
कंधे की अकड़न (फ्रोजन शोल्डर) का पारम्परिक उपचार Publish Date : 09/10/2025
कंधे की अकड़न (फ्रोजन शोल्डर) का पारम्परिक उपचार
डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा
कंधे की अकड़न या फ्रोजन शोल्डर (Adhesive Capsulitis/एडहेसिव कैप्सुलिटिस), एक ऐसी स्थिति है जिससे कंधे में दर्द और कंधे की अकड़न हो जाती है और अंततः ऊपरी बांह और कंधे को हिलाना भी मुश्किल हो जाता है। फ्रोज़न शोल्डर के लक्षण धीरे-धीरे शुरू होते हैं और समय के साथ बिगड़ते जाते हैं। फ्रोजन शोल्डर ट्रीटमेंट का उद्देश्य फिजियोथेरेपी तकनीकों का उपयोग करते हुए कंधे के दर्द से राहत और कंधे को चलाने की क्षमता (ROM) को सुधारना है, साथ ही फिजियोथेरेपिस्ट आपको कंधे के व्यायाम भी सिखाते हैं।
कंधे की अकड़न (फ्रोजन शोल्डर):
फ्रोजन शोल्डर क्या है?
“कंधे की अकड़न के साथ मरीजों को अक्सर सबसे अधिक कंधे में दर्द तब होता है जब वे अपनी हिप पॉकेट से बटुआ निकालने की कोशिश करते हैं।” फिजियोथेरेपी एक्पर्ट और डॉक्टर्स बताते हैं कि बालों में कंघी करना, ड्राइविंग करना और कपड़े उतारना के जैसी सभी गतिविधियां कंधे के दर्द के कारण बनती हैं।
जिसे अक्सर फ्रोजन शोल्डर कहा जाता है, उसमें कंधे में दर्द और अकड़न आम परेशानियॉं हैं जो रोजमर्रा के कार्यों को दर्द से भरी चुनौतियों में बदल देता है। यह आपकी कंधा चलाने की क्षमता को सीमित करता है और आपके जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करता है।
इसके सम्बन्ध में एक वरिष्ठ फिजियोथेरेपिस्ट बताते हैं, “कुछ लोग कंधे के दर्द के कारण करवट बदलने में परेशानी होने के कारण से आधी रात को भी जाग सकते हैं। यह कुछ सामान्य चीजें हैं, जो हमें कंधे के दर्द या फ्रोजन शोल्डर पीड़ित लोगों से सुनने को मिलती हैं।”
पहले फ्रोजन शोल्डर सदैव लगभग 40+ वर्ष की आयु वर्ग में पाया जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं है, वैसे यह आमतौर पर 40-70 वर्ष की आयु सीमा में अधिक होता है। लगभग 3% आबादी इस समस्या से प्रभावित होगी, जिसमें महिलाओं में थोड़ा अधिक और मधुमेह रोगियों में पाँच गुना अधिक फ्रोजन शोल्डर की समस्या देखने को मिलती है।
कंधे की अकड़न के लक्षणः
यदि आपको फ्रोजन शोल्डर की समस्या है, तो आप आमतौर पर कंधे के दर्द का अनुभव करेंगे, इसके बाद कंधे की अकड़न में वृद्धि होगी। कंधे की अकड़न आपकी रोजमर्रा की गतिविधियों को करने की क्षमता को भी प्रभावित कर सकती है और कभी-कभी, आप अपने कंधे को हिलाने में बिल्कुल असमर्थ महसूस करते होंगे।
फ्रोजन शोल्डर कैसे बढ़ता है?
कंधे की अकड़न आमतौर पर धीरे-धीरे और तीन चरणों में विकसित होती हैं। इन चरणों में से प्रत्येक कई महीनों तक बनी रह सकती है।
दर्दनाक चरणः इस चरण के दौरान, आपके कंधे की किसी भी गतिविधि में दर्द का अनुभव होता है और आपके कंधे को चलाने की क्षमता सीमित होने लगती है। यह चरण 3 से 9 महीने तक रह सकता है।
फ्रोज़न चरणः इस अवस्था के दौरान दर्द कम होना शुरू हो सकता है। हालाँकि, आपका कंधा अधिक अकड़ जाता है और आपकी कंधे को चलाने की क्षमता भी काफी कम हो जाती है। यह चरण 4 से 12 महीने तक रह सकता है।
विगलन चरणः विगलन की अवस्था के दौरान, आपके कंधे को चलाने की क्षमता में सुधार शुरू होता है। हालांकि इसमें 12 से 42 महीने तक का समय लग सकता है।
कंधे की अकड़न से राहत के लिए टिप्सः
कंधे की अकड़न से आराम पाने के लिए कुछ सरल उपाय अपनाएं जा सकते हैं-
- प्रत्येक दिन कई बार 10 से 15 मिनट के लिए अपने कंधे पर गर्म पानी की थैली/गर्म पैक का प्रयोग करें।
- अपनी त्वचा और गर्म पैक के बीच एक पतला तौलिया रखें ताकि जलने से बचा जा सके।
- यदि संभव हो तो हर घंटे अपनी बांह/कंधे को घुमाने का प्रयास करें।
- आपके चिकित्सक द्वारा निर्धारित दवा को नियम से खाते रहें।
- आराम से सोएं- यदि आप पीठ के बल सोते हैं, तो अपने दुखती हुई बांह के नीचे एक तकिया रखें और अपने हाथ को अपने पेट पर रखकर आराम दें। यदि आप करवट से सोते हैं, तो अच्छी बांह की करवट पर तकिये को सीने से चिपकाकर सोएं।
- बैठने की स्थितिः उचित मुद्रा/पोस्चर में बैठें। ढुलक कर बैठने से बचें। अपने कंधों को अपने कानों से दूर और पीछे रखने का प्रयास करें।
आपके हाथ के सामान्य कार्यात्मक उपयोग को पुनः प्राप्त करने में मदद करने के लिए आपका फिजियोथेरेपिस्ट से मिलना लाभकारी हो सकता है। आपका फिजियोथेरेपिस्ट आपको दर्द कम करने में मदद कर सकता है और आपको फिर से अपने हाथ का सामान्य रूप से उपयोग शुरू करने में मदद करता है।
फ्रोजन शोल्डर क्यों होता है?
फ्रोजन शोल्डर में, कंधे का कैप्सूल सूजकर कुछ बड़ा हो जाता है। जब आप कंधे की चोट, ऊपरी शरीर के किसी भी हिस्से की सर्जरी, मोटर हानि विकार/Motor impairment disorder (सभी न्यूरोलॉजिकल परेशानियॉं), मधुमेह, हृदय की स्थिति इत्यादि के कारण सामान्य रूप से कंधे के जोड़ का उपयोग करना बंद कर देते हैं, तब यह फ्रोजन शोल्डर के रूप में विकसित होने लगता है।
कंधे के लंबे समय तक स्थिरीकरण/उपयोग न करना, जैसे कि सर्जरी (मास्टेक्टॉमी) या एक हाथ के फ्रैक्चर के बाद आमतौर पर 40 साल से अधिक उम्र की महिलाएं अधिक प्रभावित होती है। जिन लोगों को कुछ चिकित्सीय समस्याएं हैं, वे फ्रोजन शोल्डर के लिए पहले से रिस्क पर होते हैं। इन उदाहरणों में शामिलः
- मधुमेह।
- अतिसक्रिय थायराइड (अतिगलग्रंथिता)।
- अंडरएक्टिव थायराइड (हाइपोथायरायडिज्म)।
- हृदय रोग।
- टीबी।
- पार्किंसंस रोग।
कंधे की अकड़न का सबसे अच्छा उपचार
इस समस्या से राहत पाने के लिए आप मालिश, एक्यूपंक्चर, ब्रेसिंग, दवा आदि जैसे सभी प्रकार के उपचारों को प्राप्त करने का प्रयास कर सकते हैं, जो निश्चित रूप से आपको दर्द से अस्थायी राहत प्रदान करेंगे।
स्टडी से निष्कर्ष सामने आया है कि विभिन्न फिजियोथेरेपी तकनीकों जैसे हॉट पैक, अल्ट्रासाउंड, कैप्सुलर स्ट्रेच, मजबूत बनाने वाले व्यायाम और घरेलू उपाय दर्द को कम करने, कंधे को हिलाने की बढ़ती क्षमता और जमे हुए कंधे में जोड़ों की अकड़न में महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। यही कारण है कि फ्रोज़न शोल्डर के लिए एक फिजियोथेरेपी कार्यक्रम में इलेक्ट्रोथेरेपी, मैनुअल थेरेपी और व्यायाम चिकित्सा का एक संयोजन शामिल किया जाना चाहिए।
क्या फ्रोजन शोल्डर अपने आप ठीक हो सकता है?
फ्रोजन शोल्डर को स्व-सीमित स्थिति के रूप में जाना जाता है। उम्मीद है यह अनायास ही ठीक भी हो सकता है, लेकिन कई लोगों को कंधे की अकड़न को लंबे समय के लिए (कुछ वर्षों तक) झेलना पड़ सकता है।
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, यह अंततः चला जाएगा। मतलब, आपको इस स्थिति की आदत हो जाएगी, लेकिन वास्तव में कंधे पर पूर्ण और कंधे को अच्छे से हिलाने की क्षमता को कभी हासिल नहीं कर सकेंगे, जब तक कि इसका पूरा समाधान न किया जाए।
फ्रोजन शोल्डर में कब तक कंधे में दर्द रहता है?
बिना किसी उपचार के, फ्रोज़न शोल्डर का दर्द 2 से 12 महीनों के बीच तक चल सकता है। जिसके बाद आप दर्द को कम महसूस करना शुरू कर देते हैं और कंधे की कुछ गतिविधियों को फिर से शुरू कर सकते हैं। उचित उपचार के साथ, समय अवधि को कम कर इसके स्वतः रिकवरी समय को आधा किया जा सकता है।
क्या फ्रोजन शोल्डर के लिए मसाज अच्छा विकल्प है?
फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा किया गया ‘सॉफ्ट टिशू रिलीज’ रक्त परिसंचरण में सुधार और निशान ऊतक को तोड़ने के द्वारा जमे हुए कंधे के लक्षणों से राहत देने में सहायता करता है। यह निशान ऊतक अक्सर विकसित होता है जब कंधे और इसके आसपास की संरचना कठोर हो जाती है।
कंधे की अकड़न के लिए फिजियोथेरेपी की क्यों आवश्यकता होती है?
यह स्थिति हालांकि स्व-सीमित है, जिसमें कंधे के जोड़ की गति कम हो जाती है। भले ही दर्द एक विशेष समय के बाद नगण्य तक कम हो सकता है, अकड़न और कंधे को हिलाने की क्षमता प्रभावित होती रहेगी।
जटिलताओं को रोकने और वांछित कार्यात्मक स्थिति में लौटने के लिए उपचार चरण के दौरान ऊतकों को ठीक से संरेखित करने के लिए फिजियोथेरेपी की आवश्यकता होती है। यह विस्तृत रूप में नीचे दिए गए उपचारों के कार्यक्रम का उपयोग करता है।
- इलेक्ट्रोथेरेपी दर्द को कम करने और उपचार को बढ़ावा देने में सहायता करती है।
- मैनुअल थेरेपी और दर्द में कमी और कंधे को हिलाने की क्षमता को वापस लाने में मदद करती है।
- व्यायाम चिकित्सा रखरखाव, सुधार और रोकथाम में मदद करती है। यह स्थिरीकरण, मजबूती और कार्य क्षमता को लौटाने में भी सहायक होती है।
- यदि आपको कोई चोट लगी है, जिससे आपके कंधे को हिलाना मुश्किल हो जाता है, तो इसके बारे में किसी फिजियोथेरेपिस्ट से बात करें।
क्या ‘फ्रोजन शोल्डर’ स्थायी हो सकता है?
यदि आपका उचित तरीके से उपचार नहीं किया जाता है, तो भले ही समय के साथ लक्षण कम हो गए हों, तो भी कंधे को अच्छी तरह से हिलाने की क्षमता को कभी हासिल नहीं कर पाएंगे और यह एक स्थायी क्षति होगी।
क्या फ्रोजन शोल्डर पार्किंसंस की निशानी है?
फ्रोजन शोल्डर, पार्किंसंस रोग का संकेत नहीं है। जिसका अर्थ है, जिस व्यक्ति को फ्रोजन शोल्डर है, वह पार्किंसंस होने की आशंका नहीं रखता; पार्किंसंस एक मस्तिष्क का विकार है। हालांकि, फ्रोजन शोल्डर पार्किंसंस रोग का एक लक्षण हो सकता है। इसका मतलब है, प्रत्येक पार्किंसंस रोगी कंधे में उचित मूवमेंट की कमी के कारण फ्रोज़न शोल्डर होने की संभावना बढ़ जाती है।
कंधे की अकड़न के घरेलू उपचारः
फ्रोजेन शोल्डर के उपचार के लिए कंधे का व्यायाम यानि फ्रोजेन शोल्डर व्यायाम बहुत प्रभावी उपाय हैं। यदि आपको फ्रोजन शोल्डर की समस्या है, तो आप घरेलू उपचार और कंधे का व्यायाम यानि फ्रोजेन शोल्डर व्यायाम जाननें के लिए किसी योग्य फिजियोथेरेपिस्ट से बात करें।
फ्रोजेन शोल्डर मरीजों के लिए सुझावः
यदि आप या आपके किसी प्रियजन को कंधे की अकड़न की समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं, तो लक्षणों को बिगड़ने न दें, लंबे समय तक इंतजार न करें। उपचार की मदद से स्वयं को रिकवर करें और अपने जीवन का फिर से पूरा आनंद लें।
लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मां, जिला चिकित्सालय मेरठ मे मेडिकल ऑफिसर हैं।