
त्योहार पर करें परहेजः नियंत्रित रहेगा शुगर और ब्लड प्रेशर Publish Date : 18/10/2025
त्योहार पर करें परहेजः नियंत्रित रहेगा शुगर और ब्लड प्रेशर
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
‘‘धनतेरस से लेकर दीपावली तक रखें सेहत का अच्छे से ख्याल, रक्षाबंधन पर अचानक काफी बढ़ गए थे ब्लड प्रेशर के रोगी’’
दीपावली के पर्व की खुशी में स्वाद के साथ ही स्वास्थ्य का ख्याल रखना भी उतना ही आवश्यक है। धनतेरस से लेकर दीपावली तक मीठे और नमकीन पकरवनों के लिखलाने और खाने का एक अविराम दौर चलेगा। ऐसे में जो लोग शुगर और बीपी के मरीज है या जिनमें इन बीमारियों के प्रारम्भिक लक्षण देखने में आ रहे हैं, उन्हें अपने खानपान को लेकर सतर्क हो जाना चाहिए।
इसके सम्बन्ध में विशेषज्ञों और चिकित्सकों का कहना है कि यदि ऐसे लोग त्योहार पर परहेज को नजरअंदाज किया तो उनका बीपी या शुगर अनियंत्रित हो सकता है। इससे शाररिक कमजोरी, चक्कर आना, घबराहट और सिरदर्द के लक्षणों के समेत वायरल बुखार की चपेट में भी आ सकते हैं। चूँकि यह समय मौसम में बदलाव का है अतः इसके प्रति भी अधिक सावधानी बरतनी होगी।
गत अगस्त के महीने में रक्षाबंधन और जन्माष्टमी के पूर्व आसपास ही पड़ गए थे। इन दोनों त्योहारों पर लोगों ने जमकर मिष्ठान और नमकीन पकवानों का सेवन किया था। इसके चलते मेडिकल कॉलेज, और जिला अस्ताल सहित प्राईवेट अस्पतालों और क्लीनिकों में सामान्य दिनों की तुलना में शुगर और बीपी के मरीजों की संख्या लगभग पांच प्रतिशत तक बढ़ गई थी। इसकी पुनरावृत्ति न होने पाए इसके लिए चिकित्सक मिष्ठान, नमकीन और पकवान का सेवन करने पर नियंत्रण रखने की सलाह दे रहे हैं।
ऐसा रख सकते है खानपानः
त्योहार पर मिष्ठान के स्थान पर ड्राइ फ्रूट्स का सेवन किया जा सकता है। इनमें बादाम, किशमिश, मिश्री का छोटा पीस और इलाइची आदि का सेवन किया जा सकता है। घर के कम चीनी से बने तिल के लड्डू और बेसन के लड्डू भी खाए जा सकते हैं।
इसके साथ ही पूड़ी-कचौड़ी के स्थान पर मोटे अनाज की रोटी का सेवन करना अच्छा है।
रायता भी अधिक नमकीन नहीं होना चाहिए, दही का सेवन करना अच्छा रहेगा। हरी सब्जी, राजमा, छोला, दालें और चना आदि का सेवन करने से डाइट में प्रोटीन की मात्रा बढेगी, जो कि आवश्यक भी है।
चासनी वाली मिठाईयों का सेवन करने से पूर्व उसे निचोड़कर उसकी चासनी को बाहर निकाल दें। दीपावली पर छेना भी बहुत अधिक खाया जाता है अतः इसे भी आप निचोड़कर ही खाएं। वर्तमान के बदलते हुए मौसम के दौरान फ्रिज में रखी ठंड़ी रबड़ी और खीर आदि का सेवन करने से भी बचें।
सामान्य तापमान पर रखी गई वस्तुओं के सेवन करने को ही प्राथमिकता प्रदान करें। इसके साथ ही 2.5 से 3.0 लीटर पानी का प्रतिदिन सेवन करें। ऐसा करने से शरीर में पानी की कमी होते हुए भी उसकी कमी महसूस नहीं होती है।
‘‘दीपावली पर अध्धिकांश पकवान ऐसे बनते है, जिनमें कैलोरी और ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है। मीेइे पकवान शुगर लेवल को एकदम से बढ़ा देते हैं। नमकीन पकवान ब्लड प्रेशर को बढ़ाते हैं इसलिए शुगर एवं बीपी के मरीजों का उनके खानपान पर संयम रखना बहुत आवश्यक है। दरअसल, चीनी युक्त व्यंजन सेवन करने से इंसुलिन शरीर के अंदर ग्लूकोज को संतुलित नहीं रख पाता है जिसके चलते शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है। वहीं, नमकीन अधिक खाने से गुर्दे को पानी को रोक देते हैं और इससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।’’
-डॉ0 दिव्यांशु सेंगर
‘‘यह त्योहारी सीजन दीपावली तक जारी रहेगा, इसलिए बीपी एवं शुगर के मरीजों को परहेज करना भी जरूरी है। सीधे मिठाई खाने के स्थान पर मीठे फल जैसे सेब और अमरूद या ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकते हैं इसके साथ ही अधिक मात्रा में नमकीन पदार्थों का सेवन भी सीमित मात्रा में ही करें। एक दिन में पंाच ग्राम से अधिक नमक का सेवन शुगर और बीपी के मरीजों के लिए घातक हो सकता है। एक स्वस्थ व्यक्ति को एक दिन में 25 ग्राम से अधिक चीनी का सेवन नहीं करना चाहिए। अतः त्योहार पर कम कैलोरी वाले भोजन और पानी का सेवन पर्याप्त मात्रा में करते रहना चाहिए।’’
-डॉ0 तनुराज सिरोही, वरिष्ठ फिजिशियन मेरठ।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।