आपकी दो गाय दूध दे रही हैं और दो गाभिन हैं तो भी आपको लगभग 25 लीटर दूध प्रतिदिन मिलेगा। बाजार में इस गाय के दूध की औसत कीमत लगभग 60 रुपये लीटर तक होती है। अतः यदि आप प्रतिदिन 25 लीटर दूध बेचते हैं तो महीने में 45-50 हजार रुपये की कमाई होगी। अगर महीने का 20-25 हजार रूपये का खर्च काट दिया जाए तो मात्र 2 गायों से ही अप महीने में 15-20 हजार रुपये की बचत कर सकते है, शेष खानपान और वातावरण पर निर्भर करता है।